रायपुर: स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का कहना है कि भूपेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था. लेकिन सरकार की वादाखिलाफी के चलते सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. 2 सूत्रीय मांगों में सेकंड एएनएम को नियमितीकरण किए जाने और ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक को 2800 रुपए ग्रेड पे दिया जाने की बात शामिल है.
सैकड़ों कर्मचारी हुए प्रदर्शन में शामिल
राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर सैकड़ों की संख्या में प्रदेश भर में काम करने वाले स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारियों ने अपनी 2 सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ का कहना है कि भूपेश सरकार ने घोषणा पत्र में इनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था. लेकिन सरकार ने आज तक इनकी मांगों को पूरा नहीं किया है. जिसके कारण इन्हें सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़नी पड़ रही है.
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स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी निभा रहे अहम भूमिका
प्रदेश में स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारियों की संख्या लगभग 17 हजार है. प्रदेश में लगभग 22 हजार गांव में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. स्वास्थ्य संयोजक प्रदेश भर के 5200 उप स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ हैं. सामान्य बीमारियों के प्राथमिक उपचार के साथ ही टीकाकरण प्रसव, टीवी, कुष्ठ के मरीजों की दवाई उपलब्ध कराने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन करते हैं. स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी इस पूरे कोरोना काल में बिना किसी अवकाश के स्वास्थ्य सेवाएं देने के साथ-साथ कोविड-19 सैंपलिंग का कार्य भी कर रहे हैं.