ETV Bharat / state

राज्यपाल और सीएम ने शिक्षकों को किया सम्मानित, सीएम बोले- 'छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि राज्यपाल भी शिक्षिका रही हैं' - रायपुर न्यूज

राज्यपाल अनुसुइया उइके ने वर्चुअल माध्यम से राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार 2020 के लिए चयनित 3 शिक्षक और राज्य शिक्षक पुरस्कार 2019 के लिए चयनित 47 शिक्षकों को सम्मानित किया. राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक हमारे मार्गदर्शक हैं और हमारे व्यक्तित्व के निर्माता हैं.

governor anusuiya
राज्यपाल अनुसुईया
author img

By

Published : Jul 22, 2021, 8:44 PM IST

Updated : Jul 22, 2021, 10:06 PM IST

रायपुर: शिक्षक, केवल विभिन्न विषयों का ज्ञान ही नहीं देते बल्कि एक अच्छे नागरिक बनने के गुण भी अपने विद्यार्थियों में विकसित करते हैं. शिक्षक, विद्यार्थी के अंदर छुपी प्रतिभा की पहचान कर उन्हें निखारते हैं और जीवन जीने का सही तरीका सिखाते हैं. चरित्र निर्माण करने के साथ ही नैतिकता का बीजारोपण करते हैं. यह बात राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान-2020 समारोह में संबोधित करते हुए कही. इस मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया.

teachers
शिक्षक सम्मान

राज्यपाल ने सभी सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. राज्यपाल ने कोरोना काल में दिवंगत शिक्षकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार 2020 के लिए चयनित 3 शिक्षकों और राज्य शिक्षक पुरस्कार 2019 के लिए चयनित 47 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

कोरोना में भी शिक्षकों ने हिम्मत नहीं हारी: राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक हमारे मार्गदर्शक और हमारे व्यक्तित्व के निर्माता होते हैं. वे जलते हुए दीपक की तरह स्वयं जलकर, हमारी जिंदगियों में उजाला भरते हैं. वे न केवल हमें ज्ञान की रोशनी देते हैं बल्कि सच्चाई के मार्ग पर चलने का हौसला भी देते हैं. शिक्षक अपना पूरा जीवन, इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए समर्पित कर देते हैं. उन्होंने कहा कि जब-जब हम पर कोई भी विपदा आई है, शिक्षकों ने कभी हिम्मत नहीं हारी. पिछले डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है लेकिन शिक्षकों ने इस नए मोर्चे पर भी ऑनलाइन शिक्षण के जरिए पूरी काबिलियत और मेहनत के साथ शिक्षा के मुहिम को जारी रखा. चाहे मोहल्ला क्लासरूम हो या पढ़ई तुंहर द्वार, ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से प्रदेश के शिक्षकों ने पूरे उत्साह और समर्पण के साथ शिक्षण की निरंतरता में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी.

राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान: दुर्ग की सपना सोनी को मिलेगा राष्ट्रपति के हाथों सम्मान, साइंस के क्षेत्र में स्टूडेंस को बनाया एक्टिव

राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बच्चों का समग्र विकास करना और बच्चों को व्यावहारिक जानकारी तथा विभिन्न कौशल से युक्त करना है ताकि वे पढ़ाई खत्म करने के बाद आत्मनिर्भर बन सकें. इस नीति में समावेशी शिक्षा पर भी जोर दिया गया है, जिसमें विशेषकर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके अलावा पृथक से ‘जेंडर इन्क्लूजन फंड’ भी बनाया जाएगा, जिससे बालिकाओं को भी निर्बाध रूप से शिक्षा मिलती रहे.

'छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि हमारी राज्यपाल भी स्वयं शिक्षिका रही हैं'

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके स्वयं शिक्षिका रही हैं. बघेल ने राज्यपाल के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि पूर्व शिक्षिका हमारे प्रदेश की राज्यपाल हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके स्वयं शिक्षिका रही हैं. बघेल ने राज्यपाल के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि पूर्व शिक्षिका हमारे प्रदेश की राज्यपाल हैं. उन्होंने कार्यक्रम में राज्यपाल उइके सहित कार्यक्रम में सम्मानित हो रहे सभी शिक्षकों और प्रदेश के सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी.

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष शिक्षक दिवस 5 सितंबर को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन नहीं हो पाया था. आज आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके मुख्य अतिथि थी. कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान अनुसुईया उइके ने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया. उल्लेखनीय है कि राज्यपाल अनुसुईया उइके वर्ष 1982 से 1985 तक मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के शासकीय महाविद्यालय तामिया में अर्थशास्त्र की व्याख्याता रही हैं.

रायपुर: शिक्षक, केवल विभिन्न विषयों का ज्ञान ही नहीं देते बल्कि एक अच्छे नागरिक बनने के गुण भी अपने विद्यार्थियों में विकसित करते हैं. शिक्षक, विद्यार्थी के अंदर छुपी प्रतिभा की पहचान कर उन्हें निखारते हैं और जीवन जीने का सही तरीका सिखाते हैं. चरित्र निर्माण करने के साथ ही नैतिकता का बीजारोपण करते हैं. यह बात राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान-2020 समारोह में संबोधित करते हुए कही. इस मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया.

teachers
शिक्षक सम्मान

राज्यपाल ने सभी सम्मानित होने वाले शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी. राज्यपाल ने कोरोना काल में दिवंगत शिक्षकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार 2020 के लिए चयनित 3 शिक्षकों और राज्य शिक्षक पुरस्कार 2019 के लिए चयनित 47 शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

कोरोना में भी शिक्षकों ने हिम्मत नहीं हारी: राज्यपाल

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक हमारे मार्गदर्शक और हमारे व्यक्तित्व के निर्माता होते हैं. वे जलते हुए दीपक की तरह स्वयं जलकर, हमारी जिंदगियों में उजाला भरते हैं. वे न केवल हमें ज्ञान की रोशनी देते हैं बल्कि सच्चाई के मार्ग पर चलने का हौसला भी देते हैं. शिक्षक अपना पूरा जीवन, इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए समर्पित कर देते हैं. उन्होंने कहा कि जब-जब हम पर कोई भी विपदा आई है, शिक्षकों ने कभी हिम्मत नहीं हारी. पिछले डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है लेकिन शिक्षकों ने इस नए मोर्चे पर भी ऑनलाइन शिक्षण के जरिए पूरी काबिलियत और मेहनत के साथ शिक्षा के मुहिम को जारी रखा. चाहे मोहल्ला क्लासरूम हो या पढ़ई तुंहर द्वार, ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से प्रदेश के शिक्षकों ने पूरे उत्साह और समर्पण के साथ शिक्षण की निरंतरता में किसी प्रकार की बाधा नहीं आने दी.

राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान: दुर्ग की सपना सोनी को मिलेगा राष्ट्रपति के हाथों सम्मान, साइंस के क्षेत्र में स्टूडेंस को बनाया एक्टिव

राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बच्चों का समग्र विकास करना और बच्चों को व्यावहारिक जानकारी तथा विभिन्न कौशल से युक्त करना है ताकि वे पढ़ाई खत्म करने के बाद आत्मनिर्भर बन सकें. इस नीति में समावेशी शिक्षा पर भी जोर दिया गया है, जिसमें विशेषकर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इसके अलावा पृथक से ‘जेंडर इन्क्लूजन फंड’ भी बनाया जाएगा, जिससे बालिकाओं को भी निर्बाध रूप से शिक्षा मिलती रहे.

'छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि हमारी राज्यपाल भी स्वयं शिक्षिका रही हैं'

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके स्वयं शिक्षिका रही हैं. बघेल ने राज्यपाल के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि पूर्व शिक्षिका हमारे प्रदेश की राज्यपाल हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके स्वयं शिक्षिका रही हैं. बघेल ने राज्यपाल के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि पूर्व शिक्षिका हमारे प्रदेश की राज्यपाल हैं. उन्होंने कार्यक्रम में राज्यपाल उइके सहित कार्यक्रम में सम्मानित हो रहे सभी शिक्षकों और प्रदेश के सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी.

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष शिक्षक दिवस 5 सितंबर को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन नहीं हो पाया था. आज आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके मुख्य अतिथि थी. कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान अनुसुईया उइके ने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया. उल्लेखनीय है कि राज्यपाल अनुसुईया उइके वर्ष 1982 से 1985 तक मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के शासकीय महाविद्यालय तामिया में अर्थशास्त्र की व्याख्याता रही हैं.

Last Updated : Jul 22, 2021, 10:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.