रायपुर: राज्यपाल अनुसुइया उइके राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में शामिल होने राजधानी पहुंची. इस दौरान राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि उन्हें इस महोत्सव में शामिल होकर बहुत प्रसन्नता हो रही है. यह महोत्सव छत्तीसगढ़ सरकार की अनोखी पहल है. राज्यपाल ने सभी कलाकारों की टीम को पांच-पांच हजार रुपए देने की घोषणा की. डे भवन को स्मारक भवन घोषित करने के लिए राज्य सरकार को राजपत्र सौंपा है.
अनुसुइया ने कहा कि वे लगातार नवंबर से देख रही है कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में लगातार राज्योत्सव, आदिवासी नृत्य महोत्सव और युवा महोत्सव जैसे कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है. यह सराहनीय प्रयास है. उन्होंने युवा महोत्सव में आयोजित किए गए खेल को लेकर सीएम और खेल मंत्री को बधाई दी और कहा कि इस आयोजन से गांव के अंदर छुपी हुई प्रतिभा बाहर निकलकर आएगी. हमारा पारंपरिक खेल और नृत्य गुम होती नजर आ रही है. आज युवा केवल क्रिकेट की ओर बढ़ रहे हैं. ग्रामीण अंचलों में खेले जाने वाले खेल जैसे कबड्डी, घोड़ा यह सब विलुप्त होते जा रहे हैं.
नाम रोशन करेंगे युवा
राज्पाल ने नृत्य को लेकर कहा कि अलग-अलग समाज के जो नृत्य हैं, वह इस महोत्सव की झांकियों में देखने को मिली. जिस तरह विजेंदर सिंह ने हमारा नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है. वैसे ही आप सभी युवा भी हमारा नाम रोशन करेंगे.
युवाओं में जोश आता है
अनुसूइया ने कहा कि आज विवेकानंद की जयंती है. इस अवसर पर उन्होंने अपने युवा साथियों से कहा कि इस तरह के आयोजन से युवाओं में जोश आता है. बहुत कुछ सीखने को मिलता है. राज्यपाल ने विजेंदर सिंह को लेकर कहा कि खिलाड़ी कभी हारता नहीं है. मैं यहीं अपने युवा साथियों से कहना चाहूंगी कि कामयाब होने के लिए बहुत सी सीढ़ियां चढ़नी होती है. व्यक्ति के अंदर हिम्मत और संकल्प पूरा करने का लक्ष्य हो तो काम जरूर पूरा होता है. महोत्सव में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.