रायपुर/हैदराबाद: वैश्विक परिवार दिवस Global Family Day को मनाने की जरूरत क्यों पड़ी. इस सवाल का जवाब यह है कि पूरे विश्व में मानवता को मजबूती मिले और पूरा विश्व एक परिवार के तौर पर आगे बढ़े. इसलिए वैश्विक परिवार दिवस मनाने की शुरुआत हुई. इस दिवस के इतिहास पर नजर डाले तो सबसे पहले इसका विचार दो पुस्तक के जरिए आया. 1996 में अमेरिकी लेखकों स्टीव डायमंड और रॉबर्ट एलन सिल्वरस्टीन ने वन डे इन पीस, 1 जनवरी, 2000 नामक किताब लिखी थी. यह किताब मूलत: बच्चों की किताब थी. दूसरी किताब लिंडा ग्रोवर ने 1998 में लिखी. यह ट्री आइलैंड: ए नॉवेल फॉर द न्यू मिलेनियम थी. इन दोनों किताब से ही वैश्विक परिवार दिवस मनाने का आइडिया आया Global Family Day news. उसके बाद साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र और इसके सदस्य देशों ने पहली बार वैश्विक परिवार दिवस मनाने पर सहमति जताई और वैश्विक परिवार दिवस मनाया गया Importance of Global Family Day.
साल 2001 से वैश्विक परिवार दिवस मनाया जा रहा: साल 1999 में इस दिवस की सफलता के बाद साल 2001 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने हर साल एक जनवरी को वैश्विक परिवास दिवस मनाने का ऐलान कर दिया. Global Family Day in the modern age तब से आज तक हर साल एक जनवरी को वैश्विक परिवार दिवस मनाया जाता है.
वैश्विक परिवार दिवस का उदेश्य: वैश्विक परिवार दिवस का उदेश्य सभी देशों के बीच आपसी संबंध को मजबूत करना और पूरे विश्व में शांति स्थापित करना है. इस दिवस के जरिए संयुक्त राष्ट्र संघ पूरे विश्व में युद्ध और अहिंसा को टालने का संदेश देता है. अगर विश्व में कहीं भी दो देशों के बीच मतभेद है तो इस दिवस के जरिए उसे कम करने की कोशिश की जाती है. संयुक्त राष्ट्र संघ का मानना है कि वैश्विक परिवार की अवधारणा से ही पूरे विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है. इस बार परिवार एक साथ: एक उज्जवल भविष्य के लिए लचीलापन निर्माण के थीम पर इस दिवस को मनाया गया.
वैश्विक परिवार दिवस नए साल के दिन कई देशों में मनाया जाता है. इस दिवस की महता को समझकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे पूरे विश्व में मनाने के लिए घोषित किया था. ऐसे में अगर इस दिवस और मानवता के संदेश को समझे तो विश्व के कई देशों के बीच मनमुटाव को टाला जा सकता है.