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रायपुर : कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी कर रही आधा काम ! - महापौर प्रमोद दुबे

शहर में कचरा कलेक्शन करने वाली रामकी कंपनी, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का काम 100 फीसदी नहीं कर रही है, जिसे लेकर महापौर प्रमोद दुबे से बातचीत की गई.

कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी हुई फुस्स
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Published : Aug 5, 2019, 11:57 PM IST

रायपुर : शहर में कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने का काम 100 फीसदी नहीं कर रही है. आचार संहिता के वक्त MIC सदस्यों के बिना जानकारी के कंपनी को 4 करोड़ का भुगतान किए जाने पर MIC सदस्य नाराज हो गए थे. इस पूरे मुद्दे पर महापौर प्रमोद दुबे से बातचीत की गई.

कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी के बारे में महापौर प्रमोद दुबे से बातचीत की गई.

'100 प्रतिशत कचरा कलेक्शन पर ही होगा पेमेंट'
महापौर का कहना है कि हमने इस पर आंकलन किया है. कंपनी के साथ किए गए MOU में 100 फीसदी डोर-टू-डोर कचरे का कलेक्शन करने की बात लिखी है, लेकिन कंपनी सिर्फ 70 से 80 प्रतिशत कचरे का कलेक्शन कर रही है. कंपनी के साथ इस पर सख्ती बरती गई है. साथ ही कंपनी जब तक 100 प्रतिशत कचरा कलेक्शन नहीं करती, तब तक उन्हें किसी भी प्रकार का पेमेंट नहीं किया जाएगा.

कॉमर्शियल एरिया से यूजर चार्ज लिया जाएगा, जहां डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन हो रहा होगा, उसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा.

पढ़ें : रायपुर : MIC की बैठक में अहम फैसला, अब मशीन से होगी सड़कों की सफाई

'सुडा से हुआ था 4 करोड़ का भुगतान'
पूर्व में कंपनी को 4 करोड़ भुगतान किए गए थे, वो किस आधार पर किए गए थे? इस पर MIC के सदस्यों ने नाराजगी जताई थी. इस पर महापौर ने बताया 4 करोड़ का भुगतान उन्हें सुडा से हुआ था. निगम से ट्रांसपोर्टिंग का भुगतान हुआ था, वो भी 15 से 20 प्रतिशत का भुगतान किया गया था.

रायपुर : शहर में कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने का काम 100 फीसदी नहीं कर रही है. आचार संहिता के वक्त MIC सदस्यों के बिना जानकारी के कंपनी को 4 करोड़ का भुगतान किए जाने पर MIC सदस्य नाराज हो गए थे. इस पूरे मुद्दे पर महापौर प्रमोद दुबे से बातचीत की गई.

कचरा कलेक्शन करने वाली कंपनी के बारे में महापौर प्रमोद दुबे से बातचीत की गई.

'100 प्रतिशत कचरा कलेक्शन पर ही होगा पेमेंट'
महापौर का कहना है कि हमने इस पर आंकलन किया है. कंपनी के साथ किए गए MOU में 100 फीसदी डोर-टू-डोर कचरे का कलेक्शन करने की बात लिखी है, लेकिन कंपनी सिर्फ 70 से 80 प्रतिशत कचरे का कलेक्शन कर रही है. कंपनी के साथ इस पर सख्ती बरती गई है. साथ ही कंपनी जब तक 100 प्रतिशत कचरा कलेक्शन नहीं करती, तब तक उन्हें किसी भी प्रकार का पेमेंट नहीं किया जाएगा.

कॉमर्शियल एरिया से यूजर चार्ज लिया जाएगा, जहां डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन हो रहा होगा, उसके बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा.

पढ़ें : रायपुर : MIC की बैठक में अहम फैसला, अब मशीन से होगी सड़कों की सफाई

'सुडा से हुआ था 4 करोड़ का भुगतान'
पूर्व में कंपनी को 4 करोड़ भुगतान किए गए थे, वो किस आधार पर किए गए थे? इस पर MIC के सदस्यों ने नाराजगी जताई थी. इस पर महापौर ने बताया 4 करोड़ का भुगतान उन्हें सुडा से हुआ था. निगम से ट्रांसपोर्टिंग का भुगतान हुआ था, वो भी 15 से 20 प्रतिशत का भुगतान किया गया था.

Intro:शहर में कचरा कलेक्शन करने वाली रामकी कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का काम 100 फीसदी नही किया जा रहा है। वही पूर्व में आचार संहिता के दौरान एमआईसी
सदस्यों के बिना जानकारी के कंपनी को 4 करोड़ का भुगतान किए जाने पर एमआईसी सदस्य नाराज हो गए थे।


रामकी कंपनी द्वारा डोर टू डोर कलेक्शन सही तरीके से नहीं किए जाने पर जब महापौर प्रमोद दुबे से सवाल किया गया

उनका कहना है है हमने इस पर आकलन किया है कंपनी के।एमओयू में 100 फ़ीसदी डोर टू डोर कचरे का कलेक्शन करना है लिखा है, लेकिन कंपनी सर्फ 70 से 80 प्रतिशत कचरा कलेक्शन कर रहे है ।। कंपनी को इस पर सख्ती की गई है।।
साथ ही कंपनी जब तक 100 प्रतिशत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं करती उसे किसी प्रकार का पेमेंट नहीं करेंगे।।

कमर्शियल एरिया से यूजर चार्ज लिया जाएगा। जहां डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा होगा उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा।।


Body:पूर्व में कंपनी को 4 करोड़ भुगतान किए गए थे वह किस आधार पर किए गए थे जाने पर एमआईसी से सदस्यों ने नाराजगी जताई थी।

इस पर महापौर ने बताया 4 करोड़ का भुगतान उन्हें सूडा से हुआ था। निगम द्वारा ट्रंसपोटिंग का भुगतान हुआ था।। वह भी 15 से 20 प्रतिशत का भुगतान किया गया है।।

मेयर ने बताया कि कंपनी जो।एमओयू किया है वह उसे करना होगा।


Conclusion:बाईट

प्रमोद दुबे
महापौर
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