रायपुर: छत्तीसगढ़ में गणपति पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है (Ganesh Chaturthi 2022). गणेशोत्सव की शुरुआत के साथ छत्तीसगढ़ में फल और फूलों के रेट में इजाफा हुआ है. 11 दिनों तक विधि विधान के साथ गणपति पूजा होगी (ganpati utsav triggers rise in flower fruit prices ). गणेश भगवान की आराधना के साथ ही छत्तीसगढ़ में फल और फूलों की कीमतें बढ़ गई है. क्योंकि गणपति पूजा में ग्यारह दिनों तक फल और फूलों की मांग रहती है (flower fruit prices in Raipur).
अगस्त के अंतिम सप्ताह से बढ़ी फल और फूलों की कीमतें: फल और फूल दुकानदारों ने बताया कि 31 अगस्त को भगवान गणेश की जी स्थापना हुई है. इस दिन से गणपति बप्पा की पूजा शुरू हो गई. बीते दो साल तक कोरोना के कारण गणेशोत्सव धूमधाम से नहीं मनाया गया. लेकिन इस बार गणेशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. यही वजह है कि फलों की कीमतों में भारी इजाफा देखने को मिला है. फूलों की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिला है. फल दुकानदारों की मानें तो आने वाले ग्यारह दिनों तक फल और फूलों की कीमतें बढ़ी रहेंगी. फिर पितृ पक्ष की शुरुआत में इसकी कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी. उसके बाद शारदीय नवरात्रि के सीजन में फल और फूलों की कीमतों में इजाफा देखने को मिलेगा.
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रायपुर में अभी क्या है फलों और फूलों के दाम: रायपुर में पहले एक दर्जन केले का रेट 40 से 50 रुपये था. जो बढ़कर 50 से 60 रुपए पर पहुंच गया है, एर किलोग्राम सेब की कीमत 100 से 120 रुपए था जो बढ़कर 150 रुपए पर पहुंच गया है. इसी तरह 1 किलो अनार के दाम पहले 120 रुपए थे. जो बढ़कर 150 रुपए पर पहुंच गया है. इसी तरह फूलों के दाम में भी काफी बढ़ोतरी हुई है. पहले एक किलोग्राम गेंदे का फूल 75 रुपए था. अब यह बढ़कर 200 रुपए पर पहुंच गया है. मोती माला फूल प्रति सैकड़ा पहले 250 रुपये था. जो आज बढ़कर 600 रुपए पर पहुंच गया है. इसी तरह गुलाब का फूल एक किलोग्राम 100 रुपया था जो आज बढ़कर 300 रुपए पर पहुंच गया है. एक किलोग्राम रजनीगंधा का फूल पहले 200 रुपए था. जो आज बढ़कर 400 रुपए पर पहुंच गया है. इसी तरह सेवंती का फूल पहले 60 से 70 रुपए प्रति किलोग्राम था जो अब बढ़कर 300 रुपए पर पहुंच गया.