रायपुरः गणेश चतुर्थी का त्योहार महाराष्ट्र समेत देश भर में मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में बड़े ही धूमधाम से इस त्योहार को मनाया जाता है. कुल दस दिनों तक गणेशोत्सव पारंपरिक अंदाज में मनता है. इस साल यह त्योहार 2 सितंबर को मनाया जाएगा.
गणेश पूजा भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी को मनाया जाता है. 2 सितंबर को चतुर्थी का आरंभ तड़के 4.57 मिनट से शुरू होकर रात करीब 1.58 तक रहेगा. सुबह 11.05 मिनट से दोपहर 1:36 मिनट तक पूजा शुभ मुहूर्थ है.
ऐसे करें पूजाः
- श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाए, मंच उच्चारण से भगवान गणेश का आह्वान करें.
- दिन भर जलीय आहार ग्रहण करें अथवा केवल फलाहार करें.
- शाम को गणेश जी की पूजा करें. घी का दीपक जलाएं.
- लड्डुओं का भोग लगायें. साथ ही दूब भी अर्पित करें.
- गणेश जी के मन्त्रों का जाप करें.
- चन्द्रमा को नीची दृष्टि से अर्घ्य दें, अन्यथा आपको अपयश मिल सकता है.
मूर्ति की स्थापना के बाद अनंत चतुर्दशी तक गणपति की पूजा करते हैं, इसके बाद विधि विधान के साथ प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है.
वहीं गणेश चतुर्थी को जो व्रत रखते हैं उन्हें चंद्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए, जो लोग चतुर्थी का व्रत रखते हैं वे शाम को गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद व्रत खोल सकते हैं. वहीं जिन महिलाओं ने तीज का व्रत रखा है भगवान गणेश के पूजन के बाद उन्हें व्रत खोलना चाहिए.