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Planting in Monsoon: मानसून में कौन से फलदार पौधे लगाने से होगा फायदा, आइए जानते हैं - इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय

छत्तीसगढ़ में आने कुछ हफ्तों में मानसून की दस्तक हो जाएगी. ऐसे में कुछ ऐसे फलदार पौधे हैं, जो आपको अच्छा लाभ दे सकते हैं. यह छोटे और मध्यम किसानों के लिए ये काफी फायदेमंद हो सकता है.

fruit Planting in monsoon
मानसून में कौन से फलदार पौधे लगाने से होगा फायदा
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Published : Jun 12, 2023, 10:17 PM IST

मानसून में कौन से फलदार पौधे लगाने से होगा फायदा

रायपुर: छत्तीसगढ़ में 20 से 22 जून के बीच छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश दस्तक देने वाली है. ऐसे में मानसून में तेजी से बढ़ने वाले कौन से फलदार पौधे हैं, जो मानसून के समय लगाने से फल लगने के साथ ही बढ़ेंगे. छत्तीसगढ़ में वर्षा आधारित किसान और मध्यम किसान इसके साथ ही जिनके पास सिंचाई की सुविधा नहीं है. ऐसे किसान बहूवर्षीय फल और फॉरेस्ट के पौधे जिसे सिर्फ और सिर्फ मानसून और बारिश के समय ही लगाना चाहिए. प्रदेश के कई किसान बारिश के समय हर्रा बहरा आम जैसे फलों के साथ ही कटहल के बीज को इकट्ठा करके रखते हैं. मानसूनी बारिश होने के साथ ही इसका रोपण कर दिया जाता है.

ये फल लगा सकते हैं: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम साहू ने बताया कि "वनांचल क्षेत्र के रहने वाले आदिवासी और किसान बारिश के मौसम में हर्रा बहेड़ा आंवला चार चिरौंजी के बीज को इसी समय इकट्ठा करके रखने के साथ ही मानसून के समय ही तैयार करते हैं. मानसून का सीजन यानि जुलाई के महीने में आम, अमरूद, नींबू, आंवला बेर, बेल, चीकू, जैकफ्रूट जैसी फलों को लगाना चाहिए. बारिश के मौसम में जमीन में नमी की मात्रा अधिक होती हैं. ऐसे पौधों को इस समय लगाने से इसमें जड़ का विस्तार अच्छे से होता है. इसके साथ ही ऐसे पौधे बहुत जल्दी बढ़ने के साथ ही जल्दी फल भी देने लगते हैं."

"मानसून सीजन जुलाई के महीने से लेकर फरवरी के महीने तक वायुमंडल में आद्रता अच्छी रहती है. नमी भी अच्छी रहती है, लेकिन ठंड के मौसम में पौधे में ग्रोथ कम होता है. लेकिन ठंड के मौसम में पौधे जल्दी खराब नहीं होते हैं. फलदार और जल्दी बढ़ने वाले पौधे के लिए सबसे अच्छा मौसम मानसून का माना गया है. जो जुलाई के महीने से वृक्षारोपण किया जा सकता है. इस समय लगाए गए पौधे तेजी से बढ़ने लगते हैं." -डॉ घनश्याम साहू वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, आईजीकेवी रायपुर

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देसी बीज का करें प्रयोग: बारिश के सीजन में प्रदेश के किसानों को अगर खेत के किनारे वृक्षारोपण करना हो, तो उसके लिए किसानों को यह ध्यान रखना होगा कि इसमें देसी बीज का चयन करें. कटहल करौंदा आम जैसी चीजों को खेत के चारों ओर लगाया जा सकता है. मेहंदी के पौधे भी लगाया जा सकता है, जो तेजी से बढ़ता है. इसके साथ ही खेत के चारों और नीलगिरी बबूल जैसे पौधे भी लगाए जा सकते है. बारिश शुरू होने के ठीक बाद जुलाई के महीने में वृक्षारोपण करने से फरवरी के महीना आते तक बहुत अच्छे से ग्रोथ करते हैं.

मानसून में कौन से फलदार पौधे लगाने से होगा फायदा

रायपुर: छत्तीसगढ़ में 20 से 22 जून के बीच छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश दस्तक देने वाली है. ऐसे में मानसून में तेजी से बढ़ने वाले कौन से फलदार पौधे हैं, जो मानसून के समय लगाने से फल लगने के साथ ही बढ़ेंगे. छत्तीसगढ़ में वर्षा आधारित किसान और मध्यम किसान इसके साथ ही जिनके पास सिंचाई की सुविधा नहीं है. ऐसे किसान बहूवर्षीय फल और फॉरेस्ट के पौधे जिसे सिर्फ और सिर्फ मानसून और बारिश के समय ही लगाना चाहिए. प्रदेश के कई किसान बारिश के समय हर्रा बहरा आम जैसे फलों के साथ ही कटहल के बीज को इकट्ठा करके रखते हैं. मानसूनी बारिश होने के साथ ही इसका रोपण कर दिया जाता है.

ये फल लगा सकते हैं: इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ घनश्याम साहू ने बताया कि "वनांचल क्षेत्र के रहने वाले आदिवासी और किसान बारिश के मौसम में हर्रा बहेड़ा आंवला चार चिरौंजी के बीज को इसी समय इकट्ठा करके रखने के साथ ही मानसून के समय ही तैयार करते हैं. मानसून का सीजन यानि जुलाई के महीने में आम, अमरूद, नींबू, आंवला बेर, बेल, चीकू, जैकफ्रूट जैसी फलों को लगाना चाहिए. बारिश के मौसम में जमीन में नमी की मात्रा अधिक होती हैं. ऐसे पौधों को इस समय लगाने से इसमें जड़ का विस्तार अच्छे से होता है. इसके साथ ही ऐसे पौधे बहुत जल्दी बढ़ने के साथ ही जल्दी फल भी देने लगते हैं."

"मानसून सीजन जुलाई के महीने से लेकर फरवरी के महीने तक वायुमंडल में आद्रता अच्छी रहती है. नमी भी अच्छी रहती है, लेकिन ठंड के मौसम में पौधे में ग्रोथ कम होता है. लेकिन ठंड के मौसम में पौधे जल्दी खराब नहीं होते हैं. फलदार और जल्दी बढ़ने वाले पौधे के लिए सबसे अच्छा मौसम मानसून का माना गया है. जो जुलाई के महीने से वृक्षारोपण किया जा सकता है. इस समय लगाए गए पौधे तेजी से बढ़ने लगते हैं." -डॉ घनश्याम साहू वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक, आईजीकेवी रायपुर

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देसी बीज का करें प्रयोग: बारिश के सीजन में प्रदेश के किसानों को अगर खेत के किनारे वृक्षारोपण करना हो, तो उसके लिए किसानों को यह ध्यान रखना होगा कि इसमें देसी बीज का चयन करें. कटहल करौंदा आम जैसी चीजों को खेत के चारों ओर लगाया जा सकता है. मेहंदी के पौधे भी लगाया जा सकता है, जो तेजी से बढ़ता है. इसके साथ ही खेत के चारों और नीलगिरी बबूल जैसे पौधे भी लगाए जा सकते है. बारिश शुरू होने के ठीक बाद जुलाई के महीने में वृक्षारोपण करने से फरवरी के महीना आते तक बहुत अच्छे से ग्रोथ करते हैं.

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