रायपुर: जिसे दिल की 'कलम' और भरोसे का 'इंक' कहते हैं वो शब्द है दोस्ती. दोस्त एक ऐसा शब्द जिसकी जरूरत बड़े, छोटे, बच्चे सभी को होती है. यूं तो दोस्ती का न कोई नाम होता है और न ही कुछ खास दिन. दोस्तों के साथ बिताया हर पाल खास ही होता है, लेकिन फ्रेंडशिप डे का अलग ही क्रेज देखने को मिलता है.
अगस्त का ये पहला रविवार दोस्तों के नाम यानी फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया जाता है. इस बार फ्रेंडशिप डे 4 अगस्त यानी आज मनाया जा रहा है. इस खास दिन पर लोग तरह-तरह के के फ्रेंडशिप बैंड लिए अपने-अपने दोस्तों से मिल रहे हैं. बताया जाता है कि दोस्ती के इस खास दिन की शुरूआत 1935 में अमेरिका से हुई थी.
ऐसे हुई थी शुरुआत
साल 1935 अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद उसकी याद में उसके दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली थी. दो लोगों के बीच इतनी गहरी दोस्ती को देखते हुए अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का फैसला लिया.
इसके बाद फ्रेंडशिप डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान देने के लिए 30 जुलाई 1985 को यूनाइटेड नेशन्स में इसे दुनियाभर में मनाने के प्रस्तावित किया था. इस खास दिन को मनाने की भावना तो वही है, बस इसे मनाने का तरीका थोड़ा बदल गया है. पहले लोग ग्रीटिंग कार्ड और बैंड्स देकर इसे सेलिब्रेट करते थे, लेकिन अब लोग बैंड के साथ-साथ गिफ्ट्स देने और आउटिंग करने भी जाने लगे हैं.