रायपुर: सिविल लाइन पुलिस ने सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले आरोपी को धर दबोचा है. आरोपी की गिरफ्तारी शुक्रवार को की गई है. आरोपी तिहारू राम पद्माकर और संजीव मिश्रा ने ऊंची पहुंच का झांसा देकर लोगों से 16 लाख रुपए की ठगी की थी. इस मामले में पुलिस ने संजीव मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. दूसरा आरोपी तिहारू राम पद्माकर फरार था. जिसे पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में धारा 420 के तहत कार्रवाई की गई है.
पुलिस अधिकारियों ने क्या कहा: सिविल लाइन थाना प्रभारी अर्चना धुरंधर ने बताया कि "पीड़ित महिला रीना सोनी ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक वह पंचशील नगर में रूबी ब्यूटी पार्लर संचालित करती है. पीड़ित महिला के ब्यूटी पार्लर में संजीव मिश्रा नाम का व्यक्ति आता जाता था और स्वयं को पुलिस विभाग में बड़े अधिकारी के पद में होना बताया था. छत्तीसगढ़ शासन के पुलिस और वन विभाग में भर्ती के लिए विज्ञापन भी निकला हुआ था. पीड़ित महिला को संजीव मिश्रा ने कहा कि किसी को सरकारी नौकरी लगाना हो तो बताना."
सिविल लाइन थाना प्रभारी अर्चना धुरंधर ने आगे बताया कि "पीड़ित महिला के परिचित कमलेश चंद्र से 10 लाख रुपए, सागर ठाकुर से 3 लाख रुपए और विपिन सिंह से 3 लाख रुपए उधारी लेकर नौकरी लगवने के लिए दिए. इस तरह से कुल रकम 16 लाख रुपए पीड़ित महिला ने संजीव मिश्रा और तिहारू राम पद्माकर को 11 दिसंबर 2021 को दिया. ताकि नौकरी लग सके. लेकिन भर्ती प्रक्रिया पूरा होने के बाद परिणाम आने के बाद जब नौकरी नहीं मिली. तब उन्होंने आरोपी से संपर्क किया तो आरोपी गोलमोल जवाब देने लगा. जिसके बाद पीड़ित महिला ने पुलिस में संपर्क किया."
पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ में जुट गई है. पुलिस रकम की बरामदगी के लिए भी आरोपी पर दवाब बना रही है. अब देखना होगा कि पुलिस को कब तक सफलता मिलती है.