रायपुर: प्रदेश में नई सरकार सरकार बने 7 महीने बीत चुके हैं, बावजूद इसके अब तक जो पूर्व विधायकों की पेंशन जारी नहीं की गई है. पूर्व विधायकों का कहना है कि औपचारिकता पूरी किए उन्हें सात महीने बीत चुके हैं, बावजूद इसके सरकार की ओर से उन्हें पेंशन नहीं दी गई है.
बीजेपी के पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि 'जो प्रक्रिया होती है हमने उसे पूरा कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी अब तक हमारी पेंशन शुरू नहीं हुई है. कई ऐसे गरीब विधायक हैं जो इसी के भरोसे अपना गुजर-बसर करते हैं, लेकिन सरकार ने अब तक इसे शुरू नहीं किया है'.
एक से दो महीने के भीतर शुरू होगी है पेंशन
सामान्यतः नई सरकार आने के 1 से 2 महीने के भीतर ही पेंशन शुरू कर दी जाती है, लेकिन अब तक छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से इस को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है. प्रदेश में 90 विधानसभा सीटों में से 68 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं भारतीय जनता पार्टी के विधायक भीमा मंडावी कि हत्या के बाद, अब प्रदेश में भाजपा के केवल 14 विधायक हैं, वहीं 7 सीटों पर गठबंधन के साथ छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे और बहुजन समाज पार्टी के विधायक हैं.
पेंशन प्रपोजल है लंबित
जानकारों की माने तो विधानसभा सचिवालय के ए जी कार्यालय में पूर्व विधायकों का पेंशन प्रपोजल लंबित है, जैसे ही यहां से हरी झंडी मिलेगी उसके बाद ही पूर्व विधायकों का पेंशन शुरू किया जाएगा.