रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि धान हमारा अभियान है, गौरव है, लेकिन राज्य के किसान की हालत बेहद खराब है. किसान रो रहा है, आत्महत्या कर रहा है.यह कैसा अभियान है.
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कहा कि भूपेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में 2500 रुपये में धान खरीदी का जिक्र किया था. 2 साल का बोनस देने की बात कही थी, लेकिन किसानों को कुछ भी नहीं मिल रहा.
'बीजेपी के 15 साल कभी बारादाना की दिक्कत नहीं हुई'
बारदाना को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि किसी भी प्रदेश में बारदाना को लेकर दिक्कत नहीं है. सिर्फ छत्तीसगढ़ में बारादाना की दिक्कत इसलिए कि यहां की सरकार न तो कोलकाता के जूट मिल से बारादाने के लिए बात कर रही है, और ना ही उन्हें एडवांस पेमेंट दे रही है. बारादाना नहीं होने की वजह से धान खरीदी पूरी तरह से बंद हो गई है, किसान परेशान है. रमन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार में 15 साल कभी भी बारादाने का संकट नहीं हुआ.
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर बिना व्यवस्था के धान खरीदी शुरू करने का आरोप लगाया.
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खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 7 जनवरी 2021 तक 62 लाख मीट्रिक धान की खरीदी की गई है. अब तक राज्य के 15 लाख 49 हजार 200 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा है. राज्य के मिलरों को 18 लाख 97 हजार मीट्रिक टन धान का डीओ जारी किया गया है. इसके खिलाफ मिलरों द्वारा अब तक 16 लाख 10 हजार 780 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है.