रायपुर: छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेता और पूर्व वन मंत्री डेरगू प्रसाद धृतलहरे का रविवार को रायपुर में निधन हो गया है. उनके निधन पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और JCCJ सुप्रीमो अजीत जोगी ने शोक व्यक्त किया.
अजीत जोगी ने कहा कि 'इस दुखद समाचार से मैं व्यथित हूं. मैंने अपना प्रिय साथी खो दिया है.' जोगी ने कहा कि धृतलहरे छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज के सर्व सम्मानित नेता थे. उन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर मेरे साथ काम किया.
निर्दलीय विधायक होने के बावजूद बने मंत्री
अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अजीत जोगी ने बताया की वे जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे उस दौरान डीपी धृतलहरे निर्दलीय विधायक थे, जोगी उन्हें इतना चाहते थे कि निर्दलीय होने के बावजूद भी जोगी ने उन्हे वन विभाग का मंत्री बना दिया.
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जैतखाम के निर्माण में सहयोग
जोगी ने बताया गिरौदपुरी धाम में जो जैतखाम का निर्माण हुआ उसको बनाने में डीपी धृतलहरे का बहुत सहयोग मिला. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने एक रत्न खो दिया है. जोगी ने डीपी धृतलहरे को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है. साथ ही ईश्वर से उनके आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.