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शराब दुकान खोलने पर विपक्ष हमलावर, पूर्व कृषि मंत्री ने लगाए ये आरोप

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Published : May 7, 2020, 9:48 AM IST

Updated : May 7, 2020, 1:11 PM IST

लॉकडाउन के बीच प्रदेश में शराब की दुकानों को फिर से शुरू करने को लेकर विपक्ष लगातार भूपेश सरकार को घेर रही है.

Former agriculture minister accused Bhupesh government in  raipur
शराब की दुकानों को फिर से चालू करने पर पूर्व कृषि मंत्री ने भूपेश सरकार पर लगाए ये आरोप

रायपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. वहीं केंद्र सरकार ने प्रदेश के कई जिलों को ग्रीन जोन में शामिल किया है. साथ ही कुछ छूट भी दी है. प्रदेश सरकार ने शराब की दुकानों का संचालन फिर से शुरू कर दिया है, जिसका विपक्ष लगातार विरोध कर रही है. राज्य के पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू और बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने बुधवार को गोबरा नवापारा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने शराब दुकान खोले जाने को लेकर भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

पूर्व कृषि मंत्री ने भूपेश सरकार पर लगाए आरोप

पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा है कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से शराब दुकानों को खोला जाना छत्तीसगढ़वासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने आगे कहा कि गंगा मैया का जल हाथ में लेकर चुनाव से पहले भूपेश बघेल और उनके पार्टी के लोगों ने कसम खाते हुए भरोसा दिलाया था कि छत्तीसगढ़ में सत्ता में आते ही वे राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे.

पूर्व कृषि मंत्री ने भूपेश सरकार पर उठाए सवाल

छत्तीसगढ़ की लगभग तीन करोड़ की आबादी में से आधी आबादी महिलाओं की है. इन्हीं महिलाओं ने भूपेश बघेल की झूठी कसम पर यकीन कर सिर्फ शराबबंदी की उम्मीद के साथ उन्हें प्रदेश की सत्ता सौंपने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन सरकार बने डेढ़ साल बीत चुके हैं पर अब तक प्रदेश में शराबबंदी का कहीं कोई नामोनिशान नहीं है.

'निजी स्वार्थ देख रही भूपेश सरकार'

पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण 42 दिन तक प्रदेश की शराब दुकानें बंद थी. इस दौरान शराब प्रेमी शराब से दूर रहे और लगभग शराब के बिना रहना सीख चुके थे. वहीं इन 40 दिनों में प्रदेश में अपराध का ग्राफ भी कम हो गया था. साथ ही प्रदेशवासियों के घरों में शांति छाई हुई थी. प्रदेश और प्रदेशवासी खुशहाल थे. भूपेश सरकार के पास प्रदेश में शराबबंदी करने का यह बेहतर अवसर था, लेकिन शराबबंदी न करने की ठान चुकी भूपेश सरकार ने सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए इस सुनहरे मौके को गंवा दिया और शराब दुकानें फिर से खोल दी.

पढ़ें: शराब बेचकर कांग्रेस सरकार दे रही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा : ननकीराम कंवर

साहू ने कहा कि शराब दुकानों के खुलते ही इन दुकानों के बाहर हजारों की संख्या में शराबियों की बेकाबू भीड़ दिखाई दे रही है, जिससे प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है. उन्होंने आगे कहा है कि भूपेश सरकार निर्लज्जता की सभी हदें पार करते हुए शराब प्रेमियों को शराब की होम डिलिवरी कर रही है. ऐसा शर्मनाक काम करने वाली यह देश की पहली सरकार है, जिससे और ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती है. वहीं पूर्व मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर भूपेश सरकार के शराब दुकानों के चलते से प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते हैं, तो इसके लिए पूरी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार माना जाएगा.

रायपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. वहीं केंद्र सरकार ने प्रदेश के कई जिलों को ग्रीन जोन में शामिल किया है. साथ ही कुछ छूट भी दी है. प्रदेश सरकार ने शराब की दुकानों का संचालन फिर से शुरू कर दिया है, जिसका विपक्ष लगातार विरोध कर रही है. राज्य के पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू और बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने बुधवार को गोबरा नवापारा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने शराब दुकान खोले जाने को लेकर भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

पूर्व कृषि मंत्री ने भूपेश सरकार पर लगाए आरोप

पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने कहा है कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से शराब दुकानों को खोला जाना छत्तीसगढ़वासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने आगे कहा कि गंगा मैया का जल हाथ में लेकर चुनाव से पहले भूपेश बघेल और उनके पार्टी के लोगों ने कसम खाते हुए भरोसा दिलाया था कि छत्तीसगढ़ में सत्ता में आते ही वे राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करेंगे.

पूर्व कृषि मंत्री ने भूपेश सरकार पर उठाए सवाल

छत्तीसगढ़ की लगभग तीन करोड़ की आबादी में से आधी आबादी महिलाओं की है. इन्हीं महिलाओं ने भूपेश बघेल की झूठी कसम पर यकीन कर सिर्फ शराबबंदी की उम्मीद के साथ उन्हें प्रदेश की सत्ता सौंपने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन सरकार बने डेढ़ साल बीत चुके हैं पर अब तक प्रदेश में शराबबंदी का कहीं कोई नामोनिशान नहीं है.

'निजी स्वार्थ देख रही भूपेश सरकार'

पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण 42 दिन तक प्रदेश की शराब दुकानें बंद थी. इस दौरान शराब प्रेमी शराब से दूर रहे और लगभग शराब के बिना रहना सीख चुके थे. वहीं इन 40 दिनों में प्रदेश में अपराध का ग्राफ भी कम हो गया था. साथ ही प्रदेशवासियों के घरों में शांति छाई हुई थी. प्रदेश और प्रदेशवासी खुशहाल थे. भूपेश सरकार के पास प्रदेश में शराबबंदी करने का यह बेहतर अवसर था, लेकिन शराबबंदी न करने की ठान चुकी भूपेश सरकार ने सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए इस सुनहरे मौके को गंवा दिया और शराब दुकानें फिर से खोल दी.

पढ़ें: शराब बेचकर कांग्रेस सरकार दे रही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा : ननकीराम कंवर

साहू ने कहा कि शराब दुकानों के खुलते ही इन दुकानों के बाहर हजारों की संख्या में शराबियों की बेकाबू भीड़ दिखाई दे रही है, जिससे प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है. उन्होंने आगे कहा है कि भूपेश सरकार निर्लज्जता की सभी हदें पार करते हुए शराब प्रेमियों को शराब की होम डिलिवरी कर रही है. ऐसा शर्मनाक काम करने वाली यह देश की पहली सरकार है, जिससे और ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती है. वहीं पूर्व मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर भूपेश सरकार के शराब दुकानों के चलते से प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते हैं, तो इसके लिए पूरी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार माना जाएगा.

Last Updated : May 7, 2020, 1:11 PM IST
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