रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी की शुरुआत हो गई है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धरसींवा विकासखंड के कुम्हारी गांव के खरीदी केंद्र में पूजा कर खरीदी की शुरुआत की. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने इस साल ऐतिहासिक धान खरीदी का दावा किया है. इस बार 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. प्राथमिक सोसायटियों का विस्तार किया गया है. नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं. राज्य में करीब 260 नए धान उपार्जन केंद्र खोले गए हैं. सीमावर्ती जिलों की सीमा से लगे 33 खरीदी केंद्रों में विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से 31 जनवरी 2021 तक धान खरीदी करने और 1 दिसंबर से 31 मई 2021 तक मक्का की खरीदी करने के निर्देश दिए हैं. प्रदेश में 2 हजार 305 धान खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है. राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों से खेती-किसानी छोड़ चुके 2 लाख से ज्यादा किसान खेतों की ओर लौटे हैं. जिससे खेती के रकबे में वृद्धि हुई है.
2 लाख 49 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया पंजीयन
- खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में पिछले साल की तुलना में 2 लाख 49 हजार से ज्यादा किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है.
- इन्हें मिलाकर इस साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए कुल 21 लाख 29 हजार 764 किसानों ने पंजीयन कराया है.
- इन किसानों का बोये गए धान का रकबा 27 लाख 59 हजार 385 हेक्टेयर से ज्यादा है.
- दो सालों में धान बेचने वाले किसानों का रकबा 19.36 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 22.68 लाख हेक्टेयर और किसानों की संख्या 12 लाख 6 हजार बढ़कर 18 लाख 38 हजार हो गई है.
- रकबे में 3 लाख 32 हजार हेक्टेयर और समर्थन मूल्य पर धान बेचेने वाले किसानों की संख्या में 6.32 लाख बढ़ोतरी हुई है.