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रायपुर में कोई भूखा न सोए इसलिए लिए बांटा जा रहा है खाना

राजधानी में लॉकडाउन के दौरान कई समाज सेवी संगठन और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड एक बार फिर एक्टिव हो गई है. लॉकडाउन में हर रोज 5 हजार खाने के पैकेट बना कर जरूरतमंदों और गरीबों में बांटे जा रहे हैं.

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रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड
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Published : Apr 16, 2021, 8:02 AM IST

Updated : Apr 16, 2021, 3:41 PM IST

रायपुर: राजधानी में 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा हुआ है. जिले में कोरोना से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. हर रोज यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को 3438 नए मरीज मिले हैं. इसके साथ ही 60 लोगों की मौत भी हुई है. लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद भूखे न सोएं इसके लिए कई समाजसेवी संगठन सक्रिय हो गए हैं. रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी समाजसेवी संस्थाओं और NGO के साथ मिलकर जरूरतमंदों और गरीबों तक खाना पहुंचा रहा है.

लॉकडाउन में जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहा खाना


रोजाना 5000 खाने के पैकेट

रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के PRO आशीष मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था बनाई गई है. रोजाना सुबह और शाम 5 हजार खाने के पैकेट लोगों को बांटे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सामाजिक संगठनों द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में भोजन की व्यवस्था की जा रही है. जिनमें सड़कों में रहने वाले, मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को भी भोजन पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पतालों में मरीजों के परिजनों को भोजन पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

सेफ्टी के साथ तैयार किया जा रहा भोजन

सामाजिक संगठनों की तरफ से साफ-सफाई के साथ भोजन तैयार करवाया जा रहा है. कई सामाजिक संगठन खुद खाना बना कर लोगों को भोजन के पैकेट दे रहे हैं. कुकिंग के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन और पूरी सेफ्टी बरती जा रही है.

पिछले साल से ली सीख

साल 2020 जैसी स्थिति एक बार फिर सामने आ गई है. सामाजिक संगठनों का कहना है कि पिछले साल भी उन्होंने काफी प्रवासी मजदूरों में खाना बांटा था. उसी एक्सपीरियंस के साथ इस साल भी जरूरतमंदों को खाना बांटा जा रहा है. उनका कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि रायपुर में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे.

छत्तीसगढ़ में गुरुवार को मिले 15,256 नए कोरोना मरीज

छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. गुरुवार को 24 घंटे के भीतर 105 लोगों की मौत हुई है और रिकॉर्ड 15,256 नए मरीज मिले हैं. गुरुवार को एक्टिव केस की संख्या 1,21,769 पहुंच गई है.

राजधानी रायपुर में कोरोना बेलगाम

रायपुर में गुरुवार को 3438 नए मरीज मिले हैं. राजधानी में 9 अप्रैल शाम 6 बजे से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक 10 दिनों का टोटल लॉकडाउन (total lockdown) लागू कर दिया गया है. लॉकडाउन को लेकर प्रशासन ने सख्त पाबंदियां लागू की हैं. फिर भी राजधानी में कोरोना की रफ्तार रूकने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार को 60 मरीजों की इलाज की दौरान मौत हो गई है.

रायपुर इंडोर स्टेडियम में बने कोविड अस्पताल में तीन दिन में 25 कोरोना संक्रमितों की मौत

दुर्ग में लगातार हालात खराब

दुर्ग में 1778 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. दुर्ग में 6 अप्रैल से लॉकडाउन लागू है. लेकिन कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हुई है. 5 मरीजों की इलाज की दौरान मौत हो गई.

रायपुर: राजधानी में 9 अप्रैल से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा हुआ है. जिले में कोरोना से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. हर रोज यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को 3438 नए मरीज मिले हैं. इसके साथ ही 60 लोगों की मौत भी हुई है. लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद भूखे न सोएं इसके लिए कई समाजसेवी संगठन सक्रिय हो गए हैं. रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी समाजसेवी संस्थाओं और NGO के साथ मिलकर जरूरतमंदों और गरीबों तक खाना पहुंचा रहा है.

लॉकडाउन में जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहा खाना


रोजाना 5000 खाने के पैकेट

रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के PRO आशीष मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था बनाई गई है. रोजाना सुबह और शाम 5 हजार खाने के पैकेट लोगों को बांटे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सामाजिक संगठनों द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में भोजन की व्यवस्था की जा रही है. जिनमें सड़कों में रहने वाले, मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को भी भोजन पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पतालों में मरीजों के परिजनों को भोजन पहुंचाने का काम किया जा रहा है.

सेफ्टी के साथ तैयार किया जा रहा भोजन

सामाजिक संगठनों की तरफ से साफ-सफाई के साथ भोजन तैयार करवाया जा रहा है. कई सामाजिक संगठन खुद खाना बना कर लोगों को भोजन के पैकेट दे रहे हैं. कुकिंग के दौरान कोरोना गाइडलाइंस का पालन और पूरी सेफ्टी बरती जा रही है.

पिछले साल से ली सीख

साल 2020 जैसी स्थिति एक बार फिर सामने आ गई है. सामाजिक संगठनों का कहना है कि पिछले साल भी उन्होंने काफी प्रवासी मजदूरों में खाना बांटा था. उसी एक्सपीरियंस के साथ इस साल भी जरूरतमंदों को खाना बांटा जा रहा है. उनका कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि रायपुर में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे.

छत्तीसगढ़ में गुरुवार को मिले 15,256 नए कोरोना मरीज

छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. गुरुवार को 24 घंटे के भीतर 105 लोगों की मौत हुई है और रिकॉर्ड 15,256 नए मरीज मिले हैं. गुरुवार को एक्टिव केस की संख्या 1,21,769 पहुंच गई है.

राजधानी रायपुर में कोरोना बेलगाम

रायपुर में गुरुवार को 3438 नए मरीज मिले हैं. राजधानी में 9 अप्रैल शाम 6 बजे से 19 अप्रैल सुबह 6 बजे तक 10 दिनों का टोटल लॉकडाउन (total lockdown) लागू कर दिया गया है. लॉकडाउन को लेकर प्रशासन ने सख्त पाबंदियां लागू की हैं. फिर भी राजधानी में कोरोना की रफ्तार रूकने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार को 60 मरीजों की इलाज की दौरान मौत हो गई है.

रायपुर इंडोर स्टेडियम में बने कोविड अस्पताल में तीन दिन में 25 कोरोना संक्रमितों की मौत

दुर्ग में लगातार हालात खराब

दुर्ग में 1778 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. दुर्ग में 6 अप्रैल से लॉकडाउन लागू है. लेकिन कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम नहीं हुई है. 5 मरीजों की इलाज की दौरान मौत हो गई.

Last Updated : Apr 16, 2021, 3:41 PM IST
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