रायपुर: छत्तीसगढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजधानी सहित पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है. जिसकी मार हर तबके पर पड़ी है. बढ़ते कोरोना और लॉकडाउन की वजह से लोगों को परिवार चलाना भी अब मुश्किल हो गया है. राजधानी के फूल बाजार भी इससे अछूता नहीं है. फूल बेचने वाले दुकानदार भी बढ़ते कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से परेशान हैं. हालात ये है कि उन्हें अपना परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है. सामान्य दिनों में राजधानी का फूल बाजार गुलजार हुआ करता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से आज जहां सन्नाटा पसरा हुआ है.
रायपुर में पिछले 20 दिनों से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगाया गया है. फूल का कारोबार करने वाले दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते शादियों को ज्यादातर लोगों ने कैंसिल कर दिया है. वहीं कुछ लोगों के घर में पूजा पाठ या गमी के दौरान फूल की जरूरत पड़ती है. जिसको देखते हुए कुछ घंटे के लिए फूल दुकानदार अपनी दुकानों को बंद करके दुकान के बाहर फूल बेच लेते हैं.
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन ने बढ़ाई शादियों की तारीख
फूल बाजार में करीब 30 दुकान
राजधानी रायपुर के फूल चौक स्थित फूल बाजार में करीब 30 दुकानें हैं. फूल बेचकर अपना परिवार चला रहे हैं. लेकिन लॉकडाउन की वजह से धंधा पूरी तरह से चौपट होने के कारण इन दुकानदारों को अपना घर चलाने में भी परेशानी हो रही है. दो वक्त की रोटी के जुगाड़ में ये दुकानदार दो चार पैसे कमा रहे हैं.
दूसरे शहरों से आपूर्ति बंद
फूल का कारोबार करने वाले दुकानदारों का कहना है कि पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता और नागपुर जैसे शहरों से फूल की सप्लाई पूरी तरह से बंद है. बाहर से आने वाले फूल आर्टिका, लिलियम, कारनेशन, बीओपी, जरबेरा, मम्स और जिप्सी जैसे फ्लावर को काफी समय तक स्टोर करके रखा जा सकता है. लेकिन लॉकडाउन के कारण इनकी सप्लाई पूरी तरह से बंद है.
लोकल जगहों से हो रही आपूर्ति
दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान स्थानीय स्तर पर इन्हें डच गुलाब, रजनीगंधा, गेंदा, नरगिस और मोगरा जैसे फूल उन्हें मुर्रा, रवेली, भाठागांव, पाटन और महासमुंद से मिल जा रहे हैं. जिसकी वजह से कुछ फूल बेचकर दुकानकार कुछ पैसे कमा रहे हैं.