रायपुर: नारायणपुर नक्सली हमले में शहीद सभी 5 जवानों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह क्षेत्रों में अंतिम संस्कार किया गया. कांकेर के चांवण में शहीद सेवक सलाम को उनकी 1 साल की बेटी ने मुखाग्नि दी. इस दौरान सभी की आंखें नम हो गईं. इधर, कांकेर के ही पोटगांव में शहीद करन देहारी को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई. शहीद करण की अगले महीने शादी होने वाली थी. वहीं कोंडागांव जिले भर्रीपारा में शहीद पवन मंडावी को उनके गृहग्राम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इधर नारायणपुर नक्सली हमले में नारायणपुर जिले के भी दो जवान शहीद हुए. शहीद जवान जयलाल उइके को उनके गृहग्राम कसावाही में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वगीं कुम्हारपारा के रहने वाले शहीद जवान विजय पटेल को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
तिरंगे में लिपटकर माटी के लाल का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर-गांव पहुंचा. पूरा गांव गमगीन हो गया, आंखें नम थीं. अपनों को खोने में कंधे भी कम पड़ गए. इस हमले में किसी ने अपना बेटा, किसी ने अपना पिता तो किसी ने अपने पति को खो दिया.
1 साल की बेटी ने शहीद पिता को दी मुखाग्नि
कांकेर जिले के चांवण में नारायणपुर नक्सल हमले में शहीद सेवक सलाम का पार्थिव देह को जब एक साल की बिटिया ने मुखाग्नि दी तो पूरा गांव रो पड़ा. चाचा की गोद में मासूम ने अपने पिता को अंतिम विदाई दी. जैसे ही शहीद सेवक राम सलाम का पार्थिव देह गांव पहुंचा. चारों तरफ चीख-पुखार मच गई. पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को विदाई दी. इस दौरान विधानसभा स्पीकर मनोज मंडावी, कलेक्टर चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक एमआर अहिरे भी मौजूद रहे. इस दौरान लोगों में गम तो नक्सलियों के खिलाफ गुस्सा भी देखा गया.
शहीद को एक साल की बेटी ने दी मुखाग्नि तो रो पड़ा गांव
अगले महीने होने वाली थी शहीद करन की शादी
नारायणपुर नक्सली हमले में कांकेर जिले ने एक और माटी के लाल को खो दिया. शहीद जवान करन देहारी को उनके गृहग्राम पोटगांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. जब तक सूरज चांद रहेगा-करण भैया का नाम रहेगा नारा पूरे समय गूंजते रहा. भारत माता की जय के साथ शहीद करण को अंतिम विदाई दी गई. शहीद जवान करन देहारी की अगले महीने 25 अप्रैल को शादी होने वाली थी, लेकिन उसके पहले ही नक्सलियों की कायराना हरकत के कारण करन शहीद हो गए. परिवार और पूरे गांव को इस बात पर गर्व है कि उनका बेटा देश सेवा में शहीद हो गया.
शहीद करन की शादी के कार्ड छपे के छपे रह गये
शहीद पवन मंडावी को राजकीय सम्मान के साथ विदाई
कोंडागांव जिले के भर्रीपारा में शहीद जवान पवन मंडावी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, विधायक संतराम नेताम, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम समेत सभी प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी पहंचे. गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद पवन को अंतिम विदाई दी गई. जब तिरंगे में शहीद जवान पवन मंडावी का पार्थिव शरीर केशकाल पहुंचा तो भर्रीपारा के गांव में मातम पसर गया. हर एक शख्स की आंखें नम हो गई. परिवार को संबल देने पूरा गांव पहुंचा था. शहीद पवन की शादी 2 साल पहले ही हुई थी. जवान की पत्नी सदमे से बाहर नहीं आ पा रही हैं. जवान का पार्थिव शरीर देखकर उनकी पत्नी बेहोश हो गई.
केशकाल के लाल को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
जयलाल उइके, विजय पटेल की अंतिम विदाई में उमड़े लोग
नारायणपुर नक्सली हमले में नारायणपुर जिले के भी दो जवान शहीद हुए हैं. हमले में शहीद जवान जयलाल उइके को उनके गृहग्राम कसावाही में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों और ग्रामीणों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी. नारायणपुर के कुम्हारपारा के रहने वाले शहीद जवान विजय पटेल को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़े. व्यापारियों ने दुकानें बंद रखीं.