रायपुर: यातायात विभाग और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने रविवार को रायपुर के पुलिस लाइन ग्राउंड में स्कूल बसों के फिटनेस की जांच की. फिटनेस जांच में कुल 100 निजी स्कूलों के 700 बसों की जांच की गई. इतना ही नहीं शिविर में बस चालकों के आंखों की जांच करने के साथ ही हेल्थ चेकअप भी किया गया. यह शिविर स्कूली बच्चों की सुरक्षा और यातायात नियमों का सही ढंग से पालन कराने के मकसद से पुलिस लाइन ग्राउंड में लगाया गया.
कमियों पर काटा जा रहा चालान: 16 जून से नया शिक्षण सत्र चालू होने वाला है. इससे पहले ही संचालकों को बसों को कमियां दूर करने की चेतावनी दी गई थी. अब पुलिस लाइन ग्राउंड में शिविर लगाकर विभाग खुद ही जांच पड़ताल में जुट गया है. विभाग की ओर से बसों का जनरल फिटनेस के साथ परमिट और अन्य जरूरी दस्तावेज की भी जांच की जा रही है. कमियां पाए जाने पर 300 रुपए से लेकर 5000 तक का चालान भी काटा जा रहा है.
कमियां दूर करने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम: जिन बसों में कमियां पाई गईं, उन्हें इसे दूर करने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. 15 दिन बाद फिर शिविर में आकर बस की फिटनेस जांच करानी होगी. अभी तक करीबन 8 बस का 300 से लेकर 800 रुपए तक का चालान काटा गया है. किसी बस में इंडिकेटर काम नहीं कर रहा था तो किसी में हॉर्न बंद था. इन कमियों के आधार पर ही ट्रैफिक विभाग ने चालान काटा है.
600 गाड़ियों का हो चुका पंजीयन: यातायात विभाग रायपुर के निरीक्षक कंवर राम साहू ने बताया कि "शिविर में लगभग 600 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जिनकी जांच जारी है. इनके चालकों का नेत्र और स्वास्थ्य का भी संपूर्ण परीक्षण कराया जा रहा है. जरूरी दस्तावेजों की चेकिंग के बाद आरटीओ की टीम गेट पास दे रही है. इसमें फिटनेस परमिट जैसे संपूर्ण डॉक्यूमेंट मिलने के बाद उन्हें गेट पास देकर वापस भेजा जा रहा है. जिनमें खामियां हैं उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई भी की जा रही है."
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बच्चों की सुरक्षा और यातायात नियमों का सही ढंग से पालन कराने के लिए हर साल बसों का जनरल चेकअप किया जाता है. इसमें बसों के सभी पार्ट्स और दस्तावेजों की जांच की जाती है. शिविर सुबह से लेकर देर रात सभीबसों की जांच होने तक लगा रहा.