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छ्त्तीसगढ़ में बनाई गई पहली क्रिमिनल गैलरी, क्या अपराधियों की धरपकड़ में आएगी तेजी ?

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Published : Jul 30, 2022, 8:16 PM IST

Updated : Jul 30, 2022, 10:12 PM IST

क्राइम और क्रिमिनल यह शब्द हर राज्य के लोगों और पुलिस को परेशान करती (first criminal gallery set up in raipur) है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने अब क्रिमिनलों पर त्वरित कार्रवाई के मकसद से रायपुर में क्रिमिनल गैलरी बनाई (chhattisgarh first Criminal gallery) है. लेकिन सवाल उठता है कि अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस के पास कई तरह के संसाधन ( Criminal gallery will help in catching criminals) है. ऐसे में अब अपराधियों की गैलरी यानि कि क्रिमिनल गैलरी पुलिस के लिए कितनी कामयाब होगी. जानिए इस रिपोर्ट (victims identify criminals easily from criminal gallery) में.

first criminal gallery set up in raipur
छ्त्तीसगढ़ में बनाई गई पहली क्रिमिनल गैलरी

रायपुर: बदमाश, अपराधी यह शब्द सुनते ही लोग घबरा जाते हैं डर जाते हैं. लेकिन अब क्रिमिनलों की खैर नहीं. क्रिमिनलों पर तेजी से कार्रवाई के मकसद से रायपुर में छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपराधियों और बदमाशों की गैलरी बनाई (first criminal gallery set up in raipur) है. बीते कई दिनों से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. लूट, हत्या, चाकूबाजी और महिला अपराध के आंकड़ों में इजाफा हुआ. पुलिस अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही (chhattisgarh first Criminal gallery) थी.अपराधियों को पकड़ने में और तेजी लाने के मकसद से छत्तीसगढ़ में पहली क्रिमिनल गैलरी बनाई गई है. इस पहल में छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के उन अपराधियों का भी डेटा एकत्र किया ( Criminal gallery will help in catching criminals) है. जिन्होंने राजधानी रायपुर या किसी अन्य शहरों में किसी अपराध को अंजाम दिया हो. रायपुर पुलिस ने ऐसे ही अपराधियों की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट में एक क्रिमिनल गैलरी तैयार की है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि" यह राज्य की पहली क्रिमिनल गैलरी है. जहां खूंखार अपराधी समेत लूटपाट, डकैती और अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों की तस्वीरें लगाई गई है. इस गैलरी में डेढ़ सौ से अधिक बदमाशों की तस्वीरें और जानकारियां चस्पा की गई है. पुलिस के पास ऐसे ही एक हजार से अधिक बदमाशों का डेटा है. अब इस डेटा को भी क्रिमिनल गैलरी में लगाया (victims identify criminals easily from criminal gallery) जाएगा.

आखिर क्रिमिनल गैलरी की जरूरत छत्तीसगढ़ पुलिस को क्यों पड़ी ?: राजधानी रायपुर में नए-नए अपराधी हाईटेक तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस के सामने अपराधियों की पहचान करना एक चुनौती की तरह होता है. हालात यह हैं कि सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है. इस समस्या से निपटने के लिए रायपुर पुलिस ने अपराधियों की गैलरी तैयार की है. एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी गिरीश बताते हैं "वर्तमान में करीब डेढ़ सौ अपराधियों की तस्वीरें लगाई गई है. यह शुरुआती क्रम है. हमारे पास और भी अपराधियों की पूरी जानकारियां हैं. उनका पूरा डेटाबेस है. अभी हम बढ़ते क्रम में हैं और अपराधियों की फोटो लगाएंगे. उनका रिकॉर्ड पूरी तरह से मेंटेन भी किया जाएगा"

छ्त्तीसगढ़ में बनाई गई पहली क्रिमिनल गैलरी

ये भी पढ़ें: रायपुर में क्रिमिनल गैलरी का उद्घाटन


क्या क्रिमिनल गैलरी से मिलेगा फायदा, क्या है पुलिस का तर्क : एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी गिरीश तिवारी ने बताया कि " एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के मार्गदर्शन में क्रिमिनल गैलरी को शुरू किया गया है. हमारी कोशिश है जो भी आदतन अपराधी है. उनका पूरा रिकॉर्ड और डेटाबेस यहां मेंटेन किया जाए. उन सबकी फोटो यहां लगाई गई है. यदि कोई घटना होती है तो हमारा प्रयास रहेगा उस अपराधी की पहचान के लिए हम प्रार्थी को यहां पर लेकर आएं. उन्हें दिखाएं और वह पहचान कर सके. साथ ही साथ इस डेटाबेस को यहां के अलावा अन्य जिलों की पुलिस को भी शेयर किया जाएगा. इस जानकारी को शेयर करने से इसका बहुत ही सार्थक उपयोग हो सकेगा. अन्य जिलों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती वाले राज्यों के जिले हैं. हम वहां भी इस डेटाबेस को शेयर करेंगे और इसमें समय-समय पर अपडेट भी किया जाएगा. जिसमें अपराधियों की फिंगर प्रिंट मेंटेन करना. इसके बाद इसका डिजिटिलाइजेशन किया जाएगा. यह सब आगे भविष्य की योजना है".


क्रिमिनल गैलरी में क्या है खास ?: अधिकारियों की माने तो राज्य में पहली बार क्रिमिनल गैलरी राजधानी रायपुर में तैयार की गई है. देश में बाकी जगह इस तरह की गैलरी है या नहीं यह बता पाना संभव नहीं है. लेकिन छ्त्तीसगढ़ में यह एक अनूठा प्रयास है. बता दें पुलिस की क्रिमिनल गैलरी में डकैती में पकड़े गए 40 अपराधियों की फोटो है. चोरी-लूट और नशा तस्करी करते पकड़े गए 40-40 अपराधियों की फोटो लगाई गई. इसके साथ ही दूसरे राज्यों से अलग-अलग मामलों में पकड़े गए अपराधियों की फोटो है. गैलरी में उन आरोपियों की भी फोटो रखी गई है. जो लगातार अपराध में शामिल है. इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब समेत आधा दर्जन से अधिक राज्यों के अपराधियों की फोटो लगाई गई है.

रायपुर: बदमाश, अपराधी यह शब्द सुनते ही लोग घबरा जाते हैं डर जाते हैं. लेकिन अब क्रिमिनलों की खैर नहीं. क्रिमिनलों पर तेजी से कार्रवाई के मकसद से रायपुर में छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपराधियों और बदमाशों की गैलरी बनाई (first criminal gallery set up in raipur) है. बीते कई दिनों से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में क्राइम का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. लूट, हत्या, चाकूबाजी और महिला अपराध के आंकड़ों में इजाफा हुआ. पुलिस अपराधियों पर लगातार कार्रवाई कर रही (chhattisgarh first Criminal gallery) थी.अपराधियों को पकड़ने में और तेजी लाने के मकसद से छत्तीसगढ़ में पहली क्रिमिनल गैलरी बनाई गई है. इस पहल में छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के उन अपराधियों का भी डेटा एकत्र किया ( Criminal gallery will help in catching criminals) है. जिन्होंने राजधानी रायपुर या किसी अन्य शहरों में किसी अपराध को अंजाम दिया हो. रायपुर पुलिस ने ऐसे ही अपराधियों की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट में एक क्रिमिनल गैलरी तैयार की है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि" यह राज्य की पहली क्रिमिनल गैलरी है. जहां खूंखार अपराधी समेत लूटपाट, डकैती और अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों की तस्वीरें लगाई गई है. इस गैलरी में डेढ़ सौ से अधिक बदमाशों की तस्वीरें और जानकारियां चस्पा की गई है. पुलिस के पास ऐसे ही एक हजार से अधिक बदमाशों का डेटा है. अब इस डेटा को भी क्रिमिनल गैलरी में लगाया (victims identify criminals easily from criminal gallery) जाएगा.

आखिर क्रिमिनल गैलरी की जरूरत छत्तीसगढ़ पुलिस को क्यों पड़ी ?: राजधानी रायपुर में नए-नए अपराधी हाईटेक तरीके से वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में पुलिस के सामने अपराधियों की पहचान करना एक चुनौती की तरह होता है. हालात यह हैं कि सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है. इस समस्या से निपटने के लिए रायपुर पुलिस ने अपराधियों की गैलरी तैयार की है. एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी गिरीश बताते हैं "वर्तमान में करीब डेढ़ सौ अपराधियों की तस्वीरें लगाई गई है. यह शुरुआती क्रम है. हमारे पास और भी अपराधियों की पूरी जानकारियां हैं. उनका पूरा डेटाबेस है. अभी हम बढ़ते क्रम में हैं और अपराधियों की फोटो लगाएंगे. उनका रिकॉर्ड पूरी तरह से मेंटेन भी किया जाएगा"

छ्त्तीसगढ़ में बनाई गई पहली क्रिमिनल गैलरी

ये भी पढ़ें: रायपुर में क्रिमिनल गैलरी का उद्घाटन


क्या क्रिमिनल गैलरी से मिलेगा फायदा, क्या है पुलिस का तर्क : एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी गिरीश तिवारी ने बताया कि " एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के मार्गदर्शन में क्रिमिनल गैलरी को शुरू किया गया है. हमारी कोशिश है जो भी आदतन अपराधी है. उनका पूरा रिकॉर्ड और डेटाबेस यहां मेंटेन किया जाए. उन सबकी फोटो यहां लगाई गई है. यदि कोई घटना होती है तो हमारा प्रयास रहेगा उस अपराधी की पहचान के लिए हम प्रार्थी को यहां पर लेकर आएं. उन्हें दिखाएं और वह पहचान कर सके. साथ ही साथ इस डेटाबेस को यहां के अलावा अन्य जिलों की पुलिस को भी शेयर किया जाएगा. इस जानकारी को शेयर करने से इसका बहुत ही सार्थक उपयोग हो सकेगा. अन्य जिलों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती वाले राज्यों के जिले हैं. हम वहां भी इस डेटाबेस को शेयर करेंगे और इसमें समय-समय पर अपडेट भी किया जाएगा. जिसमें अपराधियों की फिंगर प्रिंट मेंटेन करना. इसके बाद इसका डिजिटिलाइजेशन किया जाएगा. यह सब आगे भविष्य की योजना है".


क्रिमिनल गैलरी में क्या है खास ?: अधिकारियों की माने तो राज्य में पहली बार क्रिमिनल गैलरी राजधानी रायपुर में तैयार की गई है. देश में बाकी जगह इस तरह की गैलरी है या नहीं यह बता पाना संभव नहीं है. लेकिन छ्त्तीसगढ़ में यह एक अनूठा प्रयास है. बता दें पुलिस की क्रिमिनल गैलरी में डकैती में पकड़े गए 40 अपराधियों की फोटो है. चोरी-लूट और नशा तस्करी करते पकड़े गए 40-40 अपराधियों की फोटो लगाई गई. इसके साथ ही दूसरे राज्यों से अलग-अलग मामलों में पकड़े गए अपराधियों की फोटो है. गैलरी में उन आरोपियों की भी फोटो रखी गई है. जो लगातार अपराध में शामिल है. इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब समेत आधा दर्जन से अधिक राज्यों के अपराधियों की फोटो लगाई गई है.

Last Updated : Jul 30, 2022, 10:12 PM IST
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