रायपुर: केंद्र के तीनों कृषि कानून के विरोध में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने प्रदेश में सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में किसान मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम रमन सिंह के निवास का घेराव करने जा रहे हैं.
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के प्रदर्शन का आज 48वां दिन है. किसान अभी भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने किसानों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है. महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य रूपन चंद्राकर, द्वारिका साहू, पारसनाथ साहू और डॉ संकेत ठाकुर ने कहा है कि राष्ट्रीय स्तर से प्रदेश स्तर तक भाजपा के नेता किसानों को बदनाम करने में लगे हुए हैं.
भाजपा नेताओं के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार लगातार किसानों का शोषण कर रही है और प्रदेश के बीजेपी नेता केंद्र के फैसले को सही बताते हुए किसानों को बदनाम कर रहे हैं. भाजपा नेताओं के खिलाफ आज विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. किसानों के आंदोलन को धमतरी के किसान भी समर्थन देने पहुंच रहे हैं.
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दिल्ली में चल रहा आंदोलन
दिल्ली में कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान कानूनों में किसी भी तरह के बदलाव को लेकर सहमत नहीं हैं. किसानों का साफतौर पर कहना है कि कृषि कानून वापस होने चाहिए. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से सरकार को लगाए गए फटकार पर किसान नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. किसानों का कहना है कि वे सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप का स्वागत करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए कि जो कानून किसानों के लिए लाए गए हैं, अगर किसान उन्हें स्वीकार नहीं करना चाहते, तो केंद्र सरकार उन्हें वापस क्यों नहीं ले रही.