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Falgun 2023: फाल्गुन का महीना प्रेम, विवाह और वैवाहिक जीवन के लिए क्या महत्व रखता है, आइए जानें... - फाल्गुन महीने का महत्व

end of winter फाल्गुन के महीने में प्रकृति खिलखिला उठती है. सर्दी का अंत और गर्मी की शुरुआत होने लगती है. चारों और प्रेम की बयार बहती है. सारा वातावरण रंगीन दिखाई पड़ता है. बसंत का प्रभाव होने से फाल्गुन महीने में प्रेम और रिश्तो में बेहतरी आती है.importance of Falgun month

Falgun 2023
फाल्गुन का महीना
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Published : Feb 12, 2023, 3:52 PM IST

फाल्गुन महीने का महत्व

रायपुर: कहते हैं कि फल्गुन के महीने में प्रेम, विवाह और वैवाहिक जीवन के प्रयोग विशेष सफल होते हैं. प्रकृति के नजरिए से फाल्गुन का महीना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही इसका धार्मिक महत्व भी है. फाल्गुन का महीना श्रीकृष्ण को अति प्रिय है. राधा कृष्ण का प्रेम जगजाहिर है. फाल्गुन में रोजाना गुलाब के फूल से भगवान कृष्ण की पूजा करने से प्रेम संबंधों में मधुरता आती है और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. फाल्गुन में महाशिवरात्रि पर शंकर पार्वती का मिलन हुआ था. शिव पार्वती सुखी दांपत्य का सबसे उत्तम उदाहरण है.

वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए अर्पित करें बेलपत्र: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी का कहना है कि "इस दिन भोलेनाथ को बेलपत्र और देवी पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है. फाल्गुन मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस महीने में होली विजय एकादशी फुलेरा दूज महाशिवरात्रि और भी अन्य पर्व मनाए जाते हैं. फाल्गुन मास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करना विशेष फलदाई माना जाता है. इस दौरान श्री कृष्ण के तीन रूप बालकृष्ण, युवाकृष्ण और गुरुकृष्ण की पूजा की जाती है."

Falgun Month 2023 : फाल्गुन मास में कैसे बदले किस्मत, जानिए महत्व और त्यौहार

सर्दी की होने लगती है विदाई, गर्मी की शुरुआत: पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी बताते हैं कि "फाल्गुन मास के प्रारंभ होते ही मौसम गर्म होने लगता है, और सर्दी की विदाई होने लगती है. फाल्गुन मास में बसंत ऋतु का समय होता है, इसलिए चारों ओर छटा निराली होती है. फाल्गुन मास महादेव का प्रिय त्योहार महाशिवरात्रि आता है. इसके साथ ही रंगों का त्योहार होली भी इसी महीने आता है. महाशिवरात्रि पर शिव पूजा का भी विशेष महत्व है. फाल्गुन माह में शिवलिंग पर बेल के फूल चढ़ाने से शिवजी जैसा पति और माता पार्वती जैसी अर्धांगिनी मिलती है. प्रेम संबंध से बंधे लोगों में भी प्यार बढ़ता है. फाल्गुन माह में श्री कृष्ण और राधा रानी को कुमुद, मालती, पलाश और वनमाला अर्पित करने से वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो जाती है. जीवन के साथ-साथ प्यार भरे लम्हे बिताने का मौका मिलता है."

इस तरह स्नान करने से विवाह की बाधाएं होती हैं दूर: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी के मुताबिक "फाल्गुन माह में केवड़े के फूल से बनी इत्र को रोजाना स्नान के पानी में मिलाकर नहाने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है. इत्र की महक से पार्टनर को आकर्षित भी किया जा सकता है. फाल्गुन माह में चंद्रमा का जन्म हुआ था. ऐसे में इस महीने में चंद्र दर्शन चंद्रमा को जल अर्पित करने और उनके मंत्रों का जाप किया जाए तो इससे पार्टनर का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है. फाल्गुन माह में मां लक्ष्मी को हर शुक्रवार पांच गुलाब के फूल चढ़ाने से पार्टनर की नौकरी या व्यापार में बढ़ोतरी होती है, और आय मैं वृद्धि के योग बनते हैं. फाल्गुन माह में श्रीकृष्ण को मोर पंख अर्पित करने से पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है, और तालमेल भी बेहतर होता है. रिश्ते की नींव भी मजबूत होती है."

फाल्गुन महीने का महत्व

रायपुर: कहते हैं कि फल्गुन के महीने में प्रेम, विवाह और वैवाहिक जीवन के प्रयोग विशेष सफल होते हैं. प्रकृति के नजरिए से फाल्गुन का महीना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही इसका धार्मिक महत्व भी है. फाल्गुन का महीना श्रीकृष्ण को अति प्रिय है. राधा कृष्ण का प्रेम जगजाहिर है. फाल्गुन में रोजाना गुलाब के फूल से भगवान कृष्ण की पूजा करने से प्रेम संबंधों में मधुरता आती है और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है. फाल्गुन में महाशिवरात्रि पर शंकर पार्वती का मिलन हुआ था. शिव पार्वती सुखी दांपत्य का सबसे उत्तम उदाहरण है.

वैवाहिक जीवन में खुशहाली के लिए अर्पित करें बेलपत्र: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी का कहना है कि "इस दिन भोलेनाथ को बेलपत्र और देवी पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है. फाल्गुन मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस महीने में होली विजय एकादशी फुलेरा दूज महाशिवरात्रि और भी अन्य पर्व मनाए जाते हैं. फाल्गुन मास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करना विशेष फलदाई माना जाता है. इस दौरान श्री कृष्ण के तीन रूप बालकृष्ण, युवाकृष्ण और गुरुकृष्ण की पूजा की जाती है."

Falgun Month 2023 : फाल्गुन मास में कैसे बदले किस्मत, जानिए महत्व और त्यौहार

सर्दी की होने लगती है विदाई, गर्मी की शुरुआत: पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी बताते हैं कि "फाल्गुन मास के प्रारंभ होते ही मौसम गर्म होने लगता है, और सर्दी की विदाई होने लगती है. फाल्गुन मास में बसंत ऋतु का समय होता है, इसलिए चारों ओर छटा निराली होती है. फाल्गुन मास महादेव का प्रिय त्योहार महाशिवरात्रि आता है. इसके साथ ही रंगों का त्योहार होली भी इसी महीने आता है. महाशिवरात्रि पर शिव पूजा का भी विशेष महत्व है. फाल्गुन माह में शिवलिंग पर बेल के फूल चढ़ाने से शिवजी जैसा पति और माता पार्वती जैसी अर्धांगिनी मिलती है. प्रेम संबंध से बंधे लोगों में भी प्यार बढ़ता है. फाल्गुन माह में श्री कृष्ण और राधा रानी को कुमुद, मालती, पलाश और वनमाला अर्पित करने से वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो जाती है. जीवन के साथ-साथ प्यार भरे लम्हे बिताने का मौका मिलता है."

इस तरह स्नान करने से विवाह की बाधाएं होती हैं दूर: ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी के मुताबिक "फाल्गुन माह में केवड़े के फूल से बनी इत्र को रोजाना स्नान के पानी में मिलाकर नहाने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है. इत्र की महक से पार्टनर को आकर्षित भी किया जा सकता है. फाल्गुन माह में चंद्रमा का जन्म हुआ था. ऐसे में इस महीने में चंद्र दर्शन चंद्रमा को जल अर्पित करने और उनके मंत्रों का जाप किया जाए तो इससे पार्टनर का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है. फाल्गुन माह में मां लक्ष्मी को हर शुक्रवार पांच गुलाब के फूल चढ़ाने से पार्टनर की नौकरी या व्यापार में बढ़ोतरी होती है, और आय मैं वृद्धि के योग बनते हैं. फाल्गुन माह में श्रीकृष्ण को मोर पंख अर्पित करने से पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है, और तालमेल भी बेहतर होता है. रिश्ते की नींव भी मजबूत होती है."

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