रायपुर: शुक्रवार का दिन भारत की अंतरिक्ष यात्रा में खुशखबरी लेकर आया है. दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान 3 को अंतरिक्ष में लॉन्च किया. यह प्रक्षेपण आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा ISRO सेंटर से सफल रहा है. अब लोगों की नजरें चंद्रयान के चंद्रमा की कक्षा में शामिल होने को लेकर है. ईटीवी भारत ने अंतरिक्ष में भारत की लंबी उड़ान को लेकर रायपुर के स्टूडेंट्स से बात की है. जानिए उन्होंने क्या कहा ?
जब चंद्रयान तीन की लॉन्चिंग हो रही थी. तब रायपुर के रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे. वंदे मातरम का जयघोष कर रहे थे. यहां के विद्यार्थियों का जज्बा देखते ही बन रहा था.
पीआरएसयू के विद्यार्थियों ने क्या कहा: चंद्रयान तीन की लॉन्चिंग पर पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोफिजिक्स की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स में काफी खुशी देखी गई. विद्यार्थियों ने बताया कि" चंद्रयान की लॉन्चिंग देखने में बहुत अच्छा लगा. यह देश के लिए गर्व की बात है. भारत फिर से चंद्रमा की यात्रा कर रहा है. इससे पहले चंद्रयान 2 की सफल लैंडिंग नहीं हो पाई थी. हमें उम्मीद है कि चंद्रयान 3 का यह अभियान पूरी तरह सफल रहेगा"
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में जाने वाला पहला देश बना भारत: स्टूडेंट्स ने बताया कि " चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग बेहद डिफिकल्ट है क्योंकि अब तक जितने भी देश ने लैंडिंग करवाई है वह सिर्फ लैंडिंग रही है लेकिन भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को चयन किया है, यहां लैंडिंग करवाना आसान नहीं है. यह माना जा रहा है कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में सूर्य की किरणें कम पढ़ती हैं. ऐसे में वहां पानी के होने की संभावना है. chandrayaan 3 पूरी तरह सफल होगा. हमारा देश चंद्रयान की सफलता के बाद चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बनने जा रहा है"
विद्यार्थियों ने बताया कि" हम स्टूडेंट्स् एस्ट्रोफिजिक्स की पढ़ाई करते हैं. लेकिन पढ़ाई करना और चीजों को इस तरह से लाइव देखकर महसूस करना एक अलग ही अनुभव है. हमें बहुत गर्व हो रहा है"
अब सभी भारतवासियों की निगाहें पाच अगस्त पर टिकी हुई है. इस दिन चंद्रयान 3 चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा.