रायपुर: राजधानी रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था को इंदौर शहर की तर्ज पर दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी गई है. अब रायपुर में भी इंदौर की तरह हाईटेक ट्रैफिक व्यवस्था लागू की जाएगी. इंदौर शहर पूरी तरह सर्विलांस से जुड़ा हुआ है. चौक चौराहों पर कैमरे लगे होने की वजह से चालक ट्रैफिक सिंगनल का पालन करते हैं.
मोबाइल नंबर पर आएगा वाइस मैसेज
इंदौर में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वालों का ई-चालान जैसे ही पुलिस काटती है, वैसे ही संबंधित वाहन चालक के मोबाइल नंबर पर वाइस मैसेज भेज दिया जाता है. मैसेज में यह चेतावनी होती है कि चालान जल्द पटा दें नहीं तो केस कोर्ट में पेश किया जाएगा. चालक इसकी अनदेखी करता है तब दो से तीन बार अलग-अलग नंबरों से कॉल सूचना दी जाती है. ऐसे में मजबूर चालक को थाने में जाकर जुर्माना भरना पड़ता है. रायपुर पुलिस भी इसी तर्ज पर नए साल से यह सिस्टम यहां शुरू करने की तैयारी कर रही है.
इलेक्ट्रानिक सिस्टम का किया जा रहा इस्तेमाल
एडिशनल एसपी एमआर मंडावी में बताया कि स्मार्ट सिटी में स्मार्ट तरीके से ट्रैफिक संचालन करने के लिए लोगों को भी स्मार्ट होना पड़ेगा. ट्रैफिक नियमों का हर वाहन चालक पालन करने लगे तो चौक चौराहे पर पुलिस जवानों को खड़ा करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. इंदौर से आए ट्रैफिक एक्सपर्ट प्रफुल्ल जोशी ने यहां के ट्रैफिक अफसरों को बताया कि इंदौर में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में इलेक्ट्रानिक सिस्टम का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है.
भारत में 144 ट्रैफिक संकेत लागू है. जबकि छत्तीसगढ़ में केवल 84 संकेत की जरूरत है. अधिकांश वाहन चालकों को संकेतों के बारे में जानकारी भी नहीं है. उन्हें यह बताना पड़ेगा. वहीं इन चाजों का भी ध्यान रखना होगा कि सड़कों पर व्यवस्थित पार्किंग है या नहीं, भीड़ भरे बाजार में चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना भी बहुत जरूरी है.