रायपुर: छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव में करारी हार और पीसीसी चीफ के बदलाव की खबरें चल रही है. ऐसी खबरें आ रही है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है. कांग्रेस की हार और पीसीसी चीफ चयन को लेकर टीएस सिंहदेव ने मीडिया में बयान दिया है. उन्होंने इसके साथ ही प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति, चुनावी माहौल ,पार्टी के अंदर नेताओं की बयानबाजी और सार्वजनिक मंच पर पार्टी के खिलाफ खुलकर बोलने पर बात की है.
"जो जिम्मेदारी मिलेगी निभाऊंगा": कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने के सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि पार्टी हमें जो भी जिम्मेदारी देती है ,उसका निर्वहन हम करेंगे, पार्टी द्वारा जो भी निर्देश होगा ,उसका पालन किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की किसी बात की जानकारी उन्हें नहीं है.
आदिवासी नेता को मिलना चाहिए मौका : आदिवासी नेता को मौका दिए जाने के सवाल पर सिंहदेव ने कहा कि उन्हें क्यों नेतृत्व नहीं मिलना चाहिए , हमने आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया ,दो दो प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी बनाए. हमने मौका दिया कि आदिवासियों पर विचार कीजिए, अन्य पर भी विचार कीजिए और जो व्यक्ति सबसे बेहतर काम कर सकता है चाहे वह किसी भी समाज से आता है. पहले हम देश के नागरिक हैं, नागरिक में अंतर नहीं होना चाहिए, हम पार्टी के सदस्य हैं, पार्टी के सदस्य में जो सबसे बेहतर लगते हैं ,सबसे अच्छा सबको लेकर चल सकते हैं, उन्हें बनाया जा सकता है.
हार के कई कारण हो सकते हैं, एंटी एनकंबेसी जैसी कई चीजें थी. परिसीमन और संसाधन भी फैक्टर है. वोटर लिस्ट भी एक बड़ा फैक्टर है. मुझे यह जानकारी मिली की बीजेपी की तरफ से पार्षदों को बड़ी राशि उपलब्ध कराई गई. एक लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराई गई. मैंने ऐसा कभी नहीं सुना. कितनी राशि कहां से दी गई किन संसाधनों का प्रयोग किया गया चुनाव के लिए वह अलग बात है- टीएस सिंहदेव, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
"पार्टी नेता बयान देते वक्त संयमित रहें": सिंहदेव ने कहा कि पार्टी में जो भी चीज हो रही है, उसको संगठित रूप से सभी लोगों को समझना चाहिए ,जीत हार राजनीतिक विषय है ,लेकिन इस पर बयान देने वाले नेताओं को संयमित रहना चाहिए. अगर पार्टी जीतती है तो एक कार्यकर्ता तक उसके लिए जिम्मेदार होते हैं, इस तरह से अगर पार्टी की हार होती है तो शीर्ष नेतृत्व से लेकर के नीचे के सभी कार्यकर्ता इसकी जिम्मेदारी लेते हैं. हम यह मान कर चल रहे हैं कि जो हार हुई है उसकी हम समीक्षा करेंगे. जहां जरूरत होगी उसे मजबूत करने का काम किया जाएगा.
"टिकट का फैसला कमेटी करती है": कांग्रेस पार्टी में पैसा देकर टिकट देने के आरोप को लेकर सिंहदेव ने कहा कि टिकट किसी एक व्यक्ति के कहने पर नहीं दिया जाता है, टिकट देने के लिए पूरी कमेटी होती है. यह कमेटी तय करती है की टिकट किसे देना है, पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता क्षेत्र में काम करने वाले लोग पार्टी के समर्पित नेता उन्हीं को टिकट देने का काम किया जाता है. इसके लिए पार्टी की कमेटी ही तय करती है. कोई एक व्यक्ति टिकट नहीं देता है.
नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की ऐतिहासिक हार के बाद पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से इस्तीफा मांगा है. इस सवाल के जवाब में सिहंदेव ने कहा कि प्रदेश स्तर के बदलाव की बात है ,वह स्पष्ट है कि जो जानकारी हमारे आपके पास है. वह जानकारी हमारे केंद्रीय नेतृत्व के पास भी है. यहां तक की हमसे ज्यादा जानकारी उनके पास है. इसलिए निर्णय लेने की क्षमता और स्थिति उनकी हमसे कहीं ज्यादा है. इसलिए इस तरह की बातें सामने आ रही है. वास्तविकता यही है कि उन सभी विषय वस्तु को ध्यान में रखते हुए हाई कमान निर्णय लेगा और जो वह निर्णय लेगा वह सभी मानेंगे. मेरे लिए भी जो जवाबदारी तय की जाएगी वह मैं मानूंगा.