रायपुर: EOW ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो EOW और ACB के नाम पर डरा धमकाकर शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को ब्लैकमेल किया करते थे. इस मामले में एक आरोपी फरार बताया जा रहा है.
पकड़े गए आरोपियों में शासकीय कर्मचारी भी
पकड़े गए आरोपियों में एक बर्खास्त उपनिरीक्षक, EOW का एक पूर्व कर्मचारी और एक कथित आरटीआई एक्टिविस्ट शामिल है. बर्खास्त उपनिरीक्षक का नाम सत्येंद्र सिंह वर्मा है, जो कि पहले भी रिश्वत के आरोप में जेल जा चुका है.अन्य दो आरोपियों में कथित RTI एक्टिविस्ट राकेश तराटे और EOW का निलंबित कर्मचारी विनोद वर्मा शामिल है.
शासकीय कर्मचारियों से करते थे वसूली
चौथा आरोपी वन विभाग का बर्खास्त कर्मचारी बताया जा रहा है. जिसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.ये चारों आरोपी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को EOW और ACB के नाम पर डरा धमका कर अवैध वसूली किया करते थे, जिसकी शिकायत EOW को मिली थी.
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3 आरोपी गिरफ्तार, 1 फरार
विभाग ने मामले में पड़ताल कर कार्रवाई करते हुए चार में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे मामले का खुलासा EOW एवं ACB के उप पुलिस महानिरीक्षक शेख आरिफ हुसैन ने दी. उन्होंने बताया कि ये आरोपी सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों को डरा धमका कर उन्हें ब्लैकमेल किया करते थे. जिसके बाद इस पूरे मामले पर नजर रखते हुए इस गिरोह के चार में से तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. आरिफ ने कहा कि मामले की जांच में कुछ और नाम भी सामने आ सकते है. विभाग के द्वारा इन आरोपियों की संपत्ति भी अटैच किए जाने की भी कार्रवाई की जा सकती है.
आरिफ हुसैन ने की तत्काल सूचना देने की अपील
उप पुलिस महानिरीक्षक शेख आरिफ हुसैन ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की है कि यदि EOW और ACB के नाम पर कोई भी उनसे किसी तरह की राशि की मांग करता है तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को दें.
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कई और लोगों के शामिल होने की आशंका
विभाग ने दावा किया है कि इस मामले में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है. इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद उन शासकीय अधिकारी, कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है जिन्हें इनके द्वारा लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था.