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रायपुर: EOW में पदस्थ इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजूर पर गबन का केस दर्ज

पंडरी के रहने वाले अमरनाथ ने EOW में पदस्थ इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजुर पर 14 साल पहले जब्त किए गए पैसों और गहनों का गबन करने का आरोप लगाया है.

पुलिस स्टेशन
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Published : Jun 20, 2019, 7:27 AM IST

Updated : Jun 20, 2019, 8:24 AM IST

रायपुर: ईओडब्ल्यू में पदस्थ इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजुर के खिलाफ सिविल लाइन थाना में गबन का केस दर्ज किया गया है. पंडरी के रहने वाले अमरनाथ ने जयप्रकाश पर 14 साल पहले जब्त किए गए पैसों और गहनों का गबन करने का आरोप लगाया है. अमरनाथ की शकियात पर आला अफसरों वे जयप्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजूर पर गबन का केस दर्ज

जयप्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने 14 साल पहले धोखाधड़ी के मामले में पंडरी के अमरनाथ को गिरफ्तार किया था. जांच के दौरान आरोपी से हीरे की अंगूठी, सोने के जेवर, कंप्यूटर समेत करीब 5 लाख रुपए के गहने जप्त किए गए थे. जप्त गहनों कि रसीद उसके परिजनों को दे दी गई थी. वही अमरनाथ ने जेल से छूटने के बाद जब थाने पहुंच अपना सामान वापस मांगा तो बाद पुराना रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया गया. पुलिस को न तो जब्त सामान मिला और न ही पुलिस के रिकॉर्ड में जप्त सामान की एंट्री

6 महीने से काट रहा थाने के चक्कर
अमरनाथ पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रहा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी जिसके बाद इसकी शिकायत आला अफसरों से की गई. शिकायत मिलने के बाद आला अफसरों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इंस्पेक्टर पर केस दर्ज किर लिया है. मामले में जयप्रकाश समेत 2004 में थाने में पदस्थ माल थाना प्रभारी और तत्कालीन मुंशी को भी जांच के घेरे में लिया गया है.

रायपुर: ईओडब्ल्यू में पदस्थ इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजुर के खिलाफ सिविल लाइन थाना में गबन का केस दर्ज किया गया है. पंडरी के रहने वाले अमरनाथ ने जयप्रकाश पर 14 साल पहले जब्त किए गए पैसों और गहनों का गबन करने का आरोप लगाया है. अमरनाथ की शकियात पर आला अफसरों वे जयप्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजूर पर गबन का केस दर्ज

जयप्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने 14 साल पहले धोखाधड़ी के मामले में पंडरी के अमरनाथ को गिरफ्तार किया था. जांच के दौरान आरोपी से हीरे की अंगूठी, सोने के जेवर, कंप्यूटर समेत करीब 5 लाख रुपए के गहने जप्त किए गए थे. जप्त गहनों कि रसीद उसके परिजनों को दे दी गई थी. वही अमरनाथ ने जेल से छूटने के बाद जब थाने पहुंच अपना सामान वापस मांगा तो बाद पुराना रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया गया. पुलिस को न तो जब्त सामान मिला और न ही पुलिस के रिकॉर्ड में जप्त सामान की एंट्री

6 महीने से काट रहा थाने के चक्कर
अमरनाथ पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रहा था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी जिसके बाद इसकी शिकायत आला अफसरों से की गई. शिकायत मिलने के बाद आला अफसरों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इंस्पेक्टर पर केस दर्ज किर लिया है. मामले में जयप्रकाश समेत 2004 में थाने में पदस्थ माल थाना प्रभारी और तत्कालीन मुंशी को भी जांच के घेरे में लिया गया है.

Intro:


रायपुर ईओडब्ल्यू में पदस्थ इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजुर के खिलाफ सिविल लाइन थाना में गबन का केस दर्ज किया गया इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उन्होंने 14 साल पहले धोखाधड़ी के मामले में पंडरी के अमरनाथ को गिरफ्तार किया था उस समय आरोपी से हीरे की अंगूठी सोने के जेवर कंप्यूटर समेत करीब 5 लाख रुपए के गहने जप्त किए गए थे जप्त गहनों कि रसीद उसके परिजनों को दे दी गई थी वही गहने अब थाने के माल खाने से गायब है पुलिस के रिकॉर्ड में भी जप्त की एंट्री नहीं है अमरनाथ जेल से छूटने के बाद थाने पहुंचे उन्होंने अपना सामान वापस मांगा तब खोजबीन शुरू की गई वह पिछले 6 महीने से थाने के चक्कर काट रहे थे आला अफसरों से शिकायत के बाद उन्होंने हस्तक्षेप किया और इंस्पेक्टर पर केस दर्ज किया











Body:


राजधानी के सिविल लाइन पुलिस के मुताबिक पंडरी के अमरनाथ के खिलाफ 2004 में धोखाधड़ी की शिकायत सिविल लाइन थाने में की गई थी अभी ओ डब्ल्यू में पदस्थ कुजूर उसमें वहां सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है उनकी पोस्टिंग सिविल लाइन में थी उन्होंने ही अमरनाथ को गिरफ्तार किया था वे उस केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर थे उन्होंने जांच के दौरान साढ़े चार लाख रुपए का माल जब किया था उसकी रसीद भी अमरनाथ के पास है पता चला कि अमरनाथ जेल से बाहर आने के बाद अपने जीवन के लिए थाने के चक्कर काट रहे हैं उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की लेकिन बात नहीं बनी अफसरों के हस्तक्षेप के बाद से ही पुलिस ने थाने में 14 साल पुराना रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया कई दिनों की खोजबीन के बाद भी पुलिस के रिकॉर्ड में ना तो जप्त सामान मिला और ना ही गहनों की रसीद मिली किसी भी दस्तावेज में जब सामान की रसीद का उल्लेख नहीं मिला थाने के माल खाने के पुराने पुराने बंडल खोलकर जांच की गई गायब सामान की जांच के बाद इन्वेस्टिगेशन अधिकारी जयप्रकाश कुजुर को इसके लिए जिम्मेदार पाया गया चर्चा है कि उस समय थाने में पदस्थ माल थाना प्रभारी और तत्कालीन मुंशी को भी जांच के घेरे में लिया गया है फिलहाल पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है


Conclusion:

पीड़ित अमरनाथ बनर्जी 2004 में 420 के मामले में जेल चले गए थे 2004 से लेकर 2017 तक कोर्ट में केस चला और अक्टूबर 2017 में कोर्ट से पीड़ित अमरनाथ बरी हो गए बड़ी होने के बाद पीड़ित अमरनाथ ने ईओडब्ल्यू में पदस्थ इंस्पेक्टर जय प्रकाश कुजूर से सामान के बदले पैसे मांगने गए तो उन्हें थोड़े-थोड़े करके इंस्पेक्टर जयप्रकाश कुजूर ने कई किश्तों में लगभग डेढ़ लाख रुपए वापिस की और बाकी पैसा के बारे में बात किया गया तो उक्त इंस्पेक्टर ने उसे वहां से भगा दिया


बाइट अमरनाथ बनर्जी पीड़ित


बाइट प्रफुल्ल ठाकुर एडीशनल एसपी सिटी रायपुर
।।।।।।।
रितेश तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
Last Updated : Jun 20, 2019, 8:24 AM IST
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