रायपुर: डिजिटलाइजेशन के साथ ही लोगों के बैंक एकाउंट की सुरक्षा पर खतरा भी बड़ा है. जाने-अनजाने में लोग आसानी से साइबर अपराधियों के निशाने पर आ जाते हैं. अलग-अलग तरीकों से साइबर ठगी करने वाले ठगों ने अब एक नया पैंतरा अपनाना शुरू कर दिया है. साइबर ठगों के नए पैंतरे में इस बार प्रदेश के 60 लाख बिजली उपभोक्ताओं पर ठगी का खतरा है. साइबर ठग बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेज कर अनाधिकृत लोगों द्वारा बिल नहीं पटाने पर लाइन काटने का संदेश भेज रहे हैं.
मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर एप डाउनलोड करने को कहा जा रहा है. एप डाउनलोड करते ही ठग लोगों के खाते से रकम साफ करने की कोशिश कर रहे हैं. बीते कुछ दिनों से रायपुरियंस के नंबर पर ये मैसेज आ रहे हैं. जो न केवल छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के लिए चिंता का विषय बना हुआ है बल्कि साइबर सेल भी ठगों के इस नए पैंतरे से परेशन हैं.
मैसेज भेजे जाने पर अधिकारियों को हुई जानकारी: बिजली विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक "पिछले 1 सप्ताह से टाटीबंध समेत शहर के कई उपभोक्ताओं को मोबाइल पर बिजली बिल भुगतान के संबंध में मैसेज प्राप्त हुए हैं. मैसेज में मोबाइल नंबर भी दिया गया है. मैसेज देखकर जब कुछ उपभोक्ताओं ने अधिकारियों से संपर्क कर वस्तुस्थिति जाननी चाही, तो ठगी की आशंका का पता चला". इसके बाद पावर कंपनी प्रबंधन ने ईटीवी भारत के माध्यम से तमाम बिजली उपभोक्ताओं को सावधान रहने की अपील की है.
Cyber Fraud Cases in Raipur: इस तरह रायपुर में हो रही साइबर ठगी
बिजली विभाग के अधिकारियों ने किया आगाह: बिजली कंपनी के कार्यपालक निदेशक वीके राय ने टेलीफोनिक माध्यम से बताया कि "कंपनी के संज्ञान में आया है कि उपभोक्ताओं को अनाधिकृत लोगों द्वारा बिजली बिल नहीं पटाने पर लाइन काटने का SMS भेज कर धोखाधड़ी करने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे अनाधिकृत SMS की पहचान कर सतर्क रहें. इनके लिंक पर क्लिक ना करें. छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को सूचनार्थ भेजे जाने वाले अधिकृत SMS हमेशा सीएसपीडीसीएल टेंडर आईडी के साथ भेजे जाते हैं. इसके अलावा कंपनी के टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क कर अपने संदेह का समाधान कर सकते हैं".
रायपुर के लोग हर रोज हो रहे साइबर ठगी के शिकार, फिर बदमाशों ने लगाया चूना
इस तरह भेजे जा रहे मैसेज: संबंधित विभाग के अधिकारियों के मुताबिक "अनाधिकृत लोगों द्वारा स्पैम एसएमएस भेजे जा रहे हैं. इसमें उपभोक्ता को सूचित किया जाता है कि उनका बिल भुगतान अपडेट नहीं हुआ है. ऐसा संदेश भेजा जा रहा है. इसमें उपभोक्ताओं को एक मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को कहा जाता है. मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर उपभोक्ता को प्ले स्टोर में जाकर एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने को कहा जाता है. कंपनी के अधिकारियों ने सलाह दी है कि ऐप को डाउनलोड करने पर उपभोक्ता का मोबाइल हैक हो जाता है. इसके बाद उसे वित्तीय नुकसान भी हो सकता है".
छत्तीसगढ़ में बिजली हुई महंगी, आम उपभोक्ता से लेकर उद्योगों के लिए नए टैरिफ लागू
कंपनी के अधिकृत सिस्टम से ही करें भुगतान: अधीक्षण यंत्री मनोज वर्मा ने बताया कि "उपभोक्ता पावर कंपनी के अधिकृत सिस्टम मोर बिजली एप एटीपी और ऑनलाइन सिस्टम से बिल का भुगतान करें. अनाधिकृत लोगों द्वारा भेजे जा रहे हैं एसएमएस को नजरअंदाज करें गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अकाउंट पर उपलब्ध सीएसपीडीसीएल मोर बिजली एप के अलावा किसी अन्य ऐप को डाउनलोड ना करें.
सावधान रहें और इस नंबर पर करें संपर्क:साइबर सेल प्रभारी गिरीश तिवारी ने बताया कि साइबर ठग अलग-अलग तरीके से ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं. इस बार ठगों ने छत्तीसगढ़ के करीब 60 लाख उपभोक्ताओं को निशाना बनाने की कोशिश की है. ऐसे में उपभोक्ता ठगी होने पर घबराएं नहीं, बल्कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत करें. पहले इसके लिए 155260 नंबर था, जिसे बदल दिया गया है. इसके अलावा रायपुर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी के मोबाइल 94791 91019 या लैंडलाइन नंबर 0771-4247109 पर तुरंत संपर्क किया जा सकता है.