ETV Bharat / state

छतीसगढ़ में बढ़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड, बघेल सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी पर कर रही काम - छतीसगढ़ इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड

छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड काफी बढ़ रही है. इसके कारण बघेल सरकार भी इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी पर काम रही है.

chhattisgarh electric vehicle demand
छतीसगढ़ इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड
author img

By

Published : Feb 26, 2022, 7:02 PM IST

Updated : Feb 26, 2022, 10:04 PM IST

रायपुर: आए दिन पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी होती रहती है. इससे आम जनमानस खासे परेशान हैं. इस बीच लोगों में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बढ़ती जा रही है. बात अगर रायपुर की करें तो बीते कुछ सालों में लोगों के पास पेट्रोल-डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक से चलने वाले दो पहिया, तीन पहिया और चार पहिया वाहन देखने को मिल रहे हैं.

ये है वाहन शोरूम की स्थिति

लोगों का कहना है कि जिस तेजी से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोगों का इलेक्ट्रिक वाहन की ओर रुख करना कोई बड़ी बात नहीं है. हर कोई बचत में अधिक सुविधा पाना चाहता है. ऐसे में अगर लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करते हैं तो पर्यावरण भी प्रदूषण मुक्त होगा. छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड इस कदर बढ़ रही है कि शोरूम से गाड़ियां सप्लाई नहीं हो पा रही हैं. बुकिंग करने के 10 से 15 दिनों बाद गाड़ियां कस्टमर को मिल रही हैं.

अधिक हो रही बिक्री

बीते जनवरी माह की बात करें तो पिछले साल की तुलना में थ्री व्हीलर ई-रिक्शा में 188 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है. पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी माह में 225 ई-रिक्शा की बिक्री हुई है. वहीं पेट्रोल और डीजल से चलने वाले 166 थ्री व्हीकल की बिक्री हुई है, जो इलेक्ट्रॉनिक विकल की तुलना में काफी कम है.

इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी

यह भी पढ़ें: दुर्ग में महिला का हत्यारा निकला पति और प्रेमी, उलझी गुत्थी को पुलिस ने यूं सुलझाया...

ई-वाहन की कीमत कम

2 व्हीलर इलेक्ट्रिकल बाइक के विक्रेता अभिनव पुरोहित कहते हैं कि जब से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं, लोगों का रुझान अब इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर बढ़ता जा रहा है. ई-बाइक में अब पावरफुल कैपेसिटी वाली बाइक भी आ रही है. पेट्रोल की बाइक की तुलना में ई-बाइक का ऑपरेटिंग कॉस्ट बहुत कम हो जाता है. कई ई-बाइक कंपनियां जो अपने कस्टमर्स के लिए पब्लिक एरिया में भी चार्जिंग पॉइंट अवलेबल करवा रही है. रायपुर में जयस्तंभ चौक, तेलीबांधा, नया रायपुर और सददानी दरबार मे अपना चार्जिंग पॉइंट अवेलेबल है. इसके अलावा फास्ट चार्जिंग नेटवर्क भी डायलॉग किया जा रहा है, जिसमें इलेक्ट्रिक बाइक जल्द से जल्द चार्ज हो पाए. अभी इलेक्ट्रिक बाइक की डिमांड इस तरह है कि हमारा शोरूम पूरा खाली है. डिस्प्ले में सिर्फ एक ही ई-बाईक रखी हुई 10 से 15 दिनों के वेटिंग के बाद गाड़ियां मिल रही हैं.

इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की डिमांड बहुत अधिक

इस विषय में छत्तीसगढ़ में ई-रिक्शा के डिस्ट्रीब्यूटर पुनीत परवानी ने बताया आने वाला समय इलेक्ट्रिक वाहनों का होगा. बाकी बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर काम कर रही हैं. सबसे बड़ा चेंज इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर पर देखने को मिल रहा है. यह पहली बार हुआ है, जब इलेक्ट्रिक 3 व्हीकल की सेल ट्रेडिशनल 3 व्हीकल से ज्यादा रही है. यानी कि हम तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर बढ़ रहे हैं. टू व्हीलर और फोर व्हीलर कार में धीरे-धीरे लोगों का रुझान बढ़ रहा है लेकिन इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की डिमांड बहुत ज्यादा हैं.

बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक बाइक को लेकर रिसर्च कर रहीं

आगे उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक बाइक को लेकर रिसर्च कर रही है. इसके साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर किस तरह से डेवलप करना है, उस पर भी फोकस किया जा रहा है. इसके अलावा बैटरी का कास्ट किस तरह से कम हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है. जब तीन से चार साल बाद बैटरी बदलना होगा तो उस दौरान बैटरी का कॉस्ट अधिक होगा. ऐसे में बैटरी की कॉस्ट किस तरह से कम हो उस दिशा में सारी कंपनियां काम कर रही है. जल्द से जल्द इसमें रिजल्ट देखने को मिलेगा.

रायपुर में ई-वाहन की संख्या में बढ़ोतरी

रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष सिंघानिया ने बताया कि इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर ई रिक्शा से शुरुआत हुई. बैटरी से चलने वाली गाड़िया बाजारों में आ गई है. रायपुर शहर में प्रदूषण कम करने के लिए पिछले सात-आठ सालों से डीजल ऑटो रिक्शा को परमिट नहीं दिया जा रहा है. सीएनजी, एलपीजी और इलेक्ट्रिक तीन विकल्प को ही परमिशन दी जा रही. रायपुर शहर में हर गलियों में इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा की संख्या काफी अधिक रहती है.

यह भी पढ़ें: नक्सलियों का पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा पर झूठ बोलने का आरोप, प्रेसनोट किया जारी

वेबसाइट वाहन डैशबोर्ड के आंकड़े

जनवरी से दिसंबर 2021 में छत्तीसगढ़ 3315 टू व्हीलर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की बिक्री हुई थी. 15 फरवरी 2022 तक प्रदेश में 1173 टू व्हीलर इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री हुई है.पिछले साल से जहां टू व्हीलर ई-बाइक की बिक्री का प्रतिशत महज 0.95 फीसद था. वहीं 2022 के डेढ़ महीने में बिक्री का प्रतिशत बढ़कर 2.64 फीसद पहुंच गया है. इसी तरह से जनवरी से दिसंबर 2021 में छत्तीसगढ़ में 987 थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक रिक्शा की बिक्री हुई थी. 15 फरवरी 2022 तक प्रदेश में 234 थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक रिक्शा की बिक्री हुई है. पिछले साल से जहां ई रिक्शा की बिक्री का फीसद महज 7.93 फीसद था. वहीं 2022 के डेढ़ महीने में बिक्री का फीसद बढ़कर 13.97 फीसद पहुंच गया है.

रायपुर: आए दिन पेट्रोल-डीजल की कीमत में बढ़ोतरी होती रहती है. इससे आम जनमानस खासे परेशान हैं. इस बीच लोगों में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों की बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बढ़ती जा रही है. बात अगर रायपुर की करें तो बीते कुछ सालों में लोगों के पास पेट्रोल-डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक से चलने वाले दो पहिया, तीन पहिया और चार पहिया वाहन देखने को मिल रहे हैं.

ये है वाहन शोरूम की स्थिति

लोगों का कहना है कि जिस तेजी से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोगों का इलेक्ट्रिक वाहन की ओर रुख करना कोई बड़ी बात नहीं है. हर कोई बचत में अधिक सुविधा पाना चाहता है. ऐसे में अगर लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करते हैं तो पर्यावरण भी प्रदूषण मुक्त होगा. छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल की डिमांड इस कदर बढ़ रही है कि शोरूम से गाड़ियां सप्लाई नहीं हो पा रही हैं. बुकिंग करने के 10 से 15 दिनों बाद गाड़ियां कस्टमर को मिल रही हैं.

अधिक हो रही बिक्री

बीते जनवरी माह की बात करें तो पिछले साल की तुलना में थ्री व्हीलर ई-रिक्शा में 188 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई है. पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी माह में 225 ई-रिक्शा की बिक्री हुई है. वहीं पेट्रोल और डीजल से चलने वाले 166 थ्री व्हीकल की बिक्री हुई है, जो इलेक्ट्रॉनिक विकल की तुलना में काफी कम है.

इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी

यह भी पढ़ें: दुर्ग में महिला का हत्यारा निकला पति और प्रेमी, उलझी गुत्थी को पुलिस ने यूं सुलझाया...

ई-वाहन की कीमत कम

2 व्हीलर इलेक्ट्रिकल बाइक के विक्रेता अभिनव पुरोहित कहते हैं कि जब से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं, लोगों का रुझान अब इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर बढ़ता जा रहा है. ई-बाइक में अब पावरफुल कैपेसिटी वाली बाइक भी आ रही है. पेट्रोल की बाइक की तुलना में ई-बाइक का ऑपरेटिंग कॉस्ट बहुत कम हो जाता है. कई ई-बाइक कंपनियां जो अपने कस्टमर्स के लिए पब्लिक एरिया में भी चार्जिंग पॉइंट अवलेबल करवा रही है. रायपुर में जयस्तंभ चौक, तेलीबांधा, नया रायपुर और सददानी दरबार मे अपना चार्जिंग पॉइंट अवेलेबल है. इसके अलावा फास्ट चार्जिंग नेटवर्क भी डायलॉग किया जा रहा है, जिसमें इलेक्ट्रिक बाइक जल्द से जल्द चार्ज हो पाए. अभी इलेक्ट्रिक बाइक की डिमांड इस तरह है कि हमारा शोरूम पूरा खाली है. डिस्प्ले में सिर्फ एक ही ई-बाईक रखी हुई 10 से 15 दिनों के वेटिंग के बाद गाड़ियां मिल रही हैं.

इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की डिमांड बहुत अधिक

इस विषय में छत्तीसगढ़ में ई-रिक्शा के डिस्ट्रीब्यूटर पुनीत परवानी ने बताया आने वाला समय इलेक्ट्रिक वाहनों का होगा. बाकी बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर काम कर रही हैं. सबसे बड़ा चेंज इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर पर देखने को मिल रहा है. यह पहली बार हुआ है, जब इलेक्ट्रिक 3 व्हीकल की सेल ट्रेडिशनल 3 व्हीकल से ज्यादा रही है. यानी कि हम तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर बढ़ रहे हैं. टू व्हीलर और फोर व्हीलर कार में धीरे-धीरे लोगों का रुझान बढ़ रहा है लेकिन इलेक्ट्रिक थ्री व्हीकल की डिमांड बहुत ज्यादा हैं.

बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक बाइक को लेकर रिसर्च कर रहीं

आगे उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक बाइक को लेकर रिसर्च कर रही है. इसके साथ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर किस तरह से डेवलप करना है, उस पर भी फोकस किया जा रहा है. इसके अलावा बैटरी का कास्ट किस तरह से कम हो इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है. जब तीन से चार साल बाद बैटरी बदलना होगा तो उस दौरान बैटरी का कॉस्ट अधिक होगा. ऐसे में बैटरी की कॉस्ट किस तरह से कम हो उस दिशा में सारी कंपनियां काम कर रही है. जल्द से जल्द इसमें रिजल्ट देखने को मिलेगा.

रायपुर में ई-वाहन की संख्या में बढ़ोतरी

रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष सिंघानिया ने बताया कि इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर ई रिक्शा से शुरुआत हुई. बैटरी से चलने वाली गाड़िया बाजारों में आ गई है. रायपुर शहर में प्रदूषण कम करने के लिए पिछले सात-आठ सालों से डीजल ऑटो रिक्शा को परमिट नहीं दिया जा रहा है. सीएनजी, एलपीजी और इलेक्ट्रिक तीन विकल्प को ही परमिशन दी जा रही. रायपुर शहर में हर गलियों में इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा की संख्या काफी अधिक रहती है.

यह भी पढ़ें: नक्सलियों का पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा पर झूठ बोलने का आरोप, प्रेसनोट किया जारी

वेबसाइट वाहन डैशबोर्ड के आंकड़े

जनवरी से दिसंबर 2021 में छत्तीसगढ़ 3315 टू व्हीलर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल की बिक्री हुई थी. 15 फरवरी 2022 तक प्रदेश में 1173 टू व्हीलर इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री हुई है.पिछले साल से जहां टू व्हीलर ई-बाइक की बिक्री का प्रतिशत महज 0.95 फीसद था. वहीं 2022 के डेढ़ महीने में बिक्री का प्रतिशत बढ़कर 2.64 फीसद पहुंच गया है. इसी तरह से जनवरी से दिसंबर 2021 में छत्तीसगढ़ में 987 थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक रिक्शा की बिक्री हुई थी. 15 फरवरी 2022 तक प्रदेश में 234 थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक रिक्शा की बिक्री हुई है. पिछले साल से जहां ई रिक्शा की बिक्री का फीसद महज 7.93 फीसद था. वहीं 2022 के डेढ़ महीने में बिक्री का फीसद बढ़कर 13.97 फीसद पहुंच गया है.

Last Updated : Feb 26, 2022, 10:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.