रायपुर: छत्तीसगढ़ में जल्द ही चुनाव के तारीखों का ऐलान हो जाएगा. अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद कभी भी आचार संहिता लागू हो सकती है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी ने कमर कस ली है. इस बीच प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस हर मुद्दे को लेकर एक दूसरे को घेरने में जुटी है. जहां एक ओर बीजेपी सत्ता वापसी की राह तलाश रही है. वहीं, कांग्रेस अपने पिछले 5 सालों में किए कार्यों को लेकर जनता को साधने का प्रयास कर रही है.
आइए आपको हम बताते हैं कि पिछले राज्य गठन के बाद विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस की क्या स्थिति रही है.
जानिए बीजेपी का पिछला चुनावी गुणा-गणित: छत्तीसगढ़ में साल 2003 में बीजेपी ने 90 विधानसभा सीटों में से 50 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी का वोट फीसद 2003 में 39.26 था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर 50 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इस साल बीजेपी के वोट फीसद में बढ़ोतरी हुई. साल 2008 में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़कर 40.33 फीसदी हो गया. इसके बाद साल 2013 के चुनाव में भाजपा की एक सीट घटी और बीजेपी 49 सीटों पर जीत हासिल किया. लेकिन इस साल भी बीजेपी के वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी देखी गई. 2013 में भाजपा को 42.34 फीसदी वोट मिले थे. हालांकि साल 2018 में लगातार तीन बार जीत दर्ज करने वाली भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा. 2018 में बीजपी को 34 सीटों का ऐतिहासिक नुकसान झेलना पड़ा और वह 90 विधानसभा सीटों में 15 सीट ही जीत सकी. भाजपा का वोट प्रतिशत भी गिरकर 33.64 फीसद हो गया.
जानिए कांग्रेस का पिछला चुनावी गुणा-गणित: कांग्रेस के पिछले विधानसभा के सियासी आंकड़ों पर अगर हम गौर करें, तो साल 2003 में कांग्रेस को 90 विधानसभा सीटों में से 37 सीटों पर जीत मिली. इस साल कांग्रेस को 36.71 फीसद वोट मिले थे. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 87 सीटों पर प्रत्याशी उतारा था. कांग्रेस ने इस साल 38 सीटों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस ने भले ही इस साल कम प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा हो, लेकिन कांग्रेस का वोट प्रतिशत इस साल बढ़ा. कांग्रेस को 2008 में 38.63 फीसद वोट मिले थे. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 90 विधानसभा चुनावों में से 39 सीटों पर जीत हासिल हुई. इस साल भी कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ गया था. कांग्रेस का वोट फीसद बढ़कर इस साल 41.57 फीसद हो गया था. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत हासिल हुई. इस साल कांग्रेस पार्टी ने भाजपा पर ऐतिहासिक जात दर्ज की और बीजेपी को हराकर सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया. 2018 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 43.91 फीसी तक पहुंच गया था.
निर्दलीय चुनावी आंकड़ा: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा सीटों पर कुल 254 निर्दलीय प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था. इस साल निर्दलीयों का वोट फीसद 7.12 फीसद था. वहीं, साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कुल 386 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा गया. इस साल निर्दलीय का वोट फीसद 8.47 था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 355 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा गया था. इनमें 1 सीट पर निर्दलीय को जीत हासिल हुई. हालांकि इस साल इनका वोट फीसद गिरकर 5.5 फीसद हो गया. वहीं, साल 2018 में 90 विधानसभा सीटों पर कुल 561 प्रत्याशियों को उतारा गया. इस साल इनका वोट फिसद 6.0 रहा.
अब एक बार फिर बीजेपी सत्ता में वापस आने के लिए अपने पिछले 15 सालों के कार्यों को लेकर पार्टी जनता के बीच जा रही है. वहीं, कांग्रेस भी पिछले 5 सालों में किए कार्यों को लेकर जनता के बीच जा रही है. ऐसे में दोनों पार्टी में कौन जीत हासिल करेगा ये तो वक्त ही बताएगा. लेकिन दोनों पार्टियों ने तैयारी अच्छी की है.