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SPECIAL : फूल चौक से गायब हुआ फूल, मुरझा गए व्यापारियों के चेहरे - Effect of lock down on Raipur

लॉक डाउन का असर सभी वर्गो में साफ देखने को मिल रहा है. महामारी के समय सरकार से लेकर जनता तक सभी के सिर पर संकट के बादल छाए हुए है. बात करें अगर कारोबारियों की तो हर वर्ग के कारोबारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है. ETV भारत ने ऐसे ही फूल विक्रेताओं से बात कर लॉक डाउन की वजह से उनके कारोबार में पड़ने वाले प्रभाव के विषय में चर्चा की.

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फूल चौक की दुकान
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Published : Apr 9, 2020, 7:45 PM IST

Updated : Apr 10, 2020, 5:25 PM IST

रायपुर: 21 दिनों के लॉड डाउन ने कई लोगों को भूखे सोने, कई की रोजी-रोटी पर संकट है, कई का व्यापार ठप पड़ा हुआ है. छत्तीसगढ़ का भी फूल व्यापार मुरछा गया है. राजधानी के फूल चौक से फूल गायब हो गए हैं. जो गली, जो चौराहा फूलों की महक से महकता रहता था, वहां सन्नाटा पसरा है. नजर दौड़ाएं तो पुराने सूखते फूल नजर आते हैं. गिरा हुआ शटर दिखता है और दुकानदारों के उतरे हुए चेहरे.

आर्थिक तंगी से जूझ रहे फूल व्यापारी

कोविड 19 महामारी ने लोगों की जिंदगी से रौनक ही छीन ली है. न शादियां हो रही हैं, न मंदिरों भक्तों को पूजा पाठ की अनुमति है और त्योहार भी सादगी से मनाए जा रहे हैं. इस बंदी की मार फूल व्यापारियों पर सबसे ज्यादा पड़ी है. फूल की डिमांड घटने से व्यापारियों की जेब खाली होने लगी है.

ठप हुई कमाई

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दुकान के बाहर बिखरे फूल

पिछले 20 दिनों से फूलों का कारोबार करने वाले दुकानदार खासे परेशान हैं. उनका कारोबार ठप पड़ा हुआ है. लॉक डाउन की वजह से सभी आयोजन निरस्त कर दिए गए हैं. नवरात्रि में जो लाखों की कमाई करते थे उनका हाथ इस साल खाली रहा. सीजन के अलावा जिन आयोजनों से फूल विक्रेताओं की कमाई होती थी वह भी बंद है.

हर दिन 15 लाख का होता था कारोबार

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सामान हो रहा बर्बाद

पूरे प्रदेश में एक दिन में लगभग 15 लाख रुपए के फूलों की बिक्री होती थी. जो लॉक डाउन की वजह से ठप है. दुकानदारों का कहना है कि कुछ आर्डर पहले ही ले लिए गए थे उन्हें भी अब लोग कैंसल कर रहे हैं. इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र साधन ये फूलों का कारोबार ही है, इसके बंद हो जाने से उन्हें घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

उठाना पड़ रहा है नुकसान

छत्तीसगढ़ में फूलों की खेती नहीं की जाती, इस वजह से सभी फूल बाहर के राज्यों से मंगवाए जाते हैं. शादी के सीजन को देखते हुए सभी दुकानदारों ने फूलों के आर्डर एडवांस में दे दिए थे, लेकिन राज्यों की सीमा सील होने की वजह से उनका मंगवाया माल प्रदेश तक नहीं पहुंच सकता. वहीं शादी के लिए जो उनके आर्डर थे, वो भी लोगों ने कैंसल कर दिए हैं. इस वजह से उनके लाखों रूपए फंस गए हैं.

थोक और चिल्लर दोनों कारोबार में दिख रहा असर

फूल के कारोबार में जितना नुकसान थोक व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है उससे कहीं ज्यादा छोटे दुकानदारों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. छोटे दुकानदार रोज खरीदी बिक्री का काम करते हैं, ऐसे में दुकान बंद होने से उनके आय का साधन बंद हो गया है. दुकानदारों को अपना घर चलाने में दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. राशन की कमी से ऐसे दुकानदारों को हर रोज जूझना पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने ETV भारत के जरिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

रायपुर: 21 दिनों के लॉड डाउन ने कई लोगों को भूखे सोने, कई की रोजी-रोटी पर संकट है, कई का व्यापार ठप पड़ा हुआ है. छत्तीसगढ़ का भी फूल व्यापार मुरछा गया है. राजधानी के फूल चौक से फूल गायब हो गए हैं. जो गली, जो चौराहा फूलों की महक से महकता रहता था, वहां सन्नाटा पसरा है. नजर दौड़ाएं तो पुराने सूखते फूल नजर आते हैं. गिरा हुआ शटर दिखता है और दुकानदारों के उतरे हुए चेहरे.

आर्थिक तंगी से जूझ रहे फूल व्यापारी

कोविड 19 महामारी ने लोगों की जिंदगी से रौनक ही छीन ली है. न शादियां हो रही हैं, न मंदिरों भक्तों को पूजा पाठ की अनुमति है और त्योहार भी सादगी से मनाए जा रहे हैं. इस बंदी की मार फूल व्यापारियों पर सबसे ज्यादा पड़ी है. फूल की डिमांड घटने से व्यापारियों की जेब खाली होने लगी है.

ठप हुई कमाई

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दुकान के बाहर बिखरे फूल

पिछले 20 दिनों से फूलों का कारोबार करने वाले दुकानदार खासे परेशान हैं. उनका कारोबार ठप पड़ा हुआ है. लॉक डाउन की वजह से सभी आयोजन निरस्त कर दिए गए हैं. नवरात्रि में जो लाखों की कमाई करते थे उनका हाथ इस साल खाली रहा. सीजन के अलावा जिन आयोजनों से फूल विक्रेताओं की कमाई होती थी वह भी बंद है.

हर दिन 15 लाख का होता था कारोबार

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सामान हो रहा बर्बाद

पूरे प्रदेश में एक दिन में लगभग 15 लाख रुपए के फूलों की बिक्री होती थी. जो लॉक डाउन की वजह से ठप है. दुकानदारों का कहना है कि कुछ आर्डर पहले ही ले लिए गए थे उन्हें भी अब लोग कैंसल कर रहे हैं. इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उनकी रोजी-रोटी का एकमात्र साधन ये फूलों का कारोबार ही है, इसके बंद हो जाने से उन्हें घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

उठाना पड़ रहा है नुकसान

छत्तीसगढ़ में फूलों की खेती नहीं की जाती, इस वजह से सभी फूल बाहर के राज्यों से मंगवाए जाते हैं. शादी के सीजन को देखते हुए सभी दुकानदारों ने फूलों के आर्डर एडवांस में दे दिए थे, लेकिन राज्यों की सीमा सील होने की वजह से उनका मंगवाया माल प्रदेश तक नहीं पहुंच सकता. वहीं शादी के लिए जो उनके आर्डर थे, वो भी लोगों ने कैंसल कर दिए हैं. इस वजह से उनके लाखों रूपए फंस गए हैं.

थोक और चिल्लर दोनों कारोबार में दिख रहा असर

फूल के कारोबार में जितना नुकसान थोक व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है उससे कहीं ज्यादा छोटे दुकानदारों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है. छोटे दुकानदार रोज खरीदी बिक्री का काम करते हैं, ऐसे में दुकान बंद होने से उनके आय का साधन बंद हो गया है. दुकानदारों को अपना घर चलाने में दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. राशन की कमी से ऐसे दुकानदारों को हर रोज जूझना पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने ETV भारत के जरिए सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

Last Updated : Apr 10, 2020, 5:25 PM IST
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