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छत्तीसगढ़: 5 अगस्त को हितग्राहियों के खाते में डाली जाएगी गोबर खरीदी की राशि

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Published : Aug 5, 2020, 11:19 AM IST

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 5 अगस्त को ‘गोधन न्याय योजना‘ के हितग्राहियों के खाते में गोबर खरीदी की राशि अंतरित करेंगे. इस दौरान 46 हजार 964 हितग्राहियों को करीब 1.65 करोड़ रुपए का भुगतान होगा.

Godhan nyay yojana Chhattisgarh
5 अगस्त से गोधन न्याय योजना का भुगतान

रायपुर: 5 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सीएम निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार की अभिनव योजना ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान हितग्राहियों के खाते में अंतरित करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे. मुख्यमंत्री दोपहर 3.35 बजे शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे, साथ ही दोपहर 3.50 बजे पर्यटन विभाग के अधिकारी राम वन गमन पथ पर प्रस्तुतीकरण देंगे.

Godhan nyay yojana Chhattisgarh
5 अगस्त से गोधन न्याय योजना का भुगतान

1 करोड़ 65 लाख रुपए पशुपालकों के बैंक खातों में

मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक गोबर खरीदी की पहली किस्त की राशि 5 अगस्त को सहकारी बैंक के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में अंतरित करेंगे. राज्य में कुल 4 हजार 140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही ने करीब 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया. जिसकी कुल राशि 2 रुपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रुपए पशुपालकों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी.

आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा

इस योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर के पशुपालकों तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति और 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही है. गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा.

रायपुर और दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया

इस योजना के तहत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है. इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर और दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है.

प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा

गोधन न्याय योजना देश में अपने तरह की प्रथम योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रुपए प्रति किलो (परिवहन व्यय सहित) की दर पर गौठानों से गोबर खरीदी की जा रही है. खरीदे गए गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर इसका सहकारी समितियों के माध्यम से विक्रय किया जाएगा. इस योजना के माध्यम से एक ओर पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा. दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा.

रायपुर: 5 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सीएम निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राज्य सरकार की अभिनव योजना ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत गोबर खरीदी का पहला भुगतान हितग्राहियों के खाते में अंतरित करने की प्रक्रिया का शुभारंभ करेंगे.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे. मुख्यमंत्री दोपहर 3.35 बजे शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे, साथ ही दोपहर 3.50 बजे पर्यटन विभाग के अधिकारी राम वन गमन पथ पर प्रस्तुतीकरण देंगे.

Godhan nyay yojana Chhattisgarh
5 अगस्त से गोधन न्याय योजना का भुगतान

1 करोड़ 65 लाख रुपए पशुपालकों के बैंक खातों में

मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई से 1 अगस्त तक गोबर खरीदी की पहली किस्त की राशि 5 अगस्त को सहकारी बैंक के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में अंतरित करेंगे. राज्य में कुल 4 हजार 140 गौठानों में पंजीकृत 65 हजार 694 हितग्राहियों में से 46 हजार 964 हितग्राही ने करीब 82 हजार 711 क्विंटल गोबर का विक्रय किया गया. जिसकी कुल राशि 2 रुपए प्रति किलो की दर से 1 करोड़ 65 लाख रुपए पशुपालकों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी.

आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा

इस योजना का लाभ प्रदेश के अंतिम छोर के पशुपालकों तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें 38 प्रतिशत महिला हितग्राही, 48 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, 39 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 8 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति और 5 प्रतिशत सामान्य वर्ग के हितग्राही है. गोबर खरीदी का आगामी भुगतान 15 अगस्त को किया जाएगा.

रायपुर और दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया

इस योजना के तहत राज्य के रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिलों में सबसे अधिक गोबर विक्रय किया गया है. इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर और दुर्ग के पशुपालकों ने सबसे ज्यादा गोबर विक्रय किया गया है.

प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा

गोधन न्याय योजना देश में अपने तरह की प्रथम योजना है, जिसमें पशुपालकों, किसानों से 2 रुपए प्रति किलो (परिवहन व्यय सहित) की दर पर गौठानों से गोबर खरीदी की जा रही है. खरीदे गए गोबर से गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर इसका सहकारी समितियों के माध्यम से विक्रय किया जाएगा. इस योजना के माध्यम से एक ओर पशुपालकों को आर्थिक लाभ होगा. दूसरी ओर प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा.

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