रायपुर: छत्तीसगढ़ में हर साल मई के महीने में तापमान में भारी बढ़ोतरी देखने मिलती थी. अधिकतर जिलों का तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाता था., लेकिन इस बार मौसम के मिजाज थोड़े अलग हैं. यहां के मौसम में फिर एक बार बदलाव देखने को मिल सकता है. चक्रीय चक्रवाती घेरा मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर स्थित है, लेकिन ताऊते तूफान के असर से बनी द्रोणिका के कारण राजधानी सहित प्रदेश में आंशिक तौर पर बादल छाए हुए हैं. 26 मई के आसपास यास नाम के एक और महा चक्रवात के पूर्वी तट से टकराने की आशंका बनी हुई है. हालांकि इसका असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर ज्यादा होगा. छत्तीसगढ़ में भी इसका कुछ असर पड़ सकता है.
छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रीय चक्रवाती घेरा मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है. इसके कारण प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश या गरज चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में दिखा 'तौकते' तूफान का असर
आज प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने और गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. उत्तर पश्चिम से निम्न स्तर पर आ रही हवाओं में कुछ मात्रा में नमी आ रही है. आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है.
27 मई से मौसम में होगा बदलाव
छत्तीसगढ़ में 26 से 27 मई के बीच मौसम करवट लेगा. 25 मई से नौतपा की शुरुआत होगी. जिसके एक-दो दिनों के बाद फिर से बादल आने लगेंगे. जिसके बाद इसका असर खत्म होते ही 1 जून से मानसून आने की हलचल शुरू हो जाएगी. यहीं कारण है कि इस साल नौतपा में ज्यादा गर्मी पड़ने के आसार कम दिख रहे हैं.