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रायपुर के Pandri bus stand में पिछले 40 सालों से काबिज दुकानदार अब क्यों हैं रोजी-रोटी को मोहताज?

यात्री बसों (Passenger buses) का संचालन भाटागांव (Bhatagaon) से 15 नवंबर से शुरू हो गया. जिसके बाद पंडरी बस स्टैंड (Pandri bus stand) में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. अब यह बस स्टैंड (Bus stand) वीरान नजर आने लगा है.

Silence prevails in Pandri bus stand
पंडरी बस स्टैंड में पसरा सन्नाटा
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Published : Nov 18, 2021, 9:20 PM IST

Updated : Nov 18, 2021, 10:00 PM IST

रायपुरः कुछ माह तक सुर्खियों में रहने के बाद आखिरकार प्रशासन ने भाटागांव (Bhatagaon)स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (Inter State Bus Terminal) से यात्री बसों का संचालन (operation of passenger buses) शुरू कर दिया है. यात्री बसों का संचालन भाटागांव से 15 नवंबर से शुरू होने के बाद पंडरी बस स्टैंड (Pandri bus stand) में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. अब यह बस स्टैंड वीरान (Bus stand) नजर आने लगा है. अब यहां गिने चुने दुकानदार और कुछ लोग ही दिखाई दे रहे हैं. 14 नवंबर तक पंडरी बस स्टैंड यात्रियों से गुलजार हुआ करता था. पिछले 40 सालों से पंडरी बस स्टैंड में काबिज दुकानदार (Shopkeepers)अपनी रोजी-रोटी और व्यवसाय को लेकर चिंतित नहींं थे, लेकिन अब इनके रोजी-रोटी (Income) पर आफत आ पड़ी है.

भाटागांव से 15 नवंबर से शुरू होने के बाद पंडरी बस स्टैंड

साल 1980 से यहां था दुकान

दरअसल, रायपुर (Raipur) के पंडरी बस स्टैंड में लगभग 92 स्थाई दुकानदार है. जो साल 1980 और 1985 के आसपास अपनी दुकान की शुरुआत करके अपना और अपने परिवार का खर्च चलाया करते थे. लेकिन अब पंडरी बस स्टैंड से यात्री बसों का संचालन बंद होने के बाद इन दुकानदारों का परिवार चलाना असंभव सा हो गया है. इन दुकानदारों को नगर निगम (Municipal council) की तरफ से आश्वासन मिला है कि एक से डेढ़ महीने के भीतर इन्हें भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकान आवंटित किया जाएगा.

आमने-सामने : 3 साल के काम से कांग्रेस बदनाम-श्रीवास, भाजपा के 15 साल पर कांग्रेस के 3 साल भारी-धनंजय

समस्या समाधान न होने पर दुकानदार आ जाएंगे सड़क पर

हालांकि समाधान जल्द नहीं हुआ तो इन दुकानदारों को सड़क पर आते देर नहीं लगेगी. क्योंकि ये रोजगार ही इनके कमाई का जरिया था. वहीं, आवाजाही न होने के कारण कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर ताला लगा दिया. अब इन दुकानदारों के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकानों का आवंटन कब तक होगा?

एक माह बाद दुकान आबंटित करने का वादा

वहीं, पंडरी बस स्टैंड के स्थाई दुकानदारों को दुकान आवंटन के बारे में नगर निगम के अपर आयुक्त सुनील चंद्रवंशी ने भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा है कि 1 महीने के भीतर पंडरी के स्थाई दुकानदारों को भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकान का आवंटन कर दिया जाएगा. उन्होंने दुकानदारों के रोजी-रोटी प्रभावित होने को लेकर पूछे गए सवाल के बारे में कहा कि, पंडरी पॉश इलाका है. साथ ही लोगों की आवाजाही होती रहती है, लेकिन इनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा

कोरोना के कारण हालात हुए बदतर

बताया जा रहा है कि, यहांं पहले राज टॉकीज के पास बस स्टैंड हुआ करता था, लेकिन समय के साथ-साथ जगह कम पड़ने के कारण राजधानी में नए बस स्टैंड के रूप में पंडरी को बनाया गया. जहां से यात्री बसों का संचालन अगस्त 1980 में शुरू हुआ था. यहां से रोजाना सैकड़ों यात्री बसों का संचालन हो रहा था. वर्तमान में पूरे प्रदेश में लगभग 12,000 यात्री बसें हैं, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कई यात्री बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है.

रायपुरः कुछ माह तक सुर्खियों में रहने के बाद आखिरकार प्रशासन ने भाटागांव (Bhatagaon)स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (Inter State Bus Terminal) से यात्री बसों का संचालन (operation of passenger buses) शुरू कर दिया है. यात्री बसों का संचालन भाटागांव से 15 नवंबर से शुरू होने के बाद पंडरी बस स्टैंड (Pandri bus stand) में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. अब यह बस स्टैंड वीरान (Bus stand) नजर आने लगा है. अब यहां गिने चुने दुकानदार और कुछ लोग ही दिखाई दे रहे हैं. 14 नवंबर तक पंडरी बस स्टैंड यात्रियों से गुलजार हुआ करता था. पिछले 40 सालों से पंडरी बस स्टैंड में काबिज दुकानदार (Shopkeepers)अपनी रोजी-रोटी और व्यवसाय को लेकर चिंतित नहींं थे, लेकिन अब इनके रोजी-रोटी (Income) पर आफत आ पड़ी है.

भाटागांव से 15 नवंबर से शुरू होने के बाद पंडरी बस स्टैंड

साल 1980 से यहां था दुकान

दरअसल, रायपुर (Raipur) के पंडरी बस स्टैंड में लगभग 92 स्थाई दुकानदार है. जो साल 1980 और 1985 के आसपास अपनी दुकान की शुरुआत करके अपना और अपने परिवार का खर्च चलाया करते थे. लेकिन अब पंडरी बस स्टैंड से यात्री बसों का संचालन बंद होने के बाद इन दुकानदारों का परिवार चलाना असंभव सा हो गया है. इन दुकानदारों को नगर निगम (Municipal council) की तरफ से आश्वासन मिला है कि एक से डेढ़ महीने के भीतर इन्हें भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकान आवंटित किया जाएगा.

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समस्या समाधान न होने पर दुकानदार आ जाएंगे सड़क पर

हालांकि समाधान जल्द नहीं हुआ तो इन दुकानदारों को सड़क पर आते देर नहीं लगेगी. क्योंकि ये रोजगार ही इनके कमाई का जरिया था. वहीं, आवाजाही न होने के कारण कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों पर ताला लगा दिया. अब इन दुकानदारों के मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकानों का आवंटन कब तक होगा?

एक माह बाद दुकान आबंटित करने का वादा

वहीं, पंडरी बस स्टैंड के स्थाई दुकानदारों को दुकान आवंटन के बारे में नगर निगम के अपर आयुक्त सुनील चंद्रवंशी ने भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा है कि 1 महीने के भीतर पंडरी के स्थाई दुकानदारों को भाटागांव स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल में दुकान का आवंटन कर दिया जाएगा. उन्होंने दुकानदारों के रोजी-रोटी प्रभावित होने को लेकर पूछे गए सवाल के बारे में कहा कि, पंडरी पॉश इलाका है. साथ ही लोगों की आवाजाही होती रहती है, लेकिन इनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा

कोरोना के कारण हालात हुए बदतर

बताया जा रहा है कि, यहांं पहले राज टॉकीज के पास बस स्टैंड हुआ करता था, लेकिन समय के साथ-साथ जगह कम पड़ने के कारण राजधानी में नए बस स्टैंड के रूप में पंडरी को बनाया गया. जहां से यात्री बसों का संचालन अगस्त 1980 में शुरू हुआ था. यहां से रोजाना सैकड़ों यात्री बसों का संचालन हो रहा था. वर्तमान में पूरे प्रदेश में लगभग 12,000 यात्री बसें हैं, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कई यात्री बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है.

Last Updated : Nov 18, 2021, 10:00 PM IST
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