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रायपुर : चिकित्सक संघ ने किया विरोध प्रदर्शन, सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

राजधानी में संयुक्त चिकित्सक संघ ने सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में और 4 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया.

डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन
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Published : Nov 4, 2019, 5:02 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 6:20 PM IST

रायपुर : राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ संयुक्त चिकित्सक संघ ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. संघ ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी 4 सूत्रीय मांगें रखीं.

डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन

संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि, 'बीजेपी सरकार के कार्यकाल में उन्होंने 52 दिन का धरना प्रदर्शन किया था और विधानसभा का घेराव भी किया था उस समय विपक्ष में रही कांग्रेस ने हमारा समर्थन भी किया था, जिसके चलते कई कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से निलंबित भी कर दिया गया था, अब कांग्रेस की सरकार को आए 10 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है फिर भी अब तक चिकित्सकों के हित के लिए सरकार सुस्त रवैया अपना रही है'.

ये हैं मांगे

  • डॉक्टरों को ससम्मान प्रैक्टिस की अनुमति पंजीयन की मान्यता प्रदान की जाए.
  • मध्यप्रदेश के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में राजपत्र प्रकाशन और विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम देकर मान्यता प्रदान किया जाए. इसी प्रकार महाराष्ट्र राज्य में प्रैक्टिस हेतु ऑक्यूपेशनल थेरेपी काउंसिल बनाकर स्वतंत्र प्रैक्टिस का अधिकार दिया गया है.
  • कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेशानुसार राज्य में अल्टरनेटिव मेडिकल सिस्टम को प्राकृतिक चिकित्सा में जोड़कर पंजीयन प्रदान किया जा रहा है.
  • तमिलनाडु में इलेक्ट्रो होम्योपैथी अल्टरनेटिव मेडिसिन को शासन अंजाम देकर प्रैक्टिस का अधिकार देती है, इसी प्रकार केरल राजस्थान हिमाचल प्रदेश गुजरात जम्मू कश्मीर में भी मान्यता दी गई है.

पढ़ें:अयोध्या विवाद फैसले पर नहीं मनाएंगे जश्न, देशभर में NRC का समर्थन : RSS

संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि, 'कांग्रेस सरकार 2 महीने के अंदर हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है, तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे'.

रायपुर : राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ संयुक्त चिकित्सक संघ ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. संघ ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी 4 सूत्रीय मांगें रखीं.

डॉक्टरों का धरना प्रदर्शन

संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि, 'बीजेपी सरकार के कार्यकाल में उन्होंने 52 दिन का धरना प्रदर्शन किया था और विधानसभा का घेराव भी किया था उस समय विपक्ष में रही कांग्रेस ने हमारा समर्थन भी किया था, जिसके चलते कई कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से निलंबित भी कर दिया गया था, अब कांग्रेस की सरकार को आए 10 महीने से ज्यादा समय बीत चुका है फिर भी अब तक चिकित्सकों के हित के लिए सरकार सुस्त रवैया अपना रही है'.

ये हैं मांगे

  • डॉक्टरों को ससम्मान प्रैक्टिस की अनुमति पंजीयन की मान्यता प्रदान की जाए.
  • मध्यप्रदेश के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में राजपत्र प्रकाशन और विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम देकर मान्यता प्रदान किया जाए. इसी प्रकार महाराष्ट्र राज्य में प्रैक्टिस हेतु ऑक्यूपेशनल थेरेपी काउंसिल बनाकर स्वतंत्र प्रैक्टिस का अधिकार दिया गया है.
  • कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेशानुसार राज्य में अल्टरनेटिव मेडिकल सिस्टम को प्राकृतिक चिकित्सा में जोड़कर पंजीयन प्रदान किया जा रहा है.
  • तमिलनाडु में इलेक्ट्रो होम्योपैथी अल्टरनेटिव मेडिसिन को शासन अंजाम देकर प्रैक्टिस का अधिकार देती है, इसी प्रकार केरल राजस्थान हिमाचल प्रदेश गुजरात जम्मू कश्मीर में भी मान्यता दी गई है.

पढ़ें:अयोध्या विवाद फैसले पर नहीं मनाएंगे जश्न, देशभर में NRC का समर्थन : RSS

संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि, 'कांग्रेस सरकार 2 महीने के अंदर हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है, तो अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे'.

Intro: रायपुर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर छत्तीसगढ़ संयुक्त चिकित्सक संघ अपनी 4 सूत्री मांग को लेकर धरना दिया संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि सर्दी गर्मी ठंड और बरसात में ये लोग दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों में चिकित्सा सेवा देते हैं इनका कहना है कि सरकार द्वारा इन्हें ससम्मान प्रैक्टिस की अनुमति पंजीयन वह मान्यता प्रदान किया जाए जैसे अन्य राज्यों में दिया गया है वैसे ही छत्तीसगढ़ राज्य में भी इन्हें यह सुविधा मिलनी चाहिए


Body:संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि बीजेपी सरकार के कार्यकाल में इन्होंने 52 दिन का धरना प्रदर्शन किया था और विधानसभा का घेराव भी किया था उस समय विपक्ष में रही कांग्रेस की सरकार ने इनका समर्थन किया था और कई विधायकों को विधानसभा से निलंबित भी कर दिया गया था और आज जब कांग्रेस की सरकार तो चिकित्सक संघ के साथ सरकार द्वारा वादाखिलाफी की जा रही है


Conclusion:सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में आज एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी 10 महीने बीत चुके हैं बावजूद इसके सरकार ने चिकित्सकों के हित के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की सरकार के इस सुस्त रवैया को देखते हुए संयुक्त चिकित्सक संघ द्वारा सरकार को वादा याद दिलाने के लिए वादा निभाओ सरकार के स्लोगन के साथ आज धरना देना पड़ रहा है संयुक्त चिकित्सक संघ की 4 सूत्री मांगे इस प्रकार हैं मध्य प्रदेश के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में राजपत्र प्रकाशन व विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम देकर मान्यता प्रदान किया जाए महाराष्ट्र राज्य में प्रैक्टिस हेतु ऑक्यूपेशनल थेरेपी काउंसिल बनाकर स्वतंत्र प्रैक्टिस का अधिकार दिया गया है कर्नाटका उच्च न्यायालय के आदेशानुसार राज्य में अल्टरनेटिव मेडिकल सिस्टम को प्राकृतिक चिकित्सा में जोड़कर पंजीयन प्रदान किया जा रहा है तमिलनाडु में इलेक्ट्रो होम्योपैथी अल्टरनेटिव मेडिसिन को शासन अंजाम देकर प्रैक्टिस का अधिकार देती है इसी प्रकार केरल राजस्थान हिमाचल प्रदेश गुजरात जम्मू कश्मीर में भी मान्यता दिया गया है संयुक्त चिकित्सक संघ का कहना है कि कांग्रेस सरकार 2 महीने के भीतर अगर इनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है तो 2 महीने के बाद इनको मजबूर होकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ेगा



बाइट डॉक्टर मनजीत कौर कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ संयुक्त चिकित्सक संघ रायपुर



रितेश कुमार तंबोली भारत रायपुर
Last Updated : Nov 4, 2019, 6:20 PM IST
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