रायपुर : बजरंगबली के अनेकों नाम है. हनुमान की पूजा करने वाले को कभी किसी भी परेशानी में हिम्मत नहीं हारते. यही वजह है कि हनुमान अपने भक्तों पर कृपा बरसाने में जरा भी देरी नहीं करते. मन में किसी प्रकार का भय हो तो आप, हनुमान चालीसा का पाठ करके दूर कर सकते हैं. इस माह हनुमान जयंती है.इसलिए आज हम आपको वो उपाय बताने जा रहे हैं जिसको करने से कुंवारी कन्याओं को अच्छा वर मिलने की संभावना बढ़ जाती है. वैसे तो हनुमानजी के पूजन में वंदन , तुलसी माला, सिंदूर, चमेली का तेल और मीठे का प्रसाद चढ़ाया जाता है. लेकिन विशेष पूजन में श्रद्धालुओं को मनचाहा फल मिलता है.
कैसे करें हनुमान जी का विशेष पूजन : हनुमान जयंती के अवसर पर अलग-अलग विधान से पूजन करना लाभकारी है. इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए पंडित शैलेंद्र पचौरी ने बताया कि " हनुमान जयंती में अलग-अलग राशि के लोगों को अलग-अलग मंत्रों का जाप करना चाहिए. ताकि राशि के मुताबिक पूजन का फल पा सकें. यदि किसी अविवाहित स्त्री जिसे मनचाहा वर चाहिए. उसे हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी का सिंदूर माता सीता के चरणों में अर्पण करना चाहिए.''
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क्या है विधि : पंडित शैलेंद्र पचौरी के मुताबिक '' यह विधि बहुत सरल है. हनुमानजी के शरीर पर लगा सिंदूर उंगली में लेकर मां सीता के चरणों में लगाना होगा. लेकिन इसमें एक कठिन काम ये है कि, "आपको अपनी मनोकामना को एक ही सांस में दोहराते हुए पंडितजी से मांगकर हनुमान जी के शरीर से बंदन लेना है. फिर उसे माता सीता के चरणों में लगाना है. इस पूजा विधि को कोई भी व्यक्ति या भक्त करता है तो उसे निश्चित फल मिलता है. 2 से 3 महीने में उसकी मनोकामना भी पूर्ण हो जाती है. यदि 3 महीने से ऊपर का समय गया तो, आपको समझ जाना चाहिए कि, आपकी मनोकामना या तो आपके भाग्य में नहीं है. या तो, आपसे पूजा के दौरान कोई गलती हुई है.''