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SPECIAL: दूर तक जाएगी 'पायल' की झंकार, हुनर के जरिए ये नन्ही गुड़िया बना रही मुकाम - Divyang Payal Lakhe

रायपुर के आरंग में रहने वाली पायल लाखे को बोलने और सुनने में परेशानी है. उनका सपना है कि वह भविष्य में अच्छी डांसर बने, इसके लिए वह मुंबई जाना चाहती है. पायल को उनके परिवार का पूरा सपोर्ट है और कई कार्यक्रमों में उन्हें पुरस्कार मिल चुका है.

payal lakhe story arang
आरंग की पायल लाखे
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Published : Jul 5, 2020, 10:15 PM IST

रायपुर: आरंग में रहने वाली पायल लाखे की कहानी बहुत ही अनोखी और स्पेशल है. 11वीं क्लास में पढ़ने वाली पायल को सुनने और बोलने में दिक्कत है, लेकिन उसकी यह कमी उसके सपनों के आड़े कभी न आई. बचपन से ही बोल और सुन नहीं पाने के बाद भी पायल बहुत अच्छी डांसर बनना चाहती है. गानों पर वो इतना शानदार थिरकती है कि कोई भी उसकी परेशानी का अंदाजा भी नहीं लगा पाएगा.

आरंग की पायल लाखे हैं अनोखी कलाकार

पढ़ाई में अच्छी होने के साथ-साथ पायल पेंटिग और डासिंग में भी रुचि रखती है. पायल अपने डांस का हुनर स्कूल के साथ-साथ शहर में होने वाले कई कल्चर प्रोग्राम में भी दिखाती है. साथ ही 15 अगस्त और 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों में भी पायल ने अपनी कला प्रदर्शन से लोगों का दिल जीता है और उसे कई पुरस्कार मिले हैं.

payal lakhe story arang
पायल को मिल चुके हैं कई पुरस्कार

'पायल पर भगवान का आशीर्वाद'

पायल ज्यादातर डांस खुद से ही सीख कर करती हैं, लेकिन बीच-बीच में उन्हें डांस सिखाने के लिए उनके टीचर आयुष बताते हैं कि पायल को शुरुआती दिनों में डांस सिखाने में परेशानी तो होती थी. लेकिन इस पर भगवान का आशीर्वाद है और सारी चीजों को यह बारीकी से देख-देख कर समझ जाती है. पायल हर एक स्टेप को कैच कर लेती है.

payal lakhe story arang
पायल की बनाई हुई पेंटिंग

डांस टीचर का कहना है कि पायल के अंदर बहुत कॉन्फिडेंस है, जिसकी वजह से ही वह आगे बढ़ रही है. आयुष ने बताया कि अगर पायल को अच्छा गाइडेंस मिले और कोई अच्छा डांस टीचर मिले तो यह डांसिंग में अच्छा मुकाम हासिल कर सकती है.

दोनों बेटियों को है बोलने और सुनने में परेशानी

पायल की मां ममता लाखे ने बताया कि उनकी दोनों बेटियां बचपन से ही बोल और सुन नहीं पाती थीं. आरंग में इलाज का कोई अच्छा साधन नहीं होने की वजह से वह दोनों का उपचार कराने में असमर्थ थी. फिर रायपुर में इलाज कराने पर डॉक्टर ने बताया कि बड़ी बेटी का ज्यादा इम्प्रूवमेंट नहीं हो पाएगा. इसके बाद पायल का इलाज कराया गया, उसकी स्थिति में थोड़ा सुधार आया और वह थोड़ा बहुत सुनने और बोलने लगी.

payal lakhe story arang
अपनी मां के साथ पायल और उनकी बड़ी बहन

डांसिंग में नाम कमाना चाहती हैं पायल

ममता लाखे ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है. भिलाई के मूकबधिर हॉस्टल में रहकर वह पढ़ाई कर रही है. पायल नॉर्मल बच्चों के साथ ही पढ़ाई कर रही हैं. वह डांसिंग में आगे बढ़ना चाहती है और आगे जाकर डांसिंग में ही नाम कमाना चाहती है. मां कहती है कि पायल को जितना हो सके उतना सपोर्ट करते हैं और आगे भी पायल की हर संभव मदद करेंगे.

इंटरनेट पर वीडियो देखकर सीखा डांस

पिता सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पायल डांस में ही आगे बढ़ना चाहती है. परिवार में सभी उसका पूरा सहयोग करते हैं. पायल पहले पढ़ाई करती थी, लेकिन अचानक उसका इंटरेस्ट डांसिंग में आ गया, जिसके बाद वह इंटरनेट की मदद से वीडियो देख-देख कर डांस कर रही है. पायल की इच्छा है कि वह मुंबई जाकर डांस करे और उनके परिवार की पूरी कोशिश है कि वे उसके सपने को जरूर पूरा करेंगे.

पढ़ें- शारीरिक नहीं, मानसिक अपंगता ही असफलता का कारण है: नीरज वर्मा

पायल की बड़ी मम्मी गीता लाखे बताती हैं कि जब बच्चे छोटे थे तो समझ नहीं आता था कि आगे यह कैसे कर पाएंगे, लेकिन पायल की मम्मी ने अपने दोनों बच्चियों को पढ़ाने-लिखाने के साथ ही दूसरी सभी चीजों में बेहद मदद की. डांस के प्रति पायल का लगाव बहुत ज्यादा है. वह जिस तरह से टीवी और मोबाइल में डांस देखती है, उसे हूबहू करने लग जाती है.

पढ़ें- SPECIAL: दिव्यांगों के लिए वरदान बनी 'एडिप' योजना, आत्मनिर्भर बनने में मिल रही मदद

अपनी कमी को अपनी मजबूती बनाने वाली पायल हुनर के दम पर लगातार आगे बढ़ती जा रही है. ताकि वह भविष्य में डांसिंग स्टार के तौर पर पहचानी जाएं.

रायपुर: आरंग में रहने वाली पायल लाखे की कहानी बहुत ही अनोखी और स्पेशल है. 11वीं क्लास में पढ़ने वाली पायल को सुनने और बोलने में दिक्कत है, लेकिन उसकी यह कमी उसके सपनों के आड़े कभी न आई. बचपन से ही बोल और सुन नहीं पाने के बाद भी पायल बहुत अच्छी डांसर बनना चाहती है. गानों पर वो इतना शानदार थिरकती है कि कोई भी उसकी परेशानी का अंदाजा भी नहीं लगा पाएगा.

आरंग की पायल लाखे हैं अनोखी कलाकार

पढ़ाई में अच्छी होने के साथ-साथ पायल पेंटिग और डासिंग में भी रुचि रखती है. पायल अपने डांस का हुनर स्कूल के साथ-साथ शहर में होने वाले कई कल्चर प्रोग्राम में भी दिखाती है. साथ ही 15 अगस्त और 26 जनवरी को होने वाले कार्यक्रमों में भी पायल ने अपनी कला प्रदर्शन से लोगों का दिल जीता है और उसे कई पुरस्कार मिले हैं.

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पायल को मिल चुके हैं कई पुरस्कार

'पायल पर भगवान का आशीर्वाद'

पायल ज्यादातर डांस खुद से ही सीख कर करती हैं, लेकिन बीच-बीच में उन्हें डांस सिखाने के लिए उनके टीचर आयुष बताते हैं कि पायल को शुरुआती दिनों में डांस सिखाने में परेशानी तो होती थी. लेकिन इस पर भगवान का आशीर्वाद है और सारी चीजों को यह बारीकी से देख-देख कर समझ जाती है. पायल हर एक स्टेप को कैच कर लेती है.

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पायल की बनाई हुई पेंटिंग

डांस टीचर का कहना है कि पायल के अंदर बहुत कॉन्फिडेंस है, जिसकी वजह से ही वह आगे बढ़ रही है. आयुष ने बताया कि अगर पायल को अच्छा गाइडेंस मिले और कोई अच्छा डांस टीचर मिले तो यह डांसिंग में अच्छा मुकाम हासिल कर सकती है.

दोनों बेटियों को है बोलने और सुनने में परेशानी

पायल की मां ममता लाखे ने बताया कि उनकी दोनों बेटियां बचपन से ही बोल और सुन नहीं पाती थीं. आरंग में इलाज का कोई अच्छा साधन नहीं होने की वजह से वह दोनों का उपचार कराने में असमर्थ थी. फिर रायपुर में इलाज कराने पर डॉक्टर ने बताया कि बड़ी बेटी का ज्यादा इम्प्रूवमेंट नहीं हो पाएगा. इसके बाद पायल का इलाज कराया गया, उसकी स्थिति में थोड़ा सुधार आया और वह थोड़ा बहुत सुनने और बोलने लगी.

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अपनी मां के साथ पायल और उनकी बड़ी बहन

डांसिंग में नाम कमाना चाहती हैं पायल

ममता लाखे ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है. भिलाई के मूकबधिर हॉस्टल में रहकर वह पढ़ाई कर रही है. पायल नॉर्मल बच्चों के साथ ही पढ़ाई कर रही हैं. वह डांसिंग में आगे बढ़ना चाहती है और आगे जाकर डांसिंग में ही नाम कमाना चाहती है. मां कहती है कि पायल को जितना हो सके उतना सपोर्ट करते हैं और आगे भी पायल की हर संभव मदद करेंगे.

इंटरनेट पर वीडियो देखकर सीखा डांस

पिता सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पायल डांस में ही आगे बढ़ना चाहती है. परिवार में सभी उसका पूरा सहयोग करते हैं. पायल पहले पढ़ाई करती थी, लेकिन अचानक उसका इंटरेस्ट डांसिंग में आ गया, जिसके बाद वह इंटरनेट की मदद से वीडियो देख-देख कर डांस कर रही है. पायल की इच्छा है कि वह मुंबई जाकर डांस करे और उनके परिवार की पूरी कोशिश है कि वे उसके सपने को जरूर पूरा करेंगे.

पढ़ें- शारीरिक नहीं, मानसिक अपंगता ही असफलता का कारण है: नीरज वर्मा

पायल की बड़ी मम्मी गीता लाखे बताती हैं कि जब बच्चे छोटे थे तो समझ नहीं आता था कि आगे यह कैसे कर पाएंगे, लेकिन पायल की मम्मी ने अपने दोनों बच्चियों को पढ़ाने-लिखाने के साथ ही दूसरी सभी चीजों में बेहद मदद की. डांस के प्रति पायल का लगाव बहुत ज्यादा है. वह जिस तरह से टीवी और मोबाइल में डांस देखती है, उसे हूबहू करने लग जाती है.

पढ़ें- SPECIAL: दिव्यांगों के लिए वरदान बनी 'एडिप' योजना, आत्मनिर्भर बनने में मिल रही मदद

अपनी कमी को अपनी मजबूती बनाने वाली पायल हुनर के दम पर लगातार आगे बढ़ती जा रही है. ताकि वह भविष्य में डांसिंग स्टार के तौर पर पहचानी जाएं.

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