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सदन में सरकार को घेरने विपक्ष ने बनाई रणनीति, नेता प्रतिपक्ष ने सत्र को बताया छोटा

विधानसभा के मानसून सत्र को धरमलाल कौशिक ने छोटा बताया है. उन्होंने कहा है कि 6 दिन में सार्थक चर्चा नहीं हो पाएगी.

धरमलाल कौशिक
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Published : Jul 2, 2019, 10:18 PM IST

रायपुर : 12 जुलाई से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. 6 दिन तक चलने वाले सत्र में विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सत्र को काफी छोटा बताते हुए कहा कि, '6 दिन में सार्थक चर्चा नहीं हो पाएगी'.

मानसून सत्र पर बोले धरमलाल कौशिक

दरअसल, 6 दिन तक चलने वाले मानसून सत्र के दौरान विपक्ष विभिन्न विभागों के कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरेगी. विपक्ष सरकार को घेरने के लिए बिजली, सड़क, पानी, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सरकार को घेरने के लिए तैयार है. वहीं राज्य में नक्सल समस्या और अन्य मामलों को लेकर भी सरकार पर कई सवाल दागे जाएंगे.

800 से ज्यादा लगाए गए सवाल
बता दें कि मानसून सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने अब तक 800 से ज्यादा सवाल लगाए हैं. इनमें 400 तारांकित और 408 पर अंकित सवाल लगाए गए हैं. नियम के अनुसार सत्र में एक विधायक 1 दिन में 4 साल से ज्यादा सवाल नहीं लगा सकते हैं. इस प्रकार 6 दिन के सत्र में एक विधायक को 24 सवाल लगाने की ही अनुमति होगी

भाजपा विधायकों द्वारा सरकार के खिलाफ कई ज्वलंत मामलों को उठाया जाएगा. वहीं विपक्ष की रणनीति को फेल करने सरकार की ओर से भी जवाब तैयार किए जा रहे हैं. दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान ही राज्य सरकार प्रथम अनुपूरक अनुमान लाएगी, इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से 45 विधेयक लाए जाने की भी चर्चा है. खाद्य सुरक्षा अधिनियम में संशोधन विधेयक वाणिज्य कर विभाग की ओर से संशोधन विधेयक और भू-राजस्व के मामलों को लेकर विधेयक लाए जाने की संभावना है.

रायपुर : 12 जुलाई से छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. 6 दिन तक चलने वाले सत्र में विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सत्र को काफी छोटा बताते हुए कहा कि, '6 दिन में सार्थक चर्चा नहीं हो पाएगी'.

मानसून सत्र पर बोले धरमलाल कौशिक

दरअसल, 6 दिन तक चलने वाले मानसून सत्र के दौरान विपक्ष विभिन्न विभागों के कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरेगी. विपक्ष सरकार को घेरने के लिए बिजली, सड़क, पानी, स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सरकार को घेरने के लिए तैयार है. वहीं राज्य में नक्सल समस्या और अन्य मामलों को लेकर भी सरकार पर कई सवाल दागे जाएंगे.

800 से ज्यादा लगाए गए सवाल
बता दें कि मानसून सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने अब तक 800 से ज्यादा सवाल लगाए हैं. इनमें 400 तारांकित और 408 पर अंकित सवाल लगाए गए हैं. नियम के अनुसार सत्र में एक विधायक 1 दिन में 4 साल से ज्यादा सवाल नहीं लगा सकते हैं. इस प्रकार 6 दिन के सत्र में एक विधायक को 24 सवाल लगाने की ही अनुमति होगी

भाजपा विधायकों द्वारा सरकार के खिलाफ कई ज्वलंत मामलों को उठाया जाएगा. वहीं विपक्ष की रणनीति को फेल करने सरकार की ओर से भी जवाब तैयार किए जा रहे हैं. दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान ही राज्य सरकार प्रथम अनुपूरक अनुमान लाएगी, इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से 45 विधेयक लाए जाने की भी चर्चा है. खाद्य सुरक्षा अधिनियम में संशोधन विधेयक वाणिज्य कर विभाग की ओर से संशोधन विधेयक और भू-राजस्व के मामलों को लेकर विधेयक लाए जाने की संभावना है.

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र रहेगा हंगामेदार रहेगा। मानसून सत्र में सरकार को घेरने विपक्ष कोई मौका छोड़ने के मूड में नही है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मानसून सत्र छोटा होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि 6 दिन के सत्र में नही हो पाएगी सार्थक चर्चा। विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार को घेरने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पिछली सरकार की योजनाओं और उसके क्रियान्वयन को लेकर भी तरंगा लगाएगी साथी सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को बिजली-सड़क-पानी स्वास्थ और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी गिरेगी इसके साथ ही राज्य में नक्सल समस्या और अन्य मामलों को लेकर भी सरकार पर कई सवाल दागे जाएंगे 6 दिन के मानसून सत्र के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने के विधायकों ने अब तक 800 से ज्यादा सवाल लगाएं हैं दरअसल विधानसभा का मानसून सत्र 12 जुलाई से 19 जुलाई तक आहूत किया गया है 6 दिन तक चलने वाले मानसून सत्र के दौरान सरकार के विभिन्न विभागों के मामलों में घेरने के लिए विपक्ष ने अपनी तैयारी कर रखी है इसके तहत ही 7 दिनों के कार्य दिवस में विधायकों ने 800 से ज्यादा सवाल लगाए हैं इनमें 400 तारांकित और 408 पर अंकित सवाल लगाए गए हैं दरअसल विधानसभा के नियम के अनुसार सत्र में एक विधायक 1 दिन में 4 साल से ज्यादा नहीं लगा सकते हैं इस प्रकार 6 दिन के सत्र में एक विधायक को 24 सवाल लगाने की ही अनुमति होगी इस लिहाज से सभी विधायकों ने सरकार की तमाम योजनाओं को लेकर भी सवाल उठाए हैं भाजपा विधायकों द्वारा सरकार के खिलाफ कई ज्वलंत मामलों को उठाया जाएगा वहीं विपक्ष की रणनीति को फेल करने सरकार की ओर से भी जवाब तैयार किए जा रहे हैं दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान ही राज्य सरकार प्रथम अनुपूरक हनुमान लाएगी इसके साथ राज्य सरकार की ओर से 45 विधेयक लाए जाने की भी चर्चा है इनमें खाद्य सुरक्षा अधिनियम में संशोधन विधेयक वाणिज्य कर विभाग की ओर से संशोधन विधेयक और भू राजस्व के मामलों को लेकर विधेयक लाए जाने की संभावना है।
बाईट- धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुर

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