रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की कम समय सीमा पर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आपत्ति जताते हुए कहा कि पिछले सत्र की तरह इस बार भी खानापूर्ति के लिए सत्र बुलाया जा रहा है. उनका कहना है कि विधानसभा सत्र को लेकर समय बहुत कम है.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि विधानसभा के मानसून सत्र का समय कम है. प्रदेश में पिछले सत्र और इस सत्र के बीच में बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं. जिसे सदन में रखना जरुरी है. बीते सत्र में भी बिना चर्चा के तमाम विषयों को पारित कर दिया गया था. उस समय कहा गया था कि सत्र लंबा करके सारे विषयों पर चर्चा की जाएगी. यह उम्मीद भी थी.
25 से 28 अगस्त तक होगा विधानसभा का मानसून सत्र, चंद्रशेखर गंगराड़े ने दी जानकारी
'सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हो सकता है संचालन'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 'कोरोना काल में विधानसभा में सोशल डिस्टेंसिग करते हुए सदन में चर्चा की जा सकती थी. विधानसभा में पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं, जिससे सोशल डिस्टेंसिग के साथ मॉनसून सत्र का संचालन किया जा सकता है.' धरमलाल कौशिक ने कहा कि 'पहला दिन तो श्रद्धांजलि में निकल जाएगा, बाकी 3 दिन में इन तमाम विषयों पर चर्चा नहीं हो पाएगी.'
25 अगस्त से मानसून सत्र
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है. मानसून सत्र 25 अगस्त से शुरू होकर 28 अगस्त 2020 तक के लिए आहूत किया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण सभी काम कुछ दिन के लिए रोक दिए गए थे. लेकिन अब 25 अगस्त से फिर से काम शुरू किए जा रहे हैं. विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्रशेखर गंगराड़े ने इसकी जानकारी दी है.