रायपुर : केंद्र की मोदी सरकार ने सोमवार को नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसायटी कर दिया है. इस पर लगातार कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने नेहरू मेमोरियल संग्रहालय का नाम बदलकर पीएम संग्रहालय करने पर आपत्ति जताई है.
सिंहदव ने जताई आपत्ति: सिंहदेव ने कहा कि "जो लोग इतिहास का हिस्सा थे, उनका नाम नहीं बदला जा सकता. मोदीजी को उनके नाम की ज्यादा चिंता है." इसके अलावा सिंहदेव ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम के दिए भाषण में कांग्रेस पर कटाक्ष पर भी आपत्ति जताई है.
जो लोग इतिहास का हिस्सा थे, उनके नाम नहीं बदले जा सकते. मुझे लगता है कि मोदी जी को उनके नाम की ज्यादा चिंता है.उन्हें उन लोगों को देखना चाहिए जो कांग्रेस परिवार का हिस्सा हैं. नेहरू-गांधी परिवार एक महत्वपूर्ण परिवार है. कांग्रेस परिवार का हिस्सा,कांग्रेस नेहरू-गांधी परिवार नहीं है. -टीएस सिंहदेव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
दूषित इतिहास लिख रही सरकार: इसके अलावा सिंहदेव ने वर्तमान सरकार पर दूषित इतिहास लिखने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सदस्य हम हैं. हम नेहरू गांधी परिवार से नहीं हैं. नेहरू और गांधी भी कांग्रेस से थे. केन्द्र सरकार कहती रहती है कि कांग्रेस मतलब नेहरू परिवार है. लेकिन कांग्रेस एक पार्टी है. नेहरू भी कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे.
भाजपा को सताने लगी है चिंता: सिंहदेव ने कहा, "ईवीएम का सवाल स्थापित है. कई देशों ने इसे छोड़ दिया है और बैलेट पेपर का रूख किया है. जो भी देश तकनीकी रूप से जानकार है उसने बैलेट पेपर की ओर रूख किया है. ऐसा माना गया है कि ईवीएम हैक हो सकता है. हलांकि इस बात की कहीं पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन फिर भी कई देश इसे छोड़ बैलेट को अपना लिया है. "इसके अलावा सिंहदेव ने कहा कि "भाजपा को चिंता हो रही है कि वे जीतेंगे कि नहीं."
बता दें कि नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय का नाम बदलने पर कांग्रेस के नेता लगातार भाजपा को घेरने का काम कर रहे हैं. साथ ही केन्द्र की मोदी सरकार पर हर ऐतिहासिक जगहों का नाम बदलते रहने की बात कह रही है.
सिंहदेव के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अब देखने वाली बात होगी कि सिंहदेव के बयान को बीजेपी किस तरीके से लेती है.