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रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का प्रदर्शन जारी, दंडवत प्रदर्शन करके जताया विरोध

छत्तीसगढ़ में अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी संघ का धरना प्रदर्शन जारी (Demonstration of school sweepers continues in Raipur) है. इसी कड़ी में प्रदर्शन के 135वें दिन कर्मचारियों ने दंडवत प्रदर्शन करके सरकार से मांगें पूरी करने को कहा है.

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रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का प्रदर्शन जारी
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Published : Jul 1, 2022, 7:32 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाईकर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर 7 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इस दौरान स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर चुके (Demonstration of school sweepers continues in Raipur) हैं. शुक्रवार को स्कूलों में काम करने वाले सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन स्थल पर दंडवत लेटकर सरकार को जगाने और सद्बुद्धि देने की कामना की और प्रदर्शन स्थल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारे भी लगाएं. सफाईकर्मियों के द्वारा दंडवत लेटकर प्रदर्शन स्थल के पास स्थित सिद्धिविनायक मंदिर जाने का कार्यक्रम (Demonstration in Raipur lying down) था. लेकिन पुलिस के मना किया जाने के बाद धरना स्थल पर ही प्रदर्शन करके विरोध जताया गया.

रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का प्रदर्शन जारी
सीएम हाउस घेरने की चेतावनी : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया कि " प्रदेश भर के स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग अंशकालीन से पूर्णकालीन करने की मांग को लेकर पिछले 135 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को प्रदर्शन स्थल पर सफाईकर्मियों ने सरकार को जगाने के लिए दंडवत लेटकर प्रदर्शन किया. अगले चरण में 2 जुलाई को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और आखिर में 3 जुलाई को स्कूल सफाईकर्मी मुख्यमंत्री निवास का घेराव (Warning given to surround CM House in Raipur) करेंगे."
कब से कर रहे हैं हड़ताल : बूढ़ातालाब धरना स्थल पर 7 मार्च से धरने पर बैठे स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का कहना है कि "उनके द्वारा सरकार को जगाने के लिए अलग अलग तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं. 18 जून को मुंडन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मुंडन कार्यक्रम से सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि एक जीवित और एक मरे हुए व्यक्ति में कितना अंतर है. सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं कर रही है ऐसे में हम मरे हुए के समान है.''
क्यों हो रहा है प्रदर्शन : स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के लोगों ने बताया '' आज प्रदर्शन करते हुए 134 दिन हो गए हैं लेकिन सरकार बात नहीं सुन रही है. 14 जून को हवन जाप का कार्यक्रम रखा गया था , 15 जून को शोभायात्रा निकाली गई थी, 16 जून को 43 हज़ार स्कूल सफाई कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था, 17 जून को जल सत्याग्रह और 18 जून को मुंडन कार्यक्रम आयोजित किया गया था.''
कितना है मानदेय : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ का कहना है कि "साल 2011 से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी काम करते आ रहे हैं . वर्तमान में सरकार 2300 प्रतिमाह मानदेय दे रही है . आज के समय में इतने मानदेय में परिवार का भरण-पोषण कर पाना संभव नहीं है. 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि कर्मचारियों को अंशकालीन से पूर्णकालीन नियमित किया जाएगा. सत्ता में आने के बाद विधायक और मंत्री से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग की गई थी. बजट सत्र 2022 में इसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.''
कब तक चलेगा आंदोलन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया " कर्मचारी स्कूल में दिन भर काम करते हैं लेकिन हमें सिर्फ 2300 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है. संघ की मांग है कि अंशकालीन से पूर्ण कालीन करते हुए उन्हें नियमित किया जाए । जिस तरह सत्ता में आने से पहले वादा किया गया था, सरकार अपना वादा निभाए जब तक मांगें पूरी नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा.''

रायपुर : छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाईकर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर 7 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इस दौरान स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारी सरकार को जगाने के लिए तरह-तरह के प्रदर्शन कर चुके (Demonstration of school sweepers continues in Raipur) हैं. शुक्रवार को स्कूलों में काम करने वाले सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन स्थल पर दंडवत लेटकर सरकार को जगाने और सद्बुद्धि देने की कामना की और प्रदर्शन स्थल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारे भी लगाएं. सफाईकर्मियों के द्वारा दंडवत लेटकर प्रदर्शन स्थल के पास स्थित सिद्धिविनायक मंदिर जाने का कार्यक्रम (Demonstration in Raipur lying down) था. लेकिन पुलिस के मना किया जाने के बाद धरना स्थल पर ही प्रदर्शन करके विरोध जताया गया.

रायपुर में स्कूल सफाईकर्मियों का प्रदर्शन जारी
सीएम हाउस घेरने की चेतावनी : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया कि " प्रदेश भर के स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मी अपनी 1 सूत्रीय मांग अंशकालीन से पूर्णकालीन करने की मांग को लेकर पिछले 135 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को प्रदर्शन स्थल पर सफाईकर्मियों ने सरकार को जगाने के लिए दंडवत लेटकर प्रदर्शन किया. अगले चरण में 2 जुलाई को भीख मांगकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और आखिर में 3 जुलाई को स्कूल सफाईकर्मी मुख्यमंत्री निवास का घेराव (Warning given to surround CM House in Raipur) करेंगे."
कब से कर रहे हैं हड़ताल : बूढ़ातालाब धरना स्थल पर 7 मार्च से धरने पर बैठे स्कूलों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का कहना है कि "उनके द्वारा सरकार को जगाने के लिए अलग अलग तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं. 18 जून को मुंडन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मुंडन कार्यक्रम से सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि एक जीवित और एक मरे हुए व्यक्ति में कितना अंतर है. सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं कर रही है ऐसे में हम मरे हुए के समान है.''
क्यों हो रहा है प्रदर्शन : स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के लोगों ने बताया '' आज प्रदर्शन करते हुए 134 दिन हो गए हैं लेकिन सरकार बात नहीं सुन रही है. 14 जून को हवन जाप का कार्यक्रम रखा गया था , 15 जून को शोभायात्रा निकाली गई थी, 16 जून को 43 हज़ार स्कूल सफाई कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया था, 17 जून को जल सत्याग्रह और 18 जून को मुंडन कार्यक्रम आयोजित किया गया था.''
कितना है मानदेय : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी संघ का कहना है कि "साल 2011 से छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी काम करते आ रहे हैं . वर्तमान में सरकार 2300 प्रतिमाह मानदेय दे रही है . आज के समय में इतने मानदेय में परिवार का भरण-पोषण कर पाना संभव नहीं है. 2018 में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था कि कर्मचारियों को अंशकालीन से पूर्णकालीन नियमित किया जाएगा. सत्ता में आने के बाद विधायक और मंत्री से मुलाकात कर नियमितीकरण की मांग की गई थी. बजट सत्र 2022 में इसे पूरा करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.''
कब तक चलेगा आंदोलन : छत्तीसगढ़ स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के धमतरी जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू ने बताया " कर्मचारी स्कूल में दिन भर काम करते हैं लेकिन हमें सिर्फ 2300 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है. संघ की मांग है कि अंशकालीन से पूर्ण कालीन करते हुए उन्हें नियमित किया जाए । जिस तरह सत्ता में आने से पहले वादा किया गया था, सरकार अपना वादा निभाए जब तक मांगें पूरी नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा.''

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