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SPECIAL: कोरोना काल में बढ़ी लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड, सप्लाई बंद, व्यवसायी परेशान

लॉकडाउन के दौरान लैपटॉप और कंप्यूटर की बिक्री में भारी उछाल देखने को मिला है. डिमांड कुछ इस कदर बढ़ी की बाजार में लैपटॉप और कंप्यूटर की कमी हो गई. चीन से आयात होने वाले सामानों पर लगाई गई रोक का असर भी इस व्यवसाय पर पड़ रहा है.

demand of laptop and computer increased
बढ़ी लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड
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Published : Nov 15, 2020, 7:30 PM IST

रायपुर: कोरोना काल के दौरान ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो प्रभावित न हुआ है. सभी व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इसमें से एक व्यवसाय कंप्यूटर और लैपटॉप से संबंधित भी है. कोरोना के शुरू होते ही कंप्यूटर लैपटॉप की बिक्री थम गई थी, लेकिन कुछ समय बाद ही अचानक से कंप्यूटर लैपटॉप की बिक्री बढ़ गई. क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कई निजी और शासकीय संस्थानों ने वर्क फ्रॉम होम शुरू करा दिया. साथ ही स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई भी ऑनलाइन शुरू हो गई. जिस वजह से लैपटॉप कंप्यूटर की बिक्री में काफी इजाफा हुआ. लगातार मांग को देखते हुए व्यापारियों ने भी काफी संख्या में लैपटॉप और कंप्यूटर के ऑर्डर दिए, जिसके कारण पहले का स्टॉक कुछ ही समय में बिक गया. अब ऑर्डर के बावजूद कंपनियों से व्यापारियों के पास आर्डर नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके कारण व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना काल में बढ़ी लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड

व्यापारियों का कहना है कि लैपटॉप और कंप्यूटर से संबंधित ज्यादातर सामान चाइना से आता था, लेकिन अभी चाइना से माल भारत नहीं पहुंच पा रहा है. इस वजह से छत्तीसगढ़ के मार्केट पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. ऑर्डर के बावजूद लैपटॉप और कंप्यूटर मार्केट में नहीं पहुंच रहे हैं. दुकानदार बताते हैं कि वर्तमान में कंप्यूटर और लैपटॉप के मार्केट में बूम आया है. जिस वजह से सामानों में शार्टेज आ गई है.

पढ़ें-SPECIAL : मुंगेली के स्वप्निल का अब पूरे देश में चलेगा 'सिक्का' !

छत्तीसगढ़ कंप्यूटर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक वैधानी बताते हैं, पहले पूरे प्रदेश में 1500 से 2000 लैपटॉप की बिक्री होती थी. जिसमें लगभग 30% की ग्रोथ दर्ज की गई है. अब 3000 से 3200 लैपटॉप प्रदेश में बिक रहे हैं. इसी तरह डेस्कटॉप हर महीने 1500 से 2000 तक बिकते थे. इसकी डिमांड भी बढ़ी है और अब लगभग 3000 डेस्कटॉप पूरे प्रदेश में 1 महीने में बिक रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में डेस्कटॉप की आपूर्ति तो ठीक है, लेकिन लैपटॉप की मार्केट में शॉर्टेज देखने को मिल रही है.

ज्यादातर सामान चाइना से होता है आयात

दीपक वैधानी बताते हैं, वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से मार्केट में लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड काफी बड़ी है, लेकिन उनके पास कंपनियों से सामान नहीं पहुंच रहा है. जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ज्यादातर माल बाहर से आता है और चाइना के सामान पर रोक से इसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है.

पढ़ें-SPECIAL: कोरोना ने फीकी की दिवाली की रौनक, पटाखा बाजारों में नहीं पहुंच रहे खरीदार

ग्राहकों पर पड़ेगा असर

ज्यादातर कंप्यूटर और लैपटॉप दूसरे देशों से भारत में आता है. खासकर चाइना से काफी माल भारत में आ रहा था, लेकिन पिछले दिनों चाइना से आने वाले माल पर लगाई गई रोक का असर लैपटॉप और कंप्यूटर के बाजार पर देखने को मिल रहा है. हालांकि वर्तमान में ऐसी स्थिति नहीं है कि लोगों को लैपटॉप पर कंप्यूटर न मिले, लेकिन जल्दी मार्केट में माल नहीं पहुंचा तो इसका असर आने वाले समय में जरूर ग्राहकों पर पड़ेगा.

रायपुर: कोरोना काल के दौरान ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो प्रभावित न हुआ है. सभी व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इसमें से एक व्यवसाय कंप्यूटर और लैपटॉप से संबंधित भी है. कोरोना के शुरू होते ही कंप्यूटर लैपटॉप की बिक्री थम गई थी, लेकिन कुछ समय बाद ही अचानक से कंप्यूटर लैपटॉप की बिक्री बढ़ गई. क्योंकि लॉकडाउन के दौरान कई निजी और शासकीय संस्थानों ने वर्क फ्रॉम होम शुरू करा दिया. साथ ही स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई भी ऑनलाइन शुरू हो गई. जिस वजह से लैपटॉप कंप्यूटर की बिक्री में काफी इजाफा हुआ. लगातार मांग को देखते हुए व्यापारियों ने भी काफी संख्या में लैपटॉप और कंप्यूटर के ऑर्डर दिए, जिसके कारण पहले का स्टॉक कुछ ही समय में बिक गया. अब ऑर्डर के बावजूद कंपनियों से व्यापारियों के पास आर्डर नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके कारण व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना काल में बढ़ी लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड

व्यापारियों का कहना है कि लैपटॉप और कंप्यूटर से संबंधित ज्यादातर सामान चाइना से आता था, लेकिन अभी चाइना से माल भारत नहीं पहुंच पा रहा है. इस वजह से छत्तीसगढ़ के मार्केट पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है. ऑर्डर के बावजूद लैपटॉप और कंप्यूटर मार्केट में नहीं पहुंच रहे हैं. दुकानदार बताते हैं कि वर्तमान में कंप्यूटर और लैपटॉप के मार्केट में बूम आया है. जिस वजह से सामानों में शार्टेज आ गई है.

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छत्तीसगढ़ कंप्यूटर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दीपक वैधानी बताते हैं, पहले पूरे प्रदेश में 1500 से 2000 लैपटॉप की बिक्री होती थी. जिसमें लगभग 30% की ग्रोथ दर्ज की गई है. अब 3000 से 3200 लैपटॉप प्रदेश में बिक रहे हैं. इसी तरह डेस्कटॉप हर महीने 1500 से 2000 तक बिकते थे. इसकी डिमांड भी बढ़ी है और अब लगभग 3000 डेस्कटॉप पूरे प्रदेश में 1 महीने में बिक रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में डेस्कटॉप की आपूर्ति तो ठीक है, लेकिन लैपटॉप की मार्केट में शॉर्टेज देखने को मिल रही है.

ज्यादातर सामान चाइना से होता है आयात

दीपक वैधानी बताते हैं, वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से मार्केट में लैपटॉप और कंप्यूटर की डिमांड काफी बड़ी है, लेकिन उनके पास कंपनियों से सामान नहीं पहुंच रहा है. जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ज्यादातर माल बाहर से आता है और चाइना के सामान पर रोक से इसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है.

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ग्राहकों पर पड़ेगा असर

ज्यादातर कंप्यूटर और लैपटॉप दूसरे देशों से भारत में आता है. खासकर चाइना से काफी माल भारत में आ रहा था, लेकिन पिछले दिनों चाइना से आने वाले माल पर लगाई गई रोक का असर लैपटॉप और कंप्यूटर के बाजार पर देखने को मिल रहा है. हालांकि वर्तमान में ऐसी स्थिति नहीं है कि लोगों को लैपटॉप पर कंप्यूटर न मिले, लेकिन जल्दी मार्केट में माल नहीं पहुंचा तो इसका असर आने वाले समय में जरूर ग्राहकों पर पड़ेगा.

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