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पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए बने स्कूल को संचालित करने से डीएवी ने किया इंकार, परिजनों में नाराजगी - राजनीतिक साजिश

लंबे इंतजार के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों के बच्चों के हित के लिए स्कूल तैयार हुआ था, लेकिन डीएवी ने अज्ञात कारणों की वजह से स्कूल चलाने में असमर्थता जताई है, जिससे परिजनों में खासा आक्रोश है.

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Published : Jun 15, 2019, 5:46 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में 6 साल के लंबे इंतजार के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों के बच्चों के हित के लिए छह करोड़ की लागत से स्कूल तैयार हुआ था, लेकिन डीएवी ने अज्ञात कारणों की वजह से स्कूल चलाने में असमर्थता जताई है, इसी कड़ी में परिजनों की नाराजगी खुलकर सामने आई है.

बता दें कि लंबे इंतजार के बाद स्कूल का कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन किया था और उन्होंने कहा था कि इस स्कूल में पुलिसकर्मियों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी. आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश में यहां से पढ़ाई करने वाले बच्चे नाम रोशन करेंगे. लेकिन डीएवी ने स्कूल को संचालित करने से मना कर दिया है. इससे परेशान परिजन लगातार विरोध जता रहे हैं और डीएवी द्वारा स्कूल संचालित करने की मांग कर रहे हैं.

सीएम बघेल के सामने रखेंगे अपनी बात
परिजनों में आक्रोश को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा एक मीटिंग बुलाई गई. इसमें सभी परिजन और पुलिस अफसर मौजूद रहे. परिजनों के साथ मीटिंग तकरीबन 3 घंटे तक चली. परिजनों को आश्वासन दिया गया कि स्कूल पुलिस द्वारा संचालित किया जाएगा. वहीं परिजनों ने असमर्थता जताया है. साथ ही परिजनों ने स्कूल संचालन में बदलाव पर राजनीतिक साजिश का अंदेशा जताया है, जिसे लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगे, जिससे बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न हो सके.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में 6 साल के लंबे इंतजार के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों के बच्चों के हित के लिए छह करोड़ की लागत से स्कूल तैयार हुआ था, लेकिन डीएवी ने अज्ञात कारणों की वजह से स्कूल चलाने में असमर्थता जताई है, इसी कड़ी में परिजनों की नाराजगी खुलकर सामने आई है.

बता दें कि लंबे इंतजार के बाद स्कूल का कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन किया था और उन्होंने कहा था कि इस स्कूल में पुलिसकर्मियों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी. आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश में यहां से पढ़ाई करने वाले बच्चे नाम रोशन करेंगे. लेकिन डीएवी ने स्कूल को संचालित करने से मना कर दिया है. इससे परेशान परिजन लगातार विरोध जता रहे हैं और डीएवी द्वारा स्कूल संचालित करने की मांग कर रहे हैं.

सीएम बघेल के सामने रखेंगे अपनी बात
परिजनों में आक्रोश को देखते हुए पुलिस विभाग द्वारा एक मीटिंग बुलाई गई. इसमें सभी परिजन और पुलिस अफसर मौजूद रहे. परिजनों के साथ मीटिंग तकरीबन 3 घंटे तक चली. परिजनों को आश्वासन दिया गया कि स्कूल पुलिस द्वारा संचालित किया जाएगा. वहीं परिजनों ने असमर्थता जताया है. साथ ही परिजनों ने स्कूल संचालन में बदलाव पर राजनीतिक साजिश का अंदेशा जताया है, जिसे लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात करेंगे, जिससे बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ न हो सके.

Intro:6 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पुलिस वालों के हित के लिए पुलिस वालों के बच्चों के लिए छह करोड़ की लागत से पुलिस स्कूल तैयार हुआ सत्यार्थी की स्कूल का संचालन डीएवी करेगी जो कि एक नेशनल लेवल की स्कूल है लेकिन अज्ञात कारणों की वजह से डीएवी स्कूल इसे चलाने के लिए असमर्थ ता जताई है


Body:इस फैसले के बाद से ही परिजनों की नाराजगी खुलकर सामने आई है 12 तारीख को या फैसला लिया गया कि डीएवी अब इस स्कूल को संचालित नहीं करेगी और उसके बाद से ही लगातार परिजन अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं आपको बता दें कि 6 साल के लंबे इंतजार के बाद स्कूल का उद्घाटन कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था और उन्होंने कहा था कि इसे पुलिस वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी और आने वाले वक्त में पूरे प्रदेश में यहां से पढ़ाई करने वाले बच्चे नाम रोशन करेंगे लेकिन किन्हीं अज्ञात कारणों की वजह से डीएवी स्कूल को संचालित नहीं करेगी नेशनल लेवल के संचालन के रूप में जाना जाने वाली कंपनी अचानक ही इस तरीके से स्कूल चलाने में असमर्थता जताने के बाद से ही लगातार जो परिजन है वह अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे और उनकी मांग है कि स्कूल डीएवी के द्वारा ही संचालित की जाए

आज पुलिस के तमाम बड़े आला अधिकारी की मौजूदगी में परिजनों और पुलिस के अफसरों के बीच एक मीटिंग रखी गई या मीटिंग तकरीबन 3 घंटे तक चली परिजनों ने अपनी बात रखी और पुलिस वालों ने उसका जवाब दिया साथ ही साथ उन्होंने कुछ सुझाव रखे उसे भी पुलिस वालों ने ध्यान से सुना जितेंद्र शुक्ला सभी परिजनों को आश्वासन दिया है कि पुलिस द्वारा संचालित किया जाएगा लेकिन जो लोग यहां पर आने का मौका दिया जाएगा तकरीबन 3 घंटे तक चली बातचीत में यह बात निकलकर सामने आई कि हाई स्कूल में संचालन पुलिस विभाग करेगी और आईपीएस के इस बात से परिजनों ने असमर्थता जताई और कहा कि जल्दी हम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बीजेपी के डीएम आर एस सी से मुलाकात करेंगे ताकि बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ ना हो सके साथी स्कूल संचालन में इस तरीके के बदलाव पर परिजनों ने राजनीतिक साजिश का अंदेशा बताया

आपको बता दें कि स्कूल के लिए 7:30 से आवेदन लिए जा चुके थे जिनमें से कई ऐसे आवेदन थे जिसके बेस पर एडमिशन भी किए जा सके चुके थे पर अब ऐन वक्त पर परिजनों को फोन कर यह जानकारी दी गई कि स्कूल डीएवी नहीं बल्कि पुलिस संचालित करेगी इसके बाद से ही परिजनों में आक्रोश है

वॉक थ्रू

बाइट - जितेंद्र शुक्ला


Conclusion:
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