रायपुर: आषाढ़ कृष्ण अमावस्या 21 जून रविवार को इस साल का पहला बड़ा सूर्य ग्रहण लगने वाला है. ज्योतिषाचार्य पंडित अरुणेश शर्मा ने बताया कि इस बार ग्रहण में एक साथ कई तरह के संयोग बन रहे हैं. ज्योतिष के अनुसार, इस बार ग्रहण का कुछ राशियों पर शुभ परिणाम पडे़गा. 20 जून शनिवार की रात 10:25 बजे से सूतक काल शुरू होगा और रविवार 1:59 बजे समाप्त होगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक, स्पर्श एवं मोक्ष का समय
ज्योतिषाचार्य पंडित अरुणेश शर्मा बताते हैं कि 21 जून की सुबह 10:25 से सूर्य ग्रहण लगेगा. यह ग्रहण मिथुन राशि में होगा, जो शुभ नहीं है. कई ग्रहों की चाल इस दौरान उल्टी रहेगी. सूर्य ग्रहण पर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा से राहत मिल सकती है. यह ग्रहण लगभग 3:30 घंटे का होगा. इस दौरान एक साथ 6 ग्रह बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु और केतु वक्रीय रहेंगे. इन 6 ग्रहों का एक साथ वक्रीय रहना कष्टदायक रहेगा.
क्या करें और क्या न करें
यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, इसलिए दिन में रात लगने लगेगी. ग्रहण के दौरान हमें शुभ कार्य करना चाहिए. इस दौरान किए जाने वाले शुभ कार्य सिद्धि और कल्याण प्रदान करने वाले होते हैं. ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए, स्नान ध्यान कर मंत्र का जाप करना चाहिए, भजन करना चाहिए. ऐसा करने से सभी प्रकार की बाधाओं से निवृत्ति और सुख की प्राप्ति होती है. इस दौरान देव मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही सूर्य को नग्न आंखों से देखने से परहेज करना होगा.
ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस ग्रहण का राशियों पर कई तरह से प्रभाव पड़ेगा. यह ग्रहण मेष, सिंह, कन्या और मकर राशि के लिए शुभ होगा. वृष, तुला, कुंभ, धनु के लिए मध्यम और मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मीन राशि के लिए कष्टदायक रहेगा. विभिन्न अनुष्ठानों, पूजा विधि और मंत्रों के जाप से इन प्रभावों से बचा जा सकता है.
मेष- धन की प्राप्ति.
वृषभ- आर्थिक परेशानी.
मिथुन- घटना-दुर्घटना से बचें.
कर्क- धन की हानि.
सिंह- धन लाभ होगा.
कन्या- सुख की प्राप्ति होगी.
तुला- वाद-विवाद से बचना होगा.
वृश्चिक- कष्ट होगा.
धनु- दांपत्य जीवन में कष्ट होगा.
मकर- सुख की प्राप्ति होगी.
कुंभ- तनाव और मानसिक परेशानी होगी.
मीन- मन से व्यथित होंगे.
5 जुलाई को होगा चंद्र ग्रहण
ज्योतिषीय गणना के अनुसार यह ग्रहण देश और दुनिया के लिए कई अर्थों में निर्णायक साबित हो सकता है. यह ग्रहण देश और विदेश की वर्तमान स्थिति के लिहाज से अशुभ होगा. ग्रहण पर मंगल की दृष्टि पड़ने से देश में नकारात्मक स्थिति उत्पन्न होने की संभावना है. सूर्य ग्रहण के 14 दिन बाद 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगेगा. 30 दिन के अंतर में 3 ग्रहण का संयोग बहुत प्रभावी और फलदायक माना जा रहा है.