रायपुर : रायपुर में चाकूबाजी का मामला (crime increasing in raipur) थमने का नाम नहीं ले रहा है. आएदिन हो रही चाकूबाजी की घटनाओं से राजधानी के लोगों में दहशत है. पिछले दस दिनों में ही चाकूबाजी की करीब 25 घटनाएं हुई हैं. हैरान करने वाली बात तो यह है कि इन ज्यादातर मामलों में नाबालिग शामिल हैं. ऐसे में आम लोगों के जहन में यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर राजधानी धीरे-धीरे अपराध का गढ़ क्यों बन रहा है. मासूमों के हाथों में खंजर कहां से पहुंच रहे हैं. पुलिस इन्हें रोकने में क्यों नाकाम हो रही है. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण...
बीते 10 दिन में करीब 25 चाकूबाजी : रायपुर में सक्रिय बदमाश आसानी से वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौतियां दे रहे हैं. हालात यह हैं कि पिछले 10 दिनों में ही चाकूबाजी के करीब 25 मामले सामने आए हैं. हालांकि कुछ मामलों में आरोपी पकड़े भी गए हैं, लेकिन अधिकांश मामलों के आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
नाबालिगों से बड़े पैमाने पर चाकू बरामद : बता दें कि रायपुर पुलिस ने हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर चाकू बरामद किए थे. यह चाकू शहर के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले नाबालिगों के पास से बरामद हुए थे. पुलिस के मुताबिक सारे चाकू ऑनलाइन मंगाए गए थे. नाबालिगों ने इन चाकुओं को ऑनलाइन अलग-अलग साइट्स से मंगाए थे. हालांकि पुलिस ने नाबालिगों को समझाईश देकर छोड़ दिया था, लेकिन बच्चों का चाकुओं के प्रति बढ़ता रुझान भी खतरनाक साबित हो सकता है.
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कुछ फरार तो कुछ पुलिस गिरफ्त में : रायपुर एडिशनल एसपी ने बताया कि "हाल के दिनों में चाकूबाजी के कई मामले आए हैं. खासकर त्योहार के समय चाकूबाजी के ये मामले सामने आए हैं. पुलिस बहुत से आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. कुछ आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
इन जगहों पर हुई सबसे अधिक चाकूबाजी : पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 10 दिनों में सर्वाधिक मामले टिकरापारा थाने में दर्ज हुए हैं. यहां 10 से अधिक मामले सामने आए हैं. इसके बाद सर्वाधिक मामले गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में दर्ज हुए हैं. बढ़ते अपराध को देखते हुए रायपुर एसएसपी ने हाल ही तमाम राजपत्रित अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई थी. जानकारी के मुताबिक एसएसपी ने चाकूबाजी के बढ़ते मामले को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. वहीं कुछ अफसरों को फटकार भी लगाई थी.