रायपुर: जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही मरीजों के इलाज और प्रबंधन की जिम्मेदारी अब निजी हाथों में देने की कवायद शुरू हो गई है. 31 जुलाई को शाम 5 बजे तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराने का समय दिया गया है. मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रति मरीज रोजाना की दर पर कोविड-19 केयर सेंटर्स की जिम्मेदारी निजी हाथों में दी जाएगी. सरकार प्रति मरीज निजी कंपनी को पैसों का भुगतान करेगी. इसमें डॉक्टर्स, नर्स से लेकर सभी स्टाफ संबंधी जिम्मेदारी एजेंसी की होगी. CMHO के आदेश पर टेंडर जारी कर दिया गया है. रजिस्ट्रेशन 31 जुलाई शाम 5 बजे तक करना है. एजेंसी चयन को लेकर विस्तृत जानकारी और नियम वेबसाइट www.raipur.gov.in पर अपलोड है.
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रायपुर जिले में यह पहला प्रयोग
कोविड केयर सेंटर का जिम्मा निजी हाथों में देने का प्रयोग जिले में पहली बार हो रहा है. अगर यह परियोजना सफल हुई, तो इसे बाकी जिलों में भी लागू किया जाएगा. इसमें सारी जिम्मेदारी ठेका कंपनी की होगी. डॉक्टर, नर्स, स्टाफ प्रोवाइड करवाना, सही तरीके से संचालन हो रहा है या नहीं हो रहा है, इन तमाम चीजों की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी की ही होगी. इसलिए इसके लिए नियम और शर्तें भी कड़ी रखी गई हैं.
कितना सही है प्राइवेट कंपनी को काम सौंपना
हालांकि इस बीच एक बड़ा प्रश्न यह भी है कि प्रदेश में लगातार बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में प्राइवेट कंपनियों को ठेका देना कितना सुरक्षित होगा, क्योंकि प्राइवेट कंपनियों को ठेका देने का अंजाम कैसा रहता है, यह कई बार देखने को मिल चुका है. कई बार यह बातें सामने आती रही हैं कि ठेका कंपनियों ने सही से काम नहीं किया.