रायपुर: क्रिकेट की पिच पर इन स्विंग और आउटस्विंग का जौहर दिखाने वाले गेंदबाजों पर भी कोरोना वायरस का असर पड़ा है. अब गेंदबाजों के लिए बॉल को स्विंग कराना मुश्किल हो सकता है. क्योंकि कोरोना महामारी गेंदबाजों की इस कला पर भारी पड़ रही है. इसकी वजह है कि गेंदबाजों को बॉल को स्विंग कराने के लिए बॉल पर थूक या पसीना लगाकर उसकी शाइनिंग को बढ़ाना पड़ता है. कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा बढ़ा हुआ है ऐसे में इसे देखते हुए क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थाएं इस नियम में बदलाव कर सकती है.
डॉक्टरों की माने तो यह फैसला इसलिए लिया जा सकता है क्योंकि बॉल को स्विंग कराने की गेंदबाज की इस तकनीक से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. क्योंकि गेंदबाज बॉल को स्विंग कराने के लिए पसीने या थूक से बॉल के एक साइड को चमकाते हैं. जिससे आज के संक्रमण काल में यह जानलेवा साबित हो सकता है.
![skill of swing bowling](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6923052_img.jpg)
खत्म हो सकती है स्विंग गेंदबाज़ी
क्रिकेट में दो तरह के गेंदबाज होते हैं. एक जो तेजी पर ज्यादा भरोसा करते हैं और बीच-बीच में यॉर्कर और बाउंसर जैसे हथियार का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. जैसा कि मलिंगा, बुमरा जैसे खिलाड़ी करते हैं. दूसरे गेंदबाज वो होते हैं जो बॉल को स्विंग करने पर ज्यादा ध्यान देतें हैं. जैसे कि भुवनेश्वर कुमार, बेन स्टोक्स जैसे गेंदबाज स्विंग कराने पर ज्यादा भरोसा करते हैं.
![skill of swing bowling](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/6923052_img-1.jpg)
गेंदबाजों को हो सकती है परेशानी
गेंद पर चमक नहीं लाई जाए तो इन गेंदबाजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में यह गेंदबाज गेंद को स्पिनर बॉलर की तरह टर्न कराने पर मजबूर होंगे जिससे वे अपने स्विंग गेंदबाजी के हुनर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. बल्कि उन्हें गेंद को काफी स्लो करना पड़ेगा और स्पिनर की तरह टर्न कराना पड़ेगा.