रायपुर: राजधानी के जल संसाधन विभाग कार्यालय में शुक्रवार को डाटा एंट्री ऑपरेटर, संविदा कर्मचारी और अनियमित कर्मचारियों ने वेतन की मांग को लेकर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान अधिकारी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की गई. इस प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने भी समर्थन दिया. कर्मचारियों ने अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कर्मचारी विरोधी हैं. साथ ही कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं.
राजधानी के भगत सिंह चौक पर स्थित जल संसाधन विभाग के कार्यालय में तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदा कर्मचारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर और अनियमित कर्मचारियों ने वेतन को लेकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाए हैं कि जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कर्मचारियों का वेतन हर महीने रोक रहे हैं. बता दें गुरुवार को भी कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया था. दिवाली के समय भी जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने कर्मचारियों का वेतन रोका था, लेकिन प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद उनका वेतन जारी कर दिया गया था.
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तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने भरी हुंकार
छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजय झा का कहना है कि जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कर्मचारी विरोधी होने के साथ तत्कालीन भाजपा शासन के अधिकारियों में से एक हैं जो वर्तमान की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है. मुख्य अभियंता महिला कर्मचारियों को भी प्रताड़ित कर रहे हैं. कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का कहना है कि जब तक इन कर्मचारियों का वेतन नहीं दिया जाता है. उन्होंने जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि तब तक जल संसाधन विभाग के किसी बड़े अधिकारी का वेतन नहीं मिलना चाहिए.