रायपुर: छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने पुलिस मुख्यालय में सीसीटीएनएस (क्राइम और क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम) योजना की समीक्षा करते हुए बेहतर काम करने वाले आरक्षकों को सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सीसीटीएनएस प्रदेश की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना का उद्देश्य विभिन्न स्तर पर डाटा शेयर करने के साथ पुलिस के कामों के प्रति पारदर्शिता रखना है.
डीएम अवस्थी ने किया सम्मानित
डीएम अवस्थी ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जिलों के वरिष्ठ अधिकारी इसमें रुचि लेकर जुड़ने और प्रदेश में अपराध नियंत्रण के लिए इसका उपयोग करने की अपील की. बैठक के दौरान सीसीटीएनएस के बेहतर क्रियान्वयन एवं उपयोग के लिए रायपुर के माना थाना आरक्षक सुरेन्द्र निषाद, महासमुंद थाना बसना के आरक्षक हरिशंकर साहू को इन्द्रधनुष योजना के तहत प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.
सुरेन्द्र निषाद ने दुर्ग से गुम एक बच्ची को योजना के माध्यम से उसके परिजनों से मिलाया था. इलके अलावा सुरेंद्र निषाद ने एक अज्ञात लाश की पहचान करने के साथ कई मामलों को सुलझाया है. वहीं महासमुंद जिले के बसना थाना के आरक्षक हरिशंकर साहू ने राजस्थान से गुम बालिका को सीसीटीएनएस की मदद से खोज निकाला था.
सीसीटीएनएस डेटाबेस का होना चाहिए अधिक उपयोग
मौके पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने अपराधिक प्रकरणों के निराकरण, गुम लोगों और फरार आरोपियों की पतासाजी, गुम-जब्त और लावारिस वाहनों की पतासाजी के लिए सीसीटीएनएस डेटाबेस का अधिक से अधिक उपयोग करने की बात कही. मौके पर सीसीटीएनएस प्रभारी सत्यप्रकाश उपाध्याय, सिस्टम इंटीग्रेटर, टीसीएस टीम सहित तमाम जिलों के 60 से अधिक सीसीटीएनएस प्रभारी और शाखा प्रभारी मौजूद रहे.