ETV Bharat / state

प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में फिर घिरी भाजपा, कांग्रेस ने किया नार्को टेस्ट वीडियो सार्वजनिक

कांग्रेस ने प्रियदर्शनी बैंक घोटाले के मामले में हुए तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट का वीडियो जारी कर पिछली बीजेपी सरकार घेरने की कोशिश की है.

प्रियदर्शनी बैंक घोटाले में फिर घिरी भाजपा
author img

By

Published : Oct 13, 2019, 9:13 PM IST

Updated : Oct 13, 2019, 11:20 PM IST

रायपुर: झीरम घाटी हमला मामले की सुनवाई के दौरान डॉ शिवनारायण द्विवेदी के कवासी लखमा का नार्को टेस्ट कराए जाने की मांग करने वाला बयान तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी से एक कदम आगे बढ़ते हुए 2007 में हुए प्रियदर्शनी बैंक घोटाले के मामले में तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट का वीडियो जारी कर पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की है.

नार्को टेस्ट वीडियो सार्वजनिक

प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट में तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित बीजेपी के बड़े नेताओं का नाम लिया था. जिनमें राम विचार नेताम, ब्रिजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल का नाम शामिल है.

कांग्रेस के वीडियो जारी करने के बाद शैलेश नितीन त्रिवेदी ने पूछे यह सवाल
⦁ प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट का क्या करें.
⦁ रमन सिंह ने अब तक क्यों जवाब नहीं दिया जबकि मुख्य अभियुक्त उमेश सिन्हा ने नार्को टेस्ट में 1 करोड़ रुपए उन्हें देने की बात कही है.
⦁ इसमें कितनी सच्चाई है कि उस वक्त के तत्कालीन मंत्रियों को मामले को दबाने के लिए करोड़ों रुपए दिए गए थे. जिसका जिक्र नार्को टेस्ट के इस वीडियो में है.
⦁ अगर भाजपा को नार्को टेस्ट में इतना भरोसा है तो वह यह बता दें कि प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट को बीजेपी सच मानती है या नहीं.

यह है प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले का पूरा मामला
⦁ चर्चित इंदिरा प्रियदर्शनी महिला नागरिक सहकारी बैंक को 1 अगस्त 2006 को दिवालिया घोषित किया गया था.
⦁ आरोप है कि बैंक के डायरेक्टरों ने मिलकर 13 फर्जी कंपनियों को करोड़ों रुपए लोन देकर बैंक को डुबो दिया था.
⦁ बैंक के 22 हजार 500 ऐसे खातेदार थे जिनकी पांच हजार से लेकर एक लाख रुपए से अधिक रकम जमा थी. जानकारी के अनुसार बैंक की जमा पूंजी 28 करोड़ रुपए बताई गई थी.
⦁ पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद बैंक की अध्यक्ष रीता तिवारी समेत डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
⦁ तत्कालीन बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट तक कराया गया था. जिसे कांग्रेस ने अब जारी किया है.

रायपुर: झीरम घाटी हमला मामले की सुनवाई के दौरान डॉ शिवनारायण द्विवेदी के कवासी लखमा का नार्को टेस्ट कराए जाने की मांग करने वाला बयान तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी से एक कदम आगे बढ़ते हुए 2007 में हुए प्रियदर्शनी बैंक घोटाले के मामले में तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट का वीडियो जारी कर पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की है.

नार्को टेस्ट वीडियो सार्वजनिक

प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट में तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित बीजेपी के बड़े नेताओं का नाम लिया था. जिनमें राम विचार नेताम, ब्रिजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल का नाम शामिल है.

कांग्रेस के वीडियो जारी करने के बाद शैलेश नितीन त्रिवेदी ने पूछे यह सवाल
⦁ प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट का क्या करें.
⦁ रमन सिंह ने अब तक क्यों जवाब नहीं दिया जबकि मुख्य अभियुक्त उमेश सिन्हा ने नार्को टेस्ट में 1 करोड़ रुपए उन्हें देने की बात कही है.
⦁ इसमें कितनी सच्चाई है कि उस वक्त के तत्कालीन मंत्रियों को मामले को दबाने के लिए करोड़ों रुपए दिए गए थे. जिसका जिक्र नार्को टेस्ट के इस वीडियो में है.
⦁ अगर भाजपा को नार्को टेस्ट में इतना भरोसा है तो वह यह बता दें कि प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट को बीजेपी सच मानती है या नहीं.

यह है प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले का पूरा मामला
⦁ चर्चित इंदिरा प्रियदर्शनी महिला नागरिक सहकारी बैंक को 1 अगस्त 2006 को दिवालिया घोषित किया गया था.
⦁ आरोप है कि बैंक के डायरेक्टरों ने मिलकर 13 फर्जी कंपनियों को करोड़ों रुपए लोन देकर बैंक को डुबो दिया था.
⦁ बैंक के 22 हजार 500 ऐसे खातेदार थे जिनकी पांच हजार से लेकर एक लाख रुपए से अधिक रकम जमा थी. जानकारी के अनुसार बैंक की जमा पूंजी 28 करोड़ रुपए बताई गई थी.
⦁ पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद बैंक की अध्यक्ष रीता तिवारी समेत डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
⦁ तत्कालीन बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट तक कराया गया था. जिसे कांग्रेस ने अब जारी किया है.

Intro:रायपुर। प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट का वीडियो कांग्रेस ने जारी किया है। जिसमें साल 2007 में हुए घोटाले का उल्लेख किया गया है।

Body:कांग्रेस की ओर से जारी किए गए वीडियो में तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा बैंक घोटाले की रकम पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत राम विचार नेताम, ब्रिजमोहन अग्रवाल, तत्कालीन डीजीपी ओपी राठौड़, रीता तिवारी, संगीता शुक्ला, कांति उपाध्याय, अमर अग्रवाल को देने की बात कहते हुए दिख रहा है।

आप खुद सुनिए की नार्को टेस्ट में उमेश के द्वारा क्या कहा गया
नोट:- भेजा गया वीडियो लगाना है

कांग्रेस ने सरकार से अपील की है कि वह इस नार्को टेस्ट की सीडी को तत्काल अदालत में पेश करके जांच को आगे बढ़ाए और भाजपा से अपील है कि वह जांच होने पर अपने कार्यकाल की जांच पर बदलापुर-बदलापुर कहकर कराहना और झूठी आहें भरना बंद करे।

कांग्रेस की ओर से जारी किए गए वीडियो में कहा है कि झीरम कांड पर नार्को टेस्ट की बात कर रही भाजपा पहले ये तो बताएं कि 

* प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट का क्या करें? 

* क्यों इस नार्को टेस्ट की रिपोर्ट थाने से अदालत तक भाजपा के शासनकाल में नहीं पहुंचाया गया? 

* क्यों पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज तक जवाब नहीं दिया कि घोटाले के मुख्य अभियुक्त उमेश सिन्हा ने करोड़ रूपए देने की जो बात कही उसमें कितने सच्चाई है? 

* रमन सिंह जी के मंत्रियों को करोड़ों रूपए घोटाले को दबाने के लिए दिए गए या वही घोटाला था?

* नार्को पर अगर भाजपा का इतना ही भरोसा है तो भाजपा पहले यह तो बता दें कि प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले के नार्को टेस्ट को तो सच स्वीकार करती है या नहीं?

Conclusion:बात दे कि भाजपा की ओर से झीरम मामले में मंत्री कवासी लखमा का नार्को टेस्ट कराये जाने की मांग की गई थी जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम की घटना के समय मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित सरकार और पुलिस के जिम्मेदार लोगों के पहले नार्को टेस्ट कराने की बात कही है। मंत्री कवासी लखमा ने झीरम घटना के समय मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के भी स्वयं के साथ नार्को टेस्ट की बात कही है।



 
Last Updated : Oct 13, 2019, 11:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.